शिवपुरी की हत्यारी सडके, प्रतिदिन 3 हादसो में 1 की मौत-न ब्लैक स्पॉट सुधरे, न बाईपास बना

Bhopal Samachar

शिवपुरी। शिवपुरी जिले की चारों ओर की सीमाएं फोरलेन पर हाईवे से लगी हुई हैं। शिवपुरी जिले दो बडे फोरलेन नेशनल हाईवे शिवपुरी जिले की सीमा से निकले है। इनमे से एक झांसी कोटा तो दूसरा आगरा मुंबई हाईवे है, जबकि पोहरी-श्योपुर स्टेट हाइवे है। इन हाइवे पर लाखो लोगो को आना जाना रहता है इस कारण इन हाईवे पर हादसे भी प्रतिदिन होते है। आंकड़ों की बात करते जिले में प्रतिदिन लगभग 3 हादसे होते है और 1 जिंदगी प्रतिदिन अपना दम तोड़ती है वही 3 लोग प्रतिदिन घायल होते है। इसलिए शिवपुरी की सडको को कातिल कहा जहां तो कोई अतिशयोक्ति नही होगी।

शिवपुरी जिले से निकली सडको पर कई जगह गड्ढे व जर्जर स्थिति है, इस कारण से अधिकांश हादसे उन स्थानों पर ही हुए, जहां रोड खराब थी। अगर शिवपुरी से निकले हाईवे दुरुस्त कर दिए जाएं और जहां खतरनाक मोड हैं वहां पर संकेतक लगा दिए जाएं तो सड़क हादसों में कमी लाई जा सकती है, लेकिन हाईवे प्रबंधन इस तरफ ध्यान नहीं दे रहा।

10 महीने में 325 मौतें, पिछले साल से ज्यादा डरावने आंकड़े
जिला मुख्यालय सहित अंचल भर में जर्जर सड़कों के कारण वर्ष 2025 के 10 माह में 987 हादसे हुए और इनमें 325 लोगों की जान गई तथा 1001 लोग घायल हुए हैं। जबकि पिछले साल 2024 में 1008 हादसों में 313 लोगों की जान गई थी और 749 लोग घायल हुए थे।

आंकड़े बताते है कि जर्जर सड़कों से लेकर जिले में जो 12 ब्लैक स्पॉट हैं, उनमें कोई सुधार नहीं हुआ। इसलिए इस साल हादसों से लेकर मृतक व घायलों की संख्या बढ़ी है। यह तो तब है, जब इस साल के दो महीने नवंबर व दिसंबर के आंकड़ों को जोड़ा नहीं गया है। अधिकांश मौत उन लोगों की भी हुई है, जो कि दो पहिया चलाते या वाहन पर बैठे समय हेलमेट नहीं पहने थे।

2025 में भी अधूरा रह गया बायपास: अब मार्च 2026 की नई तारीख
एक साल से भी अधिक समय से कृषि उपज मंडी के पास बाईपास पर ओवरब्रिज का काम पूरा नहीं हो पाया। इस कारण से यहां पर एक ही साइड से दोनों तरफ के वाहन निकाले जाते हैं। अधिकारियों की मानें तो यह काम मार्च 2026 में पूरा हो जाएगा। जबकि यह काम इसी साल में पूरा होने के दावे एनएचएआई द्वारा किए जा रहे थे।

इसी प्रकार से अमोला स्थित सिंध नदी पुल के पास सड़क को ऊंचा करने के लिए एक साइड का काम पूरा हो चुका था और दूसरी साइड का काम चल रहा था। यह भी कुछ दिन में पूरा हो जाएगा। चूंकि यह दो बड़े काम आधे-अधूरे पड़े हैं। इसलिए यहां पर भी कई हादसे इन गुजरे महीनों में हुए है। साथ ही हाइवे पर कई जगह गड्ढे हैं, जिनको मरम्मत की जरूरत है। उन पर हाईवे प्रबंधन कोई ध्यान नहीं दे रहा।

12 ब्लैक स्पॉट, NHAI की अनदेखी
जिले में पुलिस व प्रशासन ने जो ब्लैक स्पॉट तय किए हैं, उनमें पिपरसमां चौराहा शिवपुरी, खूबत घाटी सतनवाड़ा, ईश्वरी रेलवे पुल बदरवास, गांधी पेट्रोल पंप से पड़ोरा चौराहा, देहरदा गांव से देहरदा चौराहा, कट पाइंट शिवपुरी लिंक रोड करई डाडा, अमोला घाटी फोरलाइन, सिरसौद चौराहा, मुंगावली तिराहा करैरा, टीला रोड कॉलेज तिराहा करैरा, सिल्लरपुर तिराहा व आवास मोड करैरा शामिल है। हालांकि प्रशासन द्वारा तय किए गए ब्लैक स्पॉट में पिछोर व खनियांधाना सहित सुभाषपुरा क्षेत्र के ब्लैक स्पॉट तय नहीं किए गए है। यहां पर भी बड़ी संख्या में हादसे होते है।

इनका कहना हैं
पिपरसमा ओवरब्रिज का काम जारी है। मार्च 2026 में यह काम पूरा हो जाएगा। इसके अलावा अमोला पुल के पास भी दूसरी साइड का काम अंतिम चरण में है। पड़ोरा चौराहे पर भी काम चल रहा है। अब हाईवे पर जहां पर भी गड्ढे हैं। उनकी भी मरम्मत कराई जा रही है।
उमाकांत मीणा, प्रोजेक्ट इंचार्ज, एनएचएआई, शिवपुरी

हमारा पूरा प्रयास रहता है कि कम से कम हादसे हों और लोग सुरक्षित रहें। इसके लिए हम समय-समय पर चालानी कार्रवाई कर हेलमेट लगाने से लेकर अन्य नियमों का पालन कराने की पूरी कोशिश करते हैं। कई जागरूकता अभियान भी चलाते हैं। कई जगह सड़कें खराब होने से हादसे होते हैं। सबसे बुरे हालात पिपरसमा पुल व बायपास के हैं।
रणवीर यादव, यातायात प्रभारी, शिवपुरी।