कौशल भार्गव करैरा। शिवपुरी जिले के करैरा नगर में अतिक्रमण अब सिर्फ एक क्षेत्र तक सीमित नहीं रहा, बल्कि पूरे नगर में यह गंभीर समस्या का रूप ले चुका है। पुलिस लाइन क्षेत्र के पास सड़क किनारे फिर से अवैध स्टॉल लगाकर कब्जा कर लिया गया है, जिससे सड़क संकरी हो गई है और हादसों का खतरा लगातार बढ़ रहा है।
स्टॉल लगने से यातायात व्यवस्था पूरी तरह चरमराई
पुलिस लाइन करैरा के पास सड़क किनारे एक दर्जन से अधिक स्टॉल लगने से यातायात व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। राहगीरों और वाहन चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि आए दिन यहां दुर्घटनाएं हो रही हैं और कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।
इन स्थानों पर हैं कब्जा
करैरा नगर में अतिक्रमण सिर्फ पुलिस लाइन क्षेत्र तक सीमित नहीं है। बस स्टैंड के पास, रेस्ट हाउस के सामने, पुराने महुअर पुल के पास, पुलिस लाइन क्षेत्र सहित आधा दर्जन से अधिक प्रमुख स्थानों पर करोड़ों रुपये मूल्य की शासकीय भूमि पर अवैध दुकानों और पक्के निर्माण कर कब्जा किया गया है।
कार्यवाही के बाद फिर से कर लेते हैं लोग कब्जा
गौर करने वाली बात यह है कि इन स्थानों पर कई बार शिकायतों के बावजूद स्थायी समाधान नहीं हो पाया है। कुछ जगहों पर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई तो होती है, लेकिन कुछ ही दिनों में दोबारा कब्जा कर लिया जाता है, जिससे प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
जाम की वजह से बच्चों,महिलाऐं,बुजुर्गों को निकलना हुआ मुश्किल
स्टॉलों और दुकानों की वजह से सड़क पर जाम लगा रहता है। बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों के लिए निकलना मुश्किल हो गया है। करोड़ों की सरकारी जमीन पर खुलेआम कब्जा हो रहा है, लेकिन प्रशासन ध्यान नहीं दे रहा।
करैरा नगर में बढ़ते अतिक्रमण ने न सिर्फ यातायात व्यवस्था को बिगाड़ा है, बल्कि आमजन की सुरक्षा पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। अब देखना होगा कि नगर प्रशासन कब तक प्रभावी कार्रवाई कर करोड़ों की शासकीय भूमि को अतिक्रमण मुक्त कर आम नागरिकों को राहत दिलाता है।
इनका कहना है
पूर्व में भी नगर परिषद द्वारा कई क्षेत्रों से अतिक्रमण हटाया गया था, लेकिन लगातार निगरानी के अभाव में अतिक्रमणकारियों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं।
गोपाल गुप्ता, सीएमओ नगर परिषद करैरा
स्टॉल लगने से यातायात व्यवस्था पूरी तरह चरमराई
पुलिस लाइन करैरा के पास सड़क किनारे एक दर्जन से अधिक स्टॉल लगने से यातायात व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। राहगीरों और वाहन चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि आए दिन यहां दुर्घटनाएं हो रही हैं और कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।
इन स्थानों पर हैं कब्जा
करैरा नगर में अतिक्रमण सिर्फ पुलिस लाइन क्षेत्र तक सीमित नहीं है। बस स्टैंड के पास, रेस्ट हाउस के सामने, पुराने महुअर पुल के पास, पुलिस लाइन क्षेत्र सहित आधा दर्जन से अधिक प्रमुख स्थानों पर करोड़ों रुपये मूल्य की शासकीय भूमि पर अवैध दुकानों और पक्के निर्माण कर कब्जा किया गया है।
कार्यवाही के बाद फिर से कर लेते हैं लोग कब्जा
गौर करने वाली बात यह है कि इन स्थानों पर कई बार शिकायतों के बावजूद स्थायी समाधान नहीं हो पाया है। कुछ जगहों पर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई तो होती है, लेकिन कुछ ही दिनों में दोबारा कब्जा कर लिया जाता है, जिससे प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
जाम की वजह से बच्चों,महिलाऐं,बुजुर्गों को निकलना हुआ मुश्किल
स्टॉलों और दुकानों की वजह से सड़क पर जाम लगा रहता है। बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों के लिए निकलना मुश्किल हो गया है। करोड़ों की सरकारी जमीन पर खुलेआम कब्जा हो रहा है, लेकिन प्रशासन ध्यान नहीं दे रहा।
करैरा नगर में बढ़ते अतिक्रमण ने न सिर्फ यातायात व्यवस्था को बिगाड़ा है, बल्कि आमजन की सुरक्षा पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। अब देखना होगा कि नगर प्रशासन कब तक प्रभावी कार्रवाई कर करोड़ों की शासकीय भूमि को अतिक्रमण मुक्त कर आम नागरिकों को राहत दिलाता है।
इनका कहना है
पूर्व में भी नगर परिषद द्वारा कई क्षेत्रों से अतिक्रमण हटाया गया था, लेकिन लगातार निगरानी के अभाव में अतिक्रमणकारियों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं।
गोपाल गुप्ता, सीएमओ नगर परिषद करैरा