शिवपुरी। शिवपुरी जिले के 10 हजार खाताधारकों के लिए जिले का जिला सहकारी मर्यादित बैंक मुसीबत बन चुका हैं। खाताधारकों का उनके अकाउंट में पैसा जमा है लेकिन पैसा निकल नहीं रहा है। कलेक्ट्रेट में आयोजित हर जनसुनवाई में एक ना एक मामला इस बैंक से त्रस्त अकाउंट होल्डर का आता है। खासकर वह अधिक परेशान होते है जिनके घर में शादी होती है।
कृष्ण पुरम कॉलोनी में निवास करने वाले एक्स होम गार्ड सैनिक हरिसिंह रघुवंशी ने आज एक आवेदन कलेक्ट्रट मे आयोजित जनसुनवाई में दिया है। इस आवेदन के माध्यम से सैनिक ने बताया कि उसकी बेटी सपना की शादी है और उसका टीका 28 नवंबर को जाना है,बैंक में 4 लाख रुपए जमा है और बैंक 1 हजार रुपए प्रति सप्ताह देने की बात करता है।
हरि सिंह रघुवंशी ने कहा कि जिला सहकारी बैंक की शाखा शिवपुरी में उसका खाता है उसका खाता क्रमांक 672052006503 है,जिसमे 4 लाख रुपए जमा है यह पैसा उसने अपनी बेटी की शादी के लिए रखा था। होमगार्ड सैनिक को कोई पेंशन भी नहीं मिलती है,बैंक से जब घर खर्च के लिए पैसा निकालना भी मुश्किल है।
मैं बैंक प्रबंधन से लगातार निवेदन कर रहा हूं की मेरी बेटी की शादी है और उसका टीका 28 तारीख को देना है पैसे की आवश्यकता है,लेकिन बैंक प्रबंधन सुनने को तैयार नही है मेरा ही पैसा मझे भीख की तरह मागंना पड रहा है,इस स्थिति में मेरी बेटी की शादी कैसे होगी। अब समय भी कम बचा है।
कृष्ण पुरम कॉलोनी में निवास करने वाले एक्स होम गार्ड सैनिक हरिसिंह रघुवंशी ने आज एक आवेदन कलेक्ट्रट मे आयोजित जनसुनवाई में दिया है। इस आवेदन के माध्यम से सैनिक ने बताया कि उसकी बेटी सपना की शादी है और उसका टीका 28 नवंबर को जाना है,बैंक में 4 लाख रुपए जमा है और बैंक 1 हजार रुपए प्रति सप्ताह देने की बात करता है।
हरि सिंह रघुवंशी ने कहा कि जिला सहकारी बैंक की शाखा शिवपुरी में उसका खाता है उसका खाता क्रमांक 672052006503 है,जिसमे 4 लाख रुपए जमा है यह पैसा उसने अपनी बेटी की शादी के लिए रखा था। होमगार्ड सैनिक को कोई पेंशन भी नहीं मिलती है,बैंक से जब घर खर्च के लिए पैसा निकालना भी मुश्किल है।
मैं बैंक प्रबंधन से लगातार निवेदन कर रहा हूं की मेरी बेटी की शादी है और उसका टीका 28 तारीख को देना है पैसे की आवश्यकता है,लेकिन बैंक प्रबंधन सुनने को तैयार नही है मेरा ही पैसा मझे भीख की तरह मागंना पड रहा है,इस स्थिति में मेरी बेटी की शादी कैसे होगी। अब समय भी कम बचा है।