शिवपुरी। शिवपुरी शहर के ब्रांड और नियम कायदे कानून को तोड़ने वाला सेंट बेनेडिक्ट स्कूल प्रबंधन की लापरवाही की खबर मिल रही है। इस लापरवाही ने एक 9वीं क्लास के स्टूडेंट की पूरी लाइफ पर असर डाल दिया है। टीचर विहीन क्लास में एक बच्चे की आंख में पेंसिल से चोट लग गई जिससे उसकी आंख की पुतली गंभीर रूप से छतिग्रस्त हो गई। स्टूडेंट की आंख का एक ऑपरेशन ग्वालियर में हो चुका है लेकिन उसकी की रोशनी वापस नहीं आई है। सवाल यह उठता है कि प्रबंधन इसमें कितना दोषी है,इसमें प्रबंधन के खिलाफ क्या कार्रवाई होगी,सवाल बडा है
जानकारी के अनुसार बीते सोमवार को बेनेडिक्ट स्कूल में 9वीं क्लास टीचर विहीन थी,उस समय बच्चे क्लास में धमाचौकड़ी कर रही थे। क्लास के एक स्टूडेंट तनिष्क मौर्य ने एक पेन-पेंसिल को हवा में फेंका यह पेन-पेंसिल जाकर सीधी मयंक की आंख में लगी। पेंसिल की नोक जाकर सीधे मयंक चौधरी की आंख की पुतली में जाकर लगी। इस घटना में मयंक की चीख निकल गई। इस मामले की सूचना तत्काल स्टूडेंट मयंक चौधरी के परिजनों को दी।
परिजन घायल छात्र को तत्काल जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। यहां नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ.दिनेश अग्रवाल और डॉ. गिरीश चतुर्वेदी ने जांच की। डॉक्टरों ने बताया कि मयंक की आंख की पुतली बुरी तरह क्षतिग्रस्त है और शिवपुरी में उपचार संभव नहीं है। इसके बाद डॉक्टरों ने मयंक को ग्वालियर रेफर कर दिया। ग्वालियर में डॉक्टरों ने उसका एक ऑपरेशन किया, लेकिन अभी आंख की रोशनी वापस नहीं आई है।
चिकित्सक अब दूसरा ऑपरेशन करने की तैयारी कर रहे हैं। परिजनों ने बताया कि स्कूल प्रबंधन की लापरवाही के कारण यह हादसा हुआ। घटना के समय कक्षा में कोई शिक्षक मौजूद नहीं था। इसके बावजूद स्कूल प्रबंधन ने अब तक किसी छात्र या शिक्षक के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है। परिजनों ने प्रशासन से जांच और कार्रवाई की मांग की है।
जानकारी के अनुसार बीते सोमवार को बेनेडिक्ट स्कूल में 9वीं क्लास टीचर विहीन थी,उस समय बच्चे क्लास में धमाचौकड़ी कर रही थे। क्लास के एक स्टूडेंट तनिष्क मौर्य ने एक पेन-पेंसिल को हवा में फेंका यह पेन-पेंसिल जाकर सीधी मयंक की आंख में लगी। पेंसिल की नोक जाकर सीधे मयंक चौधरी की आंख की पुतली में जाकर लगी। इस घटना में मयंक की चीख निकल गई। इस मामले की सूचना तत्काल स्टूडेंट मयंक चौधरी के परिजनों को दी।
परिजन घायल छात्र को तत्काल जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। यहां नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ.दिनेश अग्रवाल और डॉ. गिरीश चतुर्वेदी ने जांच की। डॉक्टरों ने बताया कि मयंक की आंख की पुतली बुरी तरह क्षतिग्रस्त है और शिवपुरी में उपचार संभव नहीं है। इसके बाद डॉक्टरों ने मयंक को ग्वालियर रेफर कर दिया। ग्वालियर में डॉक्टरों ने उसका एक ऑपरेशन किया, लेकिन अभी आंख की रोशनी वापस नहीं आई है।
चिकित्सक अब दूसरा ऑपरेशन करने की तैयारी कर रहे हैं। परिजनों ने बताया कि स्कूल प्रबंधन की लापरवाही के कारण यह हादसा हुआ। घटना के समय कक्षा में कोई शिक्षक मौजूद नहीं था। इसके बावजूद स्कूल प्रबंधन ने अब तक किसी छात्र या शिक्षक के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है। परिजनों ने प्रशासन से जांच और कार्रवाई की मांग की है।