शिवपुरी। शिवपुरी शहर में अब दिन और रात में बेघर लोगों को सड़क पर दिन-रात नहीं गुजारनी पड़ेगी। पहली बार नगर पालिका ने एक ऐसा योजना तैयार किया है जिसमें नए बस स्टैंड परिसर में ही 2500 वर्ग फीट में आश्रय स्थल और दीनदयाल रसोई एक ही जगह बनेगी। खास बात यह है कि यहां पर 20-20 महिला-पुरुषों को रुकने के लिए एक ही स्थान पर आसरा मिलेगा। इसके साथ दीनदयाल रसोई भी यहीं संचालित होगी ताकि 5 रुपए के न्यूनतम मूल्य पर उन्हें भोजन उपलब्ध हो सके।
दरअसल, अभी जो दीनदयाल रसोई संचालित है, वह पुराने बस स्टैंड क्षेत्र में संचालित है। जहां एनजीओ के माध्यम से इसे संचालित किया जा रहा था। इसे ऐसे स्थान पर बनाने की योजना बनाई गई है जहां बेसहारा और बेघर लोगों को रहने का आसरा भी मिल सके।
पुराने बस स्टैंड की रसोई कई बार बंद, अब नई लोकेशन पर होगी सुविधा
दरअसल, नए बस स्टैंड को बने हुए 5 साल से अधिक समय हो गया है। जबकि दीनदयाल रसोई योजना का संचालन पुराने बस स्टैंड से होता था, जो कई बार बंद हो चुका है। प्राइवेट बस स्टैंड परिसर के सामने ही नगर पालिका ने आश्रय गृह बनाया, पर यहां रुकने वाले लोगों की संख्या नगण्य है और इस अटल रैन बसेरा की देखरेख भी सही नहीं है। यही वजह है कि नगर पालिका ने इसमें बदलाव करते हुए इसे नए बस स्टैंड परिसर में बनाने की योजना बनाई। जिसमें लोगों की आवाजाही अधिक है और एक ही स्थान पर आश्रय स्थल और दीनदयाल रसोई होने से लोगों को सुविधा रहेगी।
दिसंबर में लगेगा टेंडर और 2 महीने में बनकर तैयार होगी संरचना
आश्रय स्थल और दीनदयाल रसोई संचालन के लिए दिसंबर महीने में टेंडर प्रक्रिया होगी और यह स्थल तकरीबन 15 लाख की प्रारंभिक राशि से बनकर तैयार हो जाएगा। इसके लिए केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से मिले सुझाव के बाद तैयार किया जा रहा है।
सीएमओ ईशांक धाकड़ के अनुसार, इस स्थान पर पेपर पढ़ने के लिए होल्डिंग और वेटिंग एरिया भी बनेगा। इसके साथ ही 20 बेड पुरुषों के लिए एक हॉल में और 20 बेड महिलाओं के लिए दूसरा हॉल सुरक्षित रहेगा। फरवरी अंत तक इसकी शुरुआत हो जाएगी।
फरवरी 2026 में शुरुआत हो जाएगी
हमें लगता है मप्र का पहला ऐसा आश्रय स्थल और दीनदयाल रसोई स्थल हम बना रहे हैं जहां एक ही स्थान पर सभी सुविधाएं मिलेंगी। दिसंबर में टेंडर और फरवरी में इसकी शुरुआत हो जाएगी।
दरअसल, अभी जो दीनदयाल रसोई संचालित है, वह पुराने बस स्टैंड क्षेत्र में संचालित है। जहां एनजीओ के माध्यम से इसे संचालित किया जा रहा था। इसे ऐसे स्थान पर बनाने की योजना बनाई गई है जहां बेसहारा और बेघर लोगों को रहने का आसरा भी मिल सके।
पुराने बस स्टैंड की रसोई कई बार बंद, अब नई लोकेशन पर होगी सुविधा
दरअसल, नए बस स्टैंड को बने हुए 5 साल से अधिक समय हो गया है। जबकि दीनदयाल रसोई योजना का संचालन पुराने बस स्टैंड से होता था, जो कई बार बंद हो चुका है। प्राइवेट बस स्टैंड परिसर के सामने ही नगर पालिका ने आश्रय गृह बनाया, पर यहां रुकने वाले लोगों की संख्या नगण्य है और इस अटल रैन बसेरा की देखरेख भी सही नहीं है। यही वजह है कि नगर पालिका ने इसमें बदलाव करते हुए इसे नए बस स्टैंड परिसर में बनाने की योजना बनाई। जिसमें लोगों की आवाजाही अधिक है और एक ही स्थान पर आश्रय स्थल और दीनदयाल रसोई होने से लोगों को सुविधा रहेगी।
दिसंबर में लगेगा टेंडर और 2 महीने में बनकर तैयार होगी संरचना
आश्रय स्थल और दीनदयाल रसोई संचालन के लिए दिसंबर महीने में टेंडर प्रक्रिया होगी और यह स्थल तकरीबन 15 लाख की प्रारंभिक राशि से बनकर तैयार हो जाएगा। इसके लिए केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से मिले सुझाव के बाद तैयार किया जा रहा है।
सीएमओ ईशांक धाकड़ के अनुसार, इस स्थान पर पेपर पढ़ने के लिए होल्डिंग और वेटिंग एरिया भी बनेगा। इसके साथ ही 20 बेड पुरुषों के लिए एक हॉल में और 20 बेड महिलाओं के लिए दूसरा हॉल सुरक्षित रहेगा। फरवरी अंत तक इसकी शुरुआत हो जाएगी।
फरवरी 2026 में शुरुआत हो जाएगी
हमें लगता है मप्र का पहला ऐसा आश्रय स्थल और दीनदयाल रसोई स्थल हम बना रहे हैं जहां एक ही स्थान पर सभी सुविधाएं मिलेंगी। दिसंबर में टेंडर और फरवरी में इसकी शुरुआत हो जाएगी।
ईशांक धाकड़, सीएमओ नगर पालिका शिवपुरी