शिवपुरी। शिवपुरी नगर पालिका अध्यक्ष गायत्री शर्मा विवाद और भ्रष्टाचार में फंसी हुई है। गायत्री शर्मा अपने वार्ड को भी भ्रष्टाचार से मुक्त नहीं रख रखी है। सीसी सडक पर डामर का लेप लगाकर लाखो के भुगतान का मामला सामने आया है,वह एक सीसी सड़क को बिना टेंडर बनाने का मामला भी जांच में सामने आया है इस सड़क का 10 लाख का भुगतान भी बिना कोर कटिंग के कर दिया गया है। इस पूरे मामले में सबसे बड़ी बात यह है कि भुगतान हुआ है काम हुआ है यह पता है लेकिन किसने किया,किसके आदेश से किया,नाप और बिल वाली फायर नगर पालिका से गायब है जिसकी तलाश पिछले कई महीनों से नगर पालिका कार्यालय में चल रही है।
नगर पालिका के वार्डों में सड़क निर्माण और भुगतान को लेकर जांच शुरू कर दी गई है। पहले दो इंजीनियर और एक ठेकेदार के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध होने के बाद, प्रशासन अब अन्य निर्माण कार्यों की भी जांच कर रहा है। यह कार्रवाई बागी पार्षदों की शिकायत पर की जा रही है, जो पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने के उद्देश्य से उठाया गया कदम है।
बीजेपी पार्षदों ने वार्ड 17 लुधावली और नपाध्यक्ष के वार्ड 25 में सड़क रेस्टोरेशन और डामरीकरण कार्य की जांच की मांग की थी। जांच में पाया गया कि रोड रेस्टोरेशन की आड़ में ठेकेदार ने पूरी सीसी सड़क बना दी और भुगतान उसे बिना कोर कटिंग के कर दिया गया। वहीं, मुक्तिधाम तक पहुंचने के लिए पहले से बिछी सीसी सड़क पर डामर की लेयर डालकर भी भुगतान किया गया।
वार्ड 25 में नपाध्यक्ष गायत्री शर्मा के तहत सड़क निर्माण कार्य हुआ है। नपाध्यक्ष के खिलाफ पहले से ही भ्रष्टाचार को लेकर शासन स्तर पर कार्रवाई चल रही है। अब पार्षदों की शिकायत के बाद उनके वाडों में भी अनियमितताओं की जांच कराई जा रही है।
वार्ड क्रमांक 25 में दो जगह बडी गडबडी
नपाध्यक्ष के वार्ड में रोड रेस्टोरेशन की जगह सड़क बनी मिली, 10 लाख का भुगतान किया
नपाध्यक्ष गायत्री शर्मा के वार्ड 25 में मुक्तिधाम रोड से मुक्तिधाम तक 250 मीटर में पहले से बिछी सीसी रोड पर डामरीकरण कराकर ठेकेदार को भुगतान किया गया है। वार्ड 25 में ही रोड रेस्टोरेशन का काम कराया है। वंशकार गली और ट्यूबवेल गली में रोड डाल दी। जबकि यहां रोड रेस्टोरेशन होना था। पार्षदों का आरोप है कि रोड रेस्टोरेशन की चौड़ाई 1 मीटर होती है, फिर पूरी रोड कैसे बना दी। करीब 10 लाख का भुगतान ठेकेदार को कर दिया। भुगतान से पहले कोर कटिंग तक नहीं कराई।
मुक्तिधाम सड़क की फाइल गायब
वार्ड 17 व 25 में पार्षदों ने जिन सड़कों की शिकायत की थी, उनकी मौके पर जाकर जांच पूरी कर ली है। अब फाइलों से मिलान कर रहे हैं। मुक्तिधाम सड़क निर्माण वाली फाइल अभी नहीं मिल रही है। नगर पालिका स्टाफ फाइल ढूंढ रहा है। यदि फाइल नहीं मिली तो ऑनलाइन एस्टीमेट व भुगतान का रिकॉर्ड निकालेंगे। अगले सप्ताह जांच पूरी कर प्रतिवेदन सौंप देंगे।
नगर पालिका के वार्डों में सड़क निर्माण और भुगतान को लेकर जांच शुरू कर दी गई है। पहले दो इंजीनियर और एक ठेकेदार के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध होने के बाद, प्रशासन अब अन्य निर्माण कार्यों की भी जांच कर रहा है। यह कार्रवाई बागी पार्षदों की शिकायत पर की जा रही है, जो पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने के उद्देश्य से उठाया गया कदम है।
बीजेपी पार्षदों ने वार्ड 17 लुधावली और नपाध्यक्ष के वार्ड 25 में सड़क रेस्टोरेशन और डामरीकरण कार्य की जांच की मांग की थी। जांच में पाया गया कि रोड रेस्टोरेशन की आड़ में ठेकेदार ने पूरी सीसी सड़क बना दी और भुगतान उसे बिना कोर कटिंग के कर दिया गया। वहीं, मुक्तिधाम तक पहुंचने के लिए पहले से बिछी सीसी सड़क पर डामर की लेयर डालकर भी भुगतान किया गया।
वार्ड 25 में नपाध्यक्ष गायत्री शर्मा के तहत सड़क निर्माण कार्य हुआ है। नपाध्यक्ष के खिलाफ पहले से ही भ्रष्टाचार को लेकर शासन स्तर पर कार्रवाई चल रही है। अब पार्षदों की शिकायत के बाद उनके वाडों में भी अनियमितताओं की जांच कराई जा रही है।
वार्ड क्रमांक 25 में दो जगह बडी गडबडी
नपाध्यक्ष के वार्ड में रोड रेस्टोरेशन की जगह सड़क बनी मिली, 10 लाख का भुगतान किया
नपाध्यक्ष गायत्री शर्मा के वार्ड 25 में मुक्तिधाम रोड से मुक्तिधाम तक 250 मीटर में पहले से बिछी सीसी रोड पर डामरीकरण कराकर ठेकेदार को भुगतान किया गया है। वार्ड 25 में ही रोड रेस्टोरेशन का काम कराया है। वंशकार गली और ट्यूबवेल गली में रोड डाल दी। जबकि यहां रोड रेस्टोरेशन होना था। पार्षदों का आरोप है कि रोड रेस्टोरेशन की चौड़ाई 1 मीटर होती है, फिर पूरी रोड कैसे बना दी। करीब 10 लाख का भुगतान ठेकेदार को कर दिया। भुगतान से पहले कोर कटिंग तक नहीं कराई।
मुक्तिधाम सड़क की फाइल गायब
वार्ड 17 व 25 में पार्षदों ने जिन सड़कों की शिकायत की थी, उनकी मौके पर जाकर जांच पूरी कर ली है। अब फाइलों से मिलान कर रहे हैं। मुक्तिधाम सड़क निर्माण वाली फाइल अभी नहीं मिल रही है। नगर पालिका स्टाफ फाइल ढूंढ रहा है। यदि फाइल नहीं मिली तो ऑनलाइन एस्टीमेट व भुगतान का रिकॉर्ड निकालेंगे। अगले सप्ताह जांच पूरी कर प्रतिवेदन सौंप देंगे।