शर्मसार है शिवपुरी, दीवान साहब की अंतिम यात्रा को भी सम्मान नहीं दे सके - Shivpuri News

Bhopal Samachar

शिवपुरी। शिवपुरी शर्मसार है, क्योकि दीवान साहब की अंतिम यात्रा को भी हम सम्मान नहीं दे सके है,पिछले 24 घंटे मे शिवपुरी में एक बहस चल रही है विकास की। मोहन सरकार का 2 साल के कार्यकाल के हिसाब का बखान जिले के प्रभारी मंत्री बीते शनिवार को कलेक्ट्रेट में प्रेस को दे रहे थे। वही रविवार को करोडो रूपए की इस विकास यात्रा को सेवानिवृत्त सैनिक सरमन लाल दिवान की अंतिम यात्रा आईना दिखा गई।

शिवपुरी शहर की हालात अब शब्द भी नही करते है क्यो कि लिख लिखकर और बोल बोलकर शब्द भी थक गए और अपनी हार मान गए। नेता और अधिकारियों का झूठ जीत गया,और सामने आया एक कीचड़ से सने,गंदा पानी बहती एक सड़क की वह तस्वीर जो भाजपा के विकास के आंकड़ों,शब्दो और नेताओं की पोल खोलती है।

मामला है शिवपुरी के वार्ड क्रमांक-17 लुधावली निवासी सेवानिवृत्त भूतपूर्व सैनिक सरमन लाल (दीवान) के निधन के बाद निकली अंतिम यात्रा को कीचड़ और गंदगी से भरे मार्ग से गुजरना पड़ा, जिससे स्थानीय लोगों में आक्रोश है।

भूतपूर्व सैनिक सरमन लाल (दीवान) की अंतिम यात्रा उनके निज निवास से ग्वाल समाज के पैतृक मुक्तिधाम की ओर रवाना हुई। निज निवास से पाताली हनुमान मंदिर तक तो सीसी रोड बना हुआ है, लेकिन उसके आगे का रास्ता कीचड़, गंदगी और मलयुक्त पानी से भरा हुआ था। इसी बदहाल मार्ग से शव यात्रा को मजबूरी में निकालना पड़ा।

कई बार कर चुके शिकायत पर नहीं हुआ सुधार
स्थानीय लोगों का कहना है कि इस मार्ग की स्थिति वर्षों से खराब है। कई बार शिकायतें किए जाने के बावजूद नगर पालिका और प्रशासन ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। भूतपूर्व सैनिक की अंतिम यात्रा के दौरान मौजूद लोगों ने नगर पालिका, जिला प्रशासन और स्थानीय जनप्रतिनिधियों के प्रति भारी रोष व्यक्त किया। उन्होंने सवाल उठाया कि जब देश की सेवा करने वाले सैनिक की अंतिम यात्रा भी सम्मानजनक मार्ग से नहीं निकल पाई, तो यह व्यवस्था पर गंभीर सवाल है।

वार्ड क्रमांक-17 के पार्षद राजा यादव ने बताया कि ग्वाल समाज के पैतृक मुक्तिधाम जाने वाले मार्ग की बदहाली को लेकर वे कई बार लिखित और मौखिक शिकायतें कर चुके हैं। इसके बावजूद अब तक कोई सुधार नहीं हुआ है। उन्होंने मांग की कि नगर पालिका और जिला प्रशासन इस मार्ग का शीघ्र निरीक्षण कर सीसी रोड का निर्माण कराए, ताकि मुक्तिधाम तक लोगों को सम्मानजनक और सुरक्षित मार्ग मिल सके।