Shivpuri News: पीले सोने को पीछे पछडा गेहूं ने, टारगेट से अधिक के आंकड़े आए है सामने

Bhopal Samachar

शिवपुरी। शिवपुरी जिले में अति बारिश के कारण खरीफ की फसलों का मिजाज बिगड़ गया था। अब रबी की सीजन की फसलों की बारी मे किसान की पीले साने को गेहूं ने पीछे पछाड दिया है कारण सिर्फ बारिश बनी है। बारिश के कारण सरसों की बोवनी लेट हो गई इस कारण अधिकांश किसान गेहूं की फसल का मन बनाते हुए गेहूं की बोवनी कर दी है।

पढिए जिले की 4 लाख 44 हजार 650 हेक्टेयर कृषि भूमि का डाटा
कृषि विभाग ने इस वर्ष जिलेभर में रबी की फसल का लक्ष्य 4 लाख 44 हजार 650 हेक्टेयर का रखा था। इसमें से 93 फीसदी अर्थात 4 लाख 12 हजार 676 हेक्टेयर में बोवनी हो चुकी है, जो 7 फीसदी रकबा शेष है, वह आगामी 10 दिन में पूरा होने की उम्मीद है। इस बार किसानों ने सबसे
अधिक गेहूं की बोवनी करने में गहरी रुचि दिखाई है। इसके पीछे बड़ा कारण  समर्थन मूल्य पर किसानों के गेहूं की खरीद व बारिश अधिक होने से सरसों की बोवनी में देरी है। कृषि विभाग की मानें तो पिछले कई सालों से सरसों व गेहूं का रकबा लगभग बराबर रहता था और कभी-कभी सरसों अधिक हो जाती थी, लेकिन इस बार गेहूं की रकबा सरसों से काफी अधिक है। शिवपुरी व पोहरी विधानसभा में 95 फीसदी किसान केवल सरसों व गेहूं की बोवनी ही करते हैं, जबकि रबी की अन्य फसलों जैसे मटर, जौ, अलसी आदि का चलन जिले में कम है।

रबी फसल के लिए यह रखा था लक्ष्य
कृषि विभाग ने इस साल रबी की फसलों के लिए वैसे तो कुल लक्ष्य 4 लाख 44 हजार 650 हेक्टेयर रखा था और इसमें 4 लाख 12 हजार 676 हेक्टेयर का लक्ष्य पूरा चुका है। इसमें सबसे अधिक गेहूं 3 लाख 28 हजार का लक्ष्य जिसमें 2 लाख 73 हजार 98 हेक्टेयर में बोवनी हो चुकी है। इसी तरह से जौ का लक्ष्य 2 हजार हेक्टेयर व पूर्ति 1593 हेक्टेयर, चना का लक्ष्य 22 हजार हेक्टेयर व पूर्ति 25 हजार 527 हेक्टेयर, मटर 1800 हेक्टेयर में से पूर्ति 1794 हेक्टेयर, अलसी 1500 हेक्टेयर में से 1015 हेक्टेयर, गन्ना 400 हेक्टेयर में से 119.5 हेक्टेयर व अन्य 1950 में से 2318 हेक्टेयर शामिल हैं।

यह बोले उप संचालक
जिले में रबी की बोवनी का 93 फीसदी लक्ष्य पूरा हो गया है। सबसे अधिक रकबा गेहूं का हुआ है। पिछले साल सरसों का रकबा अधिक था, लेकिन इस बार अति वर्षा होने से सरसों को छोड़कर किसानों ने गेहूं की बोवनी की है। यूरिया खाद को लेकर हम पूरी व्यवस्था कर रहे हैं।
पान सिंह करोस्यिा, उप संचालक,कृषि, शिवपुरी