Shivpuri News: देश भक्ति मे घोटाला, तिरंगा यात्रा के नाम पर निकाय ने कर दिया लाखो रूपए का काण्ड

Bhopal Samachar

करैरा। शिवपुरी जिले की करैरा नगर परिषद में 'आजादी के 78 वें वर्ष' और 'ऑपरेशन सिंदूर' अभियान के नाम पर खरीदे गए 10,000 तिरंगा झंडों की खरीदी में एक बड़ा घोटाला सामने आया है। नगर परिषद के कागज़ों में, प्रत्येक झंडे की कीमत 25 दर्शाते हुए कुल 2.5 लाख का भुगतान किया गया है। जबकि, बाजार में इसी टेरीकॉट कपड़े का झंडा थोक दर पर मात्र 8 से 9 में आसानी से उपलब्ध है। इस प्रकार, खरीद में प्रति झंडे पर 16 से 17 का सीधा मुनाफा कमाया गया है।

नियमों का उल्लंघन और वितरण पर सवाल
इस खरीदी में गंभीर अनियमितताएं सामने आई हैं। सरकार के 'हर घर तिरंगा' अभियान के तहत खादी ग्रामोद्योग से झंडे खरीदना अनिवार्य था, लेकिन करैरा नगर परिषद ने नियमों को ताक पर रखकर, जेम पोर्टल के माध्यम से सस्ते टेरीकॉट झंडे मंगवा लिए।

पार्षदों का आरोप है कि इतनी बड़ी संख्या में झंडे न तो शहर में कहीं वितरित किए गए और न ही लगाए गए। शहर के मुख्य चौराहों, सरकारी भवनों, स्कूलों और वार्डों में भी ये झंडे कहीं नजर नहीं आए। पार्षदों ने सीधा आरोप लगाया है कि यह राशि सीधे अधिकारियों और सत्ताधारी नेताओं की जेब में चली गई है।

प्रभारी को भनक नहीं, उनके नाम पर लगा ऑर्डर
कागज़ों में 10,000 तिरंगे झंडे खरीदे गए, लेकिन पूरे करैरा शहर में इनका उपयोग दिखाई नहीं दिया। पार्षद संजय नीखरा (वार्ड 10), जो तिरंगा यात्रा के प्रभारी थे, ने हैरानी जताई है कि उन्हें इस बड़ी खरीदी की भनक तक नहीं लगी। उन्होंने कहा कि उन्हें पता ही नहीं चला कि उनके नाम से इतना बड़ा ऑर्डर कैसे पास हो गया।

आश्चर्य की बात यह है कि मध्य प्रदेश के किसी भी अन्य नगर निकाय ने एक साथ इतनी बड़ी संख्या में झंडे नहीं खरीदे, जबकि करैरा ऐसा करने वाली अकेली परिषद है। पार्षदों का दावा है कि नगर परिषद ने वास्तव में केवल लगभग 3,000 झंडे ही मंगवाए थे, जिनमें से अधिकांश अभी भी एक बाबू के कमरे में बंद रखे हैं। आरोप है कि कम झंडे मंगवाकर, 10,000 झंडों का बिल लगाकर इस भ्रष्टाचार को अंजाम दिया गया है।

इनका कहना हैं
मैं प्रभारी जरूर था, लेकिन मुझे यह पता नहीं है कि हमारे यहां कितने झंडे आए और कितने के बिल लगे। मुझे तो सिर्फ इतना पता था कि नगर परिषद और जनपद पंचायत से झंडे भेजे गए थे।
संजय नीखरा,पार्षद (वार्ड 10) एवं तिरंगा यात्रा प्रभारी

हमने 8,000 झंडे जिला अध्यक्ष को दे दिए थे और 2,000 झंडे हमारी निकाय में रखे हुए हैं। पार्षदों को यदि भ्रष्टाचार लग रहा है, तो इसकी जांच करा ली जाएगी।
गोपाल गुप्ता मुख्य नगर पालिका अधिकारी (सीएमओ) नप करैरा

नगर परिषद में तिरंगा यात्रा जैसे पवित्र कार्य के नाम पर भ्रष्टाचार किया गया। यह लोगों की आस्था को ठेस पहुंचाने जैसा है। इस मामले में जांच कर दोषी पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
शालिनी सोनी पार्षद (वार्ड 3) करैरा