शिवपुरी। अखिल भारतीय अग्रवाल वैश्य समाज द्वारा समाज के परिचय सम्मेलन का आयोजन 21 दिसंबर को शगुन वाटिका में आयोजित किया जा रहा है। खास बात यह है कि पहली बार दिव्यांग और विधवा-विधुर को भी जीवन साथी एक ही मंच पर मिल सकेंगे। आयोजक सदस्य इनके पंजीयन में जुटे हैं और पंजीयन की अंतिम तारीख 5 दिसंबर निर्धारित है।
परिचय सम्मेलन का आयोजन कर रही संस्था अग्रवाल वैश्य परिचय सम्मेलन के संयोजक मोहन मधुर गुप्ता, सहसंयोजक महेंद्र गोयल पोहरी, सतीश अग्रवाल, एडवोकेट विशाल मित्तल ने संयुक्त रूप से बताया कि समाज के द्वारा व्यापक सोच के साथ किया जा रहा है। इस सम्मेलन में विशेष रूप से सामान्य विवाह योग्य युवक युवतियों के पंजीयन तो होंगे ही इसके अलावा किसी भी परेशानी से ऐसे विवाह योग्य युवक युवतियां जो विवाह बंधन में नहीं बंधे हैं। उन्हें भी मंच देने का प्रयास किया जा रहा है। आयोजन में विशेष रूप से मुख्य अतिथि के लिए आमंत्रण केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, मप्र महासभा प्रांताध्यक्ष कैलाश मित्तल, वैश्य महासम्मेलन के प्रांत अध्यक्ष गोविंद गोयल, शिवपुरी विधायक देवेंद्र जैन, सेंवा विधायक प्रदीप अग्रवाल, बमोरी विधायक ऋषि अग्रवाल सहित कई लोगों की भागीदारी रहेगी।
इस बार दिव्यांगों के पंजीयन भी किए जा रहे हैं
दरअसल अभी शिवपुरी जिले में अपनी अपनी समाजों के सम्मेलन तो हर समाज आयोजित कर लेता है लेकिन वैश्य वर्ग के सभी घटकों को जोडकर विवाह सम्मेलन को इतना वृहद रूप देकर इसकी शुरुआत पहली बार की गई है। हालांकि 2024 में भी एक परिचय सम्मेलन यह संस्था कर चुकी है पर इस बार दायरा बढ़ा देने से अब विवाह के पंजीयन भी बढ़ेंगे और अप्रत्यक्ष रूप से इसका लाभ भी लोगों को मिलेगा। खास बात यह भी है कि इस सम्मेलन में विधवा-विधुर जोड़ों को भी अभिभावक रिश्ते तलाश सकेंगे। इसके साथ ही दिव्यांग के पंजीयन भी किए जा रहे हैं जिनको मनचाहा वर-वधु इस विवाह पंजीयन में मिल जाएगा।
सम्मेलन के लिए 6 महीने से तैयारी कर रहे हैं
यह बात सही है कि हम पिछली बार परिचय सम्मेलन कर चुके हैं लेकिन उस सम्मेलन के दौरान क्या कमी रह गई थी और इसे कैसे व्यापक रूप दिया जाए पिछले 6 महीने से हम यही तैयारी कर रहे हैं। इस बार अधिक अभिभावकों को विवाह के लिए रिश्ते मिलेंगे।
मोहन मधुर गुप्ता, संयोजक, परिचय सम्मेलन
अग्रवाल समाज के इन घटकों के युवक-युवतियों के पंजीयन होंगे
आयोजन की जानकारी देते हुए संयोजक मोहन मधुर गुप्ता ने बताया कि परिचय सम्मेलन के दौरान अकेले अग्रवाल समाज के ही अविवाहित युवक युवतियों के लिए आयोजित नहीं हैं वरन वैश्य समाज के जो अन्य घटक हैं जैसे जैन समाज, गहोई समाज, खंडेलवाल समाज, माहेश्वरी समाज, ओसवाल समाज के विवाह योग्य युवक युवतियों के परिचय सम्मेलन का आयोजन हैं। जिसके चलते बड़ी संख्या में पंजीयन होंगे और परिचय सम्मेलन भी वृहद स्तर पर होगा।
इस बार दिव्यांगों के पंजीयन भी किए जा रहे हैं
दरअसल अभी शिवपुरी जिले में अपनी अपनी समाजों के सम्मेलन तो हर समाज आयोजित कर लेता है लेकिन वैश्य वर्ग के सभी घटकों को जोडकर विवाह सम्मेलन को इतना वृहद रूप देकर इसकी शुरुआत पहली बार की गई है। हालांकि 2024 में भी एक परिचय सम्मेलन यह संस्था कर चुकी है पर इस बार दायरा बढ़ा देने से अब विवाह के पंजीयन भी बढ़ेंगे और अप्रत्यक्ष रूप से इसका लाभ भी लोगों को मिलेगा। खास बात यह भी है कि इस सम्मेलन में विधवा-विधुर जोड़ों को भी अभिभावक रिश्ते तलाश सकेंगे। इसके साथ ही दिव्यांग के पंजीयन भी किए जा रहे हैं जिनको मनचाहा वर-वधु इस विवाह पंजीयन में मिल जाएगा।
सम्मेलन के लिए 6 महीने से तैयारी कर रहे हैं
यह बात सही है कि हम पिछली बार परिचय सम्मेलन कर चुके हैं लेकिन उस सम्मेलन के दौरान क्या कमी रह गई थी और इसे कैसे व्यापक रूप दिया जाए पिछले 6 महीने से हम यही तैयारी कर रहे हैं। इस बार अधिक अभिभावकों को विवाह के लिए रिश्ते मिलेंगे।
मोहन मधुर गुप्ता, संयोजक, परिचय सम्मेलन
अग्रवाल समाज के इन घटकों के युवक-युवतियों के पंजीयन होंगे
आयोजन की जानकारी देते हुए संयोजक मोहन मधुर गुप्ता ने बताया कि परिचय सम्मेलन के दौरान अकेले अग्रवाल समाज के ही अविवाहित युवक युवतियों के लिए आयोजित नहीं हैं वरन वैश्य समाज के जो अन्य घटक हैं जैसे जैन समाज, गहोई समाज, खंडेलवाल समाज, माहेश्वरी समाज, ओसवाल समाज के विवाह योग्य युवक युवतियों के परिचय सम्मेलन का आयोजन हैं। जिसके चलते बड़ी संख्या में पंजीयन होंगे और परिचय सम्मेलन भी वृहद स्तर पर होगा।