शिवपुरी। शिवपुरी कलेक्ट्रेट कार्यालय से में बीते मंगलवार को आयोजित जनसुनवाई में एक पीडित युवक ने कलेक्टर रविन्द्र कुमार चौधरी से एक आवेदन दिया है,इस आवेदन में लिखा है कि उसकी कथित बीबी को उसका मिलने वाला युवक गजराज उसके घर से बहाने से ले गया और अब वापस नहीं कर रहा है। वापस मांगने पर उसे बलात्कार में झूठा फसाने की धमकी दे रहा है। उससे उसने 1 लाख रुपए भी ठग लिए है।
जानकारी के अनुसार पोहरी थाना सीमा में आने वाले ग्राम परिच्छा अहीर में निवास करने वाले मनोज शिवहरे ने अपने शिकायती आवेदन में लिखा है कि
मुझे गजराज सिंह और परशुराम ने उसे कहा कि उसकी शादी करवा देंगे बदले में उसे 1 लाख रुपए देना होगा। मनोज ने बताया कि शादी के लालच में उसने जमीन बेचकर गजराज परिहार को पैसा दिया था।
इसके बाद 29 अगस्त 2025 को सखी रघुवंशी निवासी देहरदा कोलारस से कोर्ट ले जाकर 500 रुपये के स्टाम्प पर लिखित तौर पर शादी करवा दी जिसमें दोनों के हस्ताक्षर व गवाहों के दस्तखत दर्ज हुए। महिला 15 दिन तक मनोज के घर भी रही थी। पीड़ित युवक के अनुसार, अचानक एक दिन गजराज महिला को घर पुतवाने का बहाना बनाकर ले गया और दो दिन बाद वापस लाने का आश्वासन दिया, लेकिन महिला वापस नहीं आई। मनोज और उसकी माँ जब गजराज के घर पहुँचे तो उसने महिला के आने से इनकार कर दिया, उल्टा धमकी दी कि यदि किसी थाने में रिपोर्ट की तो बलात्कार का झूठा केस लगवा देगा और जान से मरवा देगा।
बाद में जब मनोज ने महिला से फोन पर बात की तो उसने खुलकर कहा कि वह छह जगह बिक चुकी है, और उनसे या गजराज से कोई भी पैसे वापस नहीं ले सकता। मनोज ने 7 नवंबर को पुलिस थाना पोहरी और अन्य अधिकारियों की आवेदन दिया, लेकिन एफआईआर दर्ज करने के बजाय महिला की गुमशुदगी दर्ज कर ली गई, जबकि गजराज खुलेआम घूम रहा है और लगातार धमकियों दे रहा है।
जानकारी के अनुसार पोहरी थाना सीमा में आने वाले ग्राम परिच्छा अहीर में निवास करने वाले मनोज शिवहरे ने अपने शिकायती आवेदन में लिखा है कि
मुझे गजराज सिंह और परशुराम ने उसे कहा कि उसकी शादी करवा देंगे बदले में उसे 1 लाख रुपए देना होगा। मनोज ने बताया कि शादी के लालच में उसने जमीन बेचकर गजराज परिहार को पैसा दिया था।
इसके बाद 29 अगस्त 2025 को सखी रघुवंशी निवासी देहरदा कोलारस से कोर्ट ले जाकर 500 रुपये के स्टाम्प पर लिखित तौर पर शादी करवा दी जिसमें दोनों के हस्ताक्षर व गवाहों के दस्तखत दर्ज हुए। महिला 15 दिन तक मनोज के घर भी रही थी। पीड़ित युवक के अनुसार, अचानक एक दिन गजराज महिला को घर पुतवाने का बहाना बनाकर ले गया और दो दिन बाद वापस लाने का आश्वासन दिया, लेकिन महिला वापस नहीं आई। मनोज और उसकी माँ जब गजराज के घर पहुँचे तो उसने महिला के आने से इनकार कर दिया, उल्टा धमकी दी कि यदि किसी थाने में रिपोर्ट की तो बलात्कार का झूठा केस लगवा देगा और जान से मरवा देगा।
बाद में जब मनोज ने महिला से फोन पर बात की तो उसने खुलकर कहा कि वह छह जगह बिक चुकी है, और उनसे या गजराज से कोई भी पैसे वापस नहीं ले सकता। मनोज ने 7 नवंबर को पुलिस थाना पोहरी और अन्य अधिकारियों की आवेदन दिया, लेकिन एफआईआर दर्ज करने के बजाय महिला की गुमशुदगी दर्ज कर ली गई, जबकि गजराज खुलेआम घूम रहा है और लगातार धमकियों दे रहा है।