shivpuri news : मतदाता सूची में बहुओं की मैपिंग पर संकट,मायके से मंगाना होगा रिकॉर्ड, पढ़िए खबर

Bhopal Samachar

शिवपुरी। निर्वाचन आयोग द्वारा मतदाता सूची में विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) कार्य शुरू हो गया है, लेकिन इसमें ऐसी कई महिलाओं के मैपिंग का संकट सामने आ रहा है, जिनका वर्ष 2003 की मतदाता सूची में नाम नहीं हैं। लिहाजा अब इन महिलाओं को अपने मायके से माता-पिता का रिकॉर्ड मंगाना पड़ेगा, उसके बाद ही उसकी मैपिंग हो सकेगी।

बहुओं की मैपिंग नहीं हो पा रही हैं
जिले में ऐसी विवाहिता महिलाएं 18 से 40 वर्ष तक की है, जिनका नाम वर्ष 2025 की मतदाता सूची में तो है, लेकिन 2003 की मतदाता सूची में नहीं है। यही वजह है कि एसआइआर के अंतर्गत निर्वाचन आयोग के मोबाइल ऐप पर दादा दादी से नाती-नातिन व माता-पिता से बेटा व बेटी की मैपिंग हो रही है। लेकिन बहुओं की मैपिंग नहीं हो पा रही हैं। वर्ष 2025 की मतदाता सूची में जिले में महिला मतदाताओं की संख्या 6 लाख 23 हजार 385 है।

जिनके दोनों सूची में नाम, उनसे कोई दस्तावेज नहीं
एसआईआर के अंतर्गत 2003 एवं 2025 की मतदाता सूची में जिन मतदाताओं के नाम है, उनसे किसी भी प्रकार के दस्तावेज नहीं लिए जाएंगे। इसके साथ ही यदि 2025 में नाम है और 2003 की सूची में मतदाता का नाम नहीं है, और मतदाता के परिवार के किसी भी सदस्य पिता, चाचा, दादा, परदादा, भाई, मां का नाम 2003 की सूची में है तो भी कोई दस्तावेज नहीं लिए जाएंगे। इसमें केवल बहू बनकर आई महिलाओं को ही अपने मायके से माता-पिता, भाई-बहन आदि का रिकॉर्ड मंगाना होगा, उसके आधार पर ही संबंधित महिला का सत्यापन हो जाएगा।

देश की मतदाता सूची को ऑनलाइन किया गया हैं
निर्वाचन आयोग ने 2003 की सूची की ऑनलाइन निर्वाचन आयोग द्वारा पूरे भारत की 2003 की मतदाता सूची को ऑनलाइन किया गया है, जिसमें नाम देखे जा सकते है। निर्वाचन आयोग की वेबसाइट
httpN// voters. eci. gov. in पर नाम देखे जा सकते हैं। ऐसे में घर बैठे ही महिलाओं को भी अपने मायके में माता-पिता का रिकॉर्ड मिल जाएगा। एसआईआर के अंतर्गत बीएलओ द्वारा मतदाता सूची 2025 के विवरण के अनुसार नाम, पता और इंपिक नंबर सहित प्री-प्रिंटेड एन्यूमरेशन (गणना) फॉर्म मतदाताओं को दिए जा रहे हैं, जिन्हें भरकर मतदाताओं को वापस बीएलओ को देना होगा।

इनका कहना है।
हमारे जिले में एसआईआर का काम करीब 65 फीसदी हो गया है। विवाहित महिलाओं के संबंध में जो जानकारी चाहिए, उसके लिए समय दिया जा रहा है। अब तो हर डाटा ऑनलाइन है तो सब जानकारी मिल जाती है।
रविन्द्र कुमार चौधरी, कलेक्टर जिला शिवपुरी