शिवपुरी में विदेश बहू सहित लव मैरिज वाली युवतियां भी BLO को दे रही है टेंशन, आंकड़े आए सामने

Bhopal Samachar

शिवपुरी। शिवपुरी जिले मे वर्तमान समय में SIR का काम तेजी से चल रहा है। SIR  के डाटा मे कई चौंकाने वाले आंकड़े भी छनकर सामने आ रहे है। इन आकडो मे जिले में विदेशी बहू की संख्या भी सामने आई है। लापता लोगों का भी एक आंकड़ा दर्ज हो रहा है। वही विदेशी बहू सहित अदर स्टेट से शिवपुरी मे लाई गई युवतिया सहित लव मैरिज वाली ऐसी युवतियां जिन्होंने अपने परिजनों के खिलाफ जाकर शादी की है। इन सभी प्रकार की बहुओ की मैपिंग करने में बीएलओ के पसीने छूट रहे है।

पाकिस्तान और नेपाल की बहूए है शिवपुरी में
शिवपुरी में पाकिस्तान और नेपाल की जन्मभूमि वाली महिलाएं शिवपुरी में बहू बनकर आई है। उचित दस्तावेज नहीं होने के कारण  एसआईआर सर्वे में इन्हें इसलिए मैप नहीं किया जा पा रहा है, क्योंकि इनके पास मायके से जुड़े दस्तावेज नहीं हैं। पहचान के लिए ब्लड रिलेशन वाला दस्तावेज जरूरी है, जो इनके पास नहीं है। यह दिक्कत सिर्फ विदेश से आई महिलाओं तक सीमित नहीं है। उड़ीसा, कर्नाटक और बिहार से आए कई लोगों के साथ भी वही समस्या है। इसलिए इनकी भी मैपिंग नहीं हो पा रही है।

लव मैरिज वाली युवतियां,परिजन बोल रहे है मर गई
शिवपुरी जिले में ऐसी युवतियां भी अपनी मैपिंग के लिए परेशान हो रही है जिन्होंने अपने परिजनों के खिलाफ जाकर या तो भागकर या मंदिर में जाकर शादी की है। उनकी मैपिंग के लिए पिता के 2003 की मतदाता की सूची का अनुक्रमांक की संख्या दर्ज करनी है,लेकिन उनके मायके वालो ने रिश्ता तोड दिया है इस कारण उन्हें भी मैपिंग कराने में समस्या का सामना करना पड रहा है,ऐसे कई मामले सामने आ रहे है जब यह युवतिया घर से भागी थी और पुलिस ने इन्है बरामद कर लिया और बयान कराए तो इन्होने अपने परिजनों के साथ जाने से मना कर दिया था। अब परिजन उन्ही वचनों को इन लव मैरिज वाली युवतियो को याद दिला रहे है।

यह बोल रहे है आंकडें
शिवपुरी जिले की पांचों विधानसभाओं में कुल 13.19 लाख मतदाता हैं, जिनमें से अब तक 11.79 लाख का सत्यापन हो सका है। 33 हजार 280 मतदाता अभी भी नो मैपिंग श्रेणी में हैं। 15 हजार 180 मतदाताओं की मृत्यु दर्ज की गई है। 13 हजार 328 को लापता की श्रेणी में शामिल किया गया है। 32 हजार 310 मतदाता स्थायी रूप से दूसरे स्थानों पर शिफ्ट हो गए हैं। जिले में 1492 बीएलओ एसआईआर कार्य में लगे हैं।

दस्तावेजों के अभाव में हसीना की पहचान अनमैप्ड श्रेणी में दर्ज
वार्ड 22 निवासी हसीना (परिवर्तित नाम) 2018 में शिवपुरी आई थीं। उन्होंने बीएलओ को अपनी भारतीय नागरिकता का दस्तावेज दिया। लेकिन उनकी पहचान दर्ज नहीं हो सकी। नियम के अनुसार कोई ब्लड रिलेशन दस्तावेज (माता-पिता, भाई-बहन का 2003 की मतदाता सूची में नाम) चाहिए। हसीना के पास ऐसा रिकॉर्ड नहीं है। वह पति के दस्तावेज से पहचान चाहती हैं। लेकिन नियमानुसार इसकी अनुमति नहीं है। इसी वजह से उन्हें अनमैप्ड श्रेणी में डाल दिया गया है।

पहचान प्रमाण न मिलने पर नेपाल से आईं तीन महिलाएं अनमैप्ड
नेपाल से शिवपुरी आई तीन महिलाएं चेल्सी माया, देवांगी और शिवानी (सभी परिवर्तित नाम) भी इसी तरह की परेशानी में हैं। बीएलओ जब इनके यहां पहुंचे तो वे अपनी पहचान पूरी तरह साबित नहीं कर सकीं। उनके पास मायके से जुड़ा कोई रिकॉर्ड नहीं था। इस वजह से उनका ब्लड रिलेशन सत्यापित नहीं हो सका। वे सिर्फ अपना नाम बता पाई। ऐसे में बिना पहचान प्रमाण के उनका सत्यापन नहीं हो सका। परिणामस्वरूप तीनों को अनमैप्ड श्रेणी में रखा गया है।

उड़ीसा, महाराष्ट्र व बिहार से आए लोगों का सत्यापन अधर में
इसी प्रकार वार्ड 16 में उड़ीसा, महाराष्ट्र कर्नाटक और बिहार से आए कई लोग मिले हैं। ये भी अपनी पहचान पूरी तरह साबित नहीं कर पा रहे हैं। कुछ लोगों को भाषा समझने में दिक्कत है, जबकि कुछ को अपने माता-पिता या भाई-बहनों के पूरे नाम याद नहीं हैं। पहचान के लिए जरूरी दस्तावेज भी इनके पास नहीं हैं। ऐसे में बीएलओ के सामने इन्हें दर्ज करना मुश्किल हो गया है। सत्यापन न होने के कारण इन्हें भी अनमैप्ड श्रेणी में शामिल किया गया है।

पहचान तलाश की जा रही है
पाकिस्तान, नेपाल सहित महाराष्ट्र कर्नाटक और बिहार के लोग भी रह रहे हैं। शहर में ऐसे 3,239 मतदाताओं की पहचान अभी तलाश की जा रही है। बीएलओ पूरी जानकारी दस्तावेजों के सत्यापन के बाद ही भेजेंगे। यदि डाटा सही नहीं मिला तो नोटिस जारी कर संबंधित दस्तावेज दोबारा मांगे जाऐगें।  -आनंद राजावत,एसडीएम शिवपुरी