Shivpuri News: सरकारी बाबू खोले बैठा है ई-स्टाम्प की दुकान,बोला रिश्वत से सब संभव है

Bhopal Samachar

शिवपुरी। मंगलवार की जनसुनवाई में आज पोहरी में महिला बाल विकास विभाग के एक बाबू की शिकायत की गई है। शिकायतकर्ता का कहना है कि सरकारी कर्मचारी अपनी नौकरी पर ना जाते हुए आफिस खोलकर स्टांप पत्र बेच रहा है। कर्मचारी का ट्रांसफर पोहरी से कोलारस हो गया था लेकिन रिश्वत की दम अपना ट्रांसफर रुकवा दिया। कर्मचारी ने अपनी नौकरी का काम करने के लिए 10 हजार रु महीने मे एक युवक को रख लिया है वह सरकारी काम करता है।

जानकारी के अनुसार राजकुमार धाकड़ महिला एवं बाल विकास विभाग के पोहरी कार्यालय में सहायक ग्रेड-3 के पद पर पदस्थ है। राजकुमार धाकड़ शिवपुरी निवास करता है,और पोहरी में तहसील के सामने दुकान संचालित करता है। ,ई स्टाम्प का लाइसेंस राजकुमार धाकड़ की पत्नि के नाम है। राजकुमार कार्यालयीन समय मे अपनी दुकान पर स्टाफ बेचने का कार्य करता है और सरकारी वेतन प्राप्त करता है।
 
शिकायर्ता कर्मचारी का छोटा भाई है
इस मामले की शिकायत करने वाले मोहित धाकड महिला बाल विकास विभाग के कर्मचारी का छोटा भाई है। मोहित ने बातया कि सिर्फ में बेरोजगार रहू इसलिए वह दुकान नही छोडना चाहता है इससे पहले यह काम मेरे पिताजी करते थे और उनके देहांत होने के बाद भी इस काम पर मेरे बडे भाई ने कब्जा कर लिया।

कई बार कर चुका है, मेरी मारपीट
पीड़ित भाई ने बताया कि राजकुमार धाकड़ द्वारा तीन चार बार मेरे साथ मारपीट भी की जा चुकी है। जिसके बाद मैंने थाने पर शिकायत की, लेकिन आज दिनांक तक मेरे भाई पर करवाई नहीं की गई,इसके बावजूद न्याय व सुरक्षा नहीं मिल सकी।

मेरी बहुत ऊपर तक पहुंच है, मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता
मोहित ने बताया कि मैं ई-रजिस्टर्ड विक्रय पत्र से सम्बन्धित कार्य करने में सक्षम हूं, परन्तु राजकुमार धाकड़ द्वारा मुझको कार्य नहीं करने दिया जा रहा है। मेरे द्वारा इस सम्बन्ध में न्याय प्राप्ति हेतु शिकायत करने की बात कहने पर राजकुमार धाकड़ कहता है कि मेरी शिकायत कहीं भी कर दे, कलेक्टर भी मेरा कुछ नहीं बिगाड़ पाएगा, मैं रूपये खर्च करके हर कार्यवाही से निपट लूंगा।

मैं सस्पेंड कर दिया जाउंगा तो मैं और खुलकर रजिस्ट्री करवाउंगा, अभी से ज्यादा कमाई करूंगा, लेकिन तुझे इस दुकान में पैर भी नहीं रखने दूंगा। अप्रैल 2025 में राजकुमार धाकड़ का स्थानान्तरण पोहरी से कोलारस कर दिया गया था परन्तु उसने उसकी पहुंच व पहचान के चलते स्थानान्तरण निरस्त करवा लिया।