शिवपुरी। शिवपुरी जिले के इतिहास में पहली बार एक न्यूरो सर्जन की पदस्थापना हुई थी। यह पदस्थापना केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और विधायक देवेंद्र जैन की पहल पर तीन महीने पहले शासन ने श्योपुर से न्यूरो सर्जन डॉ. दिनेश गोयल को शिवपुरी जिला चिकित्सालय में पदस्थ किया। लेकिन शुक्रवार को जारी स्थानांतरण आदेश उन्हें वापस श्योपुर पदस्थ कर दिया गया। इससे शिवपुरी जिला फिर से न्यूरो सर्जन विहीन हो गया है।
जिले की 20 लाख की आबादी के लिए वह एकमात्र न्यूरो सर्जन थे। अब उनके श्योपुर पहुंच जाने से शिवपुरी के न्यूरोलॉजी न्यूरोलॉजी से संबंधित मरीजों को ग्वालियर, इंदौर, झांसी जाने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। इस मामले में गलती किसी की भी हो खामियाजा जनता भुगतेगी।
तकनीकी खामी वजह जिला अस्पताल में न्यूरो सर्जन डॉ. दिनेश गोयल का तबादला तकनीकी खामी के कारण हुआ। विभागीय पोर्टल पर उनकी पदस्थापना शिवपुरी में दिखाई देने से पद "भरा हुआ" दर्ज रहा, जबकि वास्तव में यह स्थान रिक्त था। परिणामस्वरूप, विभागीय परीक्षा में पद रिक्त न दिखने के कारण उनका स्थानांतरण श्योपुर कर दिया गया।
जिले की 20 लाख की आबादी के लिए वह एकमात्र न्यूरो सर्जन थे। अब उनके श्योपुर पहुंच जाने से शिवपुरी के न्यूरोलॉजी न्यूरोलॉजी से संबंधित मरीजों को ग्वालियर, इंदौर, झांसी जाने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। इस मामले में गलती किसी की भी हो खामियाजा जनता भुगतेगी।
तकनीकी खामी वजह जिला अस्पताल में न्यूरो सर्जन डॉ. दिनेश गोयल का तबादला तकनीकी खामी के कारण हुआ। विभागीय पोर्टल पर उनकी पदस्थापना शिवपुरी में दिखाई देने से पद "भरा हुआ" दर्ज रहा, जबकि वास्तव में यह स्थान रिक्त था। परिणामस्वरूप, विभागीय परीक्षा में पद रिक्त न दिखने के कारण उनका स्थानांतरण श्योपुर कर दिया गया।