कोलारस। शिवपुरी जिले की कोलारस तहसील के ग्राम पंचायत टुदियावद के केलधार विजयपुरा गांव में मीजल्स (खसरा) जैसी संक्रामक बीमारी बीते एक माह से तेजी से फैल रही है। गांव में करीब 15 बच्चे और बच्चियों संक्रमित बताए जा रहे हैं। इनमें से कुछ बच्चों की तबीयत में सुधार जरूर हुआ है, लेकिन कुछ अभी भी गंभीर स्थिति से जूझ रहे हैं। सबसे बड़ी चिंता यह है कि स्थानीय ग्रामीण, खासकर आदिवासी समुदाय के लोग, इस बीमारी को छोटी माता निकलना मानकर इलाज कराने से बच रहे हैं।
अंधविश्वास के कारण वे बच्चों को अस्पताल ले जाने की बजाय घरेलू टोटकों और पूजा पाठ पर निर्भर हैं। इससे बीमारी और फैलने का खतरा बढ़ता जा रहा है। ग्रामीणों में डर और दहशत का माहौल है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग की ओर से अभी तक कोई विशेष चिकित्सा टीम गांव नहीं पहुंची है।
ग्रामीणों की मांग है कि समय रहते इलाज और जागरूकता अभियान न चलाया गया तो हालात और गंभीर हो सकते हैं। अगर देरी हुई तो संक्रमण और फैल सकता है और बच्चों के स्वास्थ्य को बड़ा खतरा हो सकता है।
ग्रामीणों की मांगें
गांव में तत्काल स्वास्थ्य शिविर लगाया जाए।
बीमार बच्चों की जांच एवं उपचार की व्यवस्था हो।
ग्रामीणों को अंधविश्वास छोड़कर इलाज के लिए जागरूक किया जाए।
अंधविश्वास के कारण वे बच्चों को अस्पताल ले जाने की बजाय घरेलू टोटकों और पूजा पाठ पर निर्भर हैं। इससे बीमारी और फैलने का खतरा बढ़ता जा रहा है। ग्रामीणों में डर और दहशत का माहौल है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग की ओर से अभी तक कोई विशेष चिकित्सा टीम गांव नहीं पहुंची है।
ग्रामीणों की मांग है कि समय रहते इलाज और जागरूकता अभियान न चलाया गया तो हालात और गंभीर हो सकते हैं। अगर देरी हुई तो संक्रमण और फैल सकता है और बच्चों के स्वास्थ्य को बड़ा खतरा हो सकता है।
ग्रामीणों की मांगें
गांव में तत्काल स्वास्थ्य शिविर लगाया जाए।
बीमार बच्चों की जांच एवं उपचार की व्यवस्था हो।
ग्रामीणों को अंधविश्वास छोड़कर इलाज के लिए जागरूक किया जाए।