कोलारस। कोलारस किसानो की दुगना करने का वादा करने वाली भारतीय जनता पार्टी की सरकार में लगातार किसानों को संघर्ष करना पड़ रहा है। अति बारिश के कारण मक्का की कम पैदावार के बाद किसानों को भाव के लिए लड़ना पड़ रहा है। किसान लगातार मक्का के भावंतर के भाव की डिमांड कर रहा है लेकिन मंडी में व्यापारी की मक्का 400 रूपए क्विंटल बता रहे है,इस कारण आज मंगलवार को कोलारस के लुकवासा में किसानों ने रोड को जाम कर दिया जिससे वाहनों की लंबी लाइन लगना शुरू हो चुकी है।
किसानों का आरोप है कि व्यापारियों द्वारा संगठित तरीके से फसलों का कम भाव लगाकर शोषण किया जा रहा है। किसानों को दो-तीन दिनों तक अपनी मक्का की फसल विक्रय करने के लिए इंतजार करना पड रहा है। मंडी के व्यापारी अपनी खरीदी हुई मक्का के ढेर मंडी प्रांगण में ही कई दिनों तक रखे हुए हैं। जिसके चलते फसल विक्रय करने मंडी पहुंच रहे किसानों के ट्रैक्टरों को जगह नहीं मिल पा रही है। कृषि उपज मंडी लुकवासा में अव्यवस्थाएं चरम सीमा पर होने के कारण किसान परेशान हो रहे हैं।
जानकारी के अनुसार मंगलवार को जब व्यापारियों द्वारा किसानों की मक्का का भाव 800 से 1200 रुपये तक दिया तो किसान भड़क गए और फोरलेन हाईवे जाम कर दिया। जाम में मौजूद किसान आक्रोशित होकर व्यापारियों पर मनमाने दामों पर मक्का क्रय करने के आरोप खुलकर लगाते हुए देखे गए।
किसानों द्वारा फोरलेन हाइवे जाम किए जाने का मामला जब पुलिस और प्रशासन के संज्ञान में आया तो एसडीएम अनूप श्रीवास्तव, एसडीओपी संजय मिश्रा, टीआई गब्बर सिंह गुर्जर, तहसीलदार सचिन भार्गव, लुकवासा चौकी प्रभारी बैजनाथ मिश्रा मौका स्थल पर पहुंचे और प्रदर्शनकारी किसानों को समझाइश देकर जाम खुलवाया।
प्रशासनिक अधिकारियों ने किसानों को आश्वासन दिया की शीघ्र ही वो मंडी प्रबंधन और व्यापारियों की बैठक आयोजित कर किसानों को मक्का का उचित भाव मुहैया कराएगें। बता दें कि फसल के उचित भाव को लेकर 3 नवंबर को भी किसानों ने लुकवासा फोरलेन हाईवे जाम किया था। किसान दुर्गेन्द्र लोधी ग्राम सजाई ने मका के उचित मूल्य को लेकर व्यापारियों पर किसानों का आर्थिक शोषण करने का आरोप लगाया। किसान के मुताबिक पडोसी जिले गुना की मंडी में किसानों को मक्का का भाव 2 हजार से अधिक दिया जा रहा है।
किंतु लुकवासा मंडी में व्यापारियों की मनमानी के कारण मक्का का भाव 800 से लेकर 1200 तक दिया जा रहा है, जो अन्नदाता के साथ छलावा है। किसान क्रष्णभान यादव ग्राम इमलौदा ने कहा कि लुकवासा मंडी में जो मक्का के दाम दिए जा रहे हैं उससे फसलों की लागत भी नहीं निकल पा रही है। यही स्थिति रही तो किसानों को खेती करना छोड़ना पडेगा। एसडीएम अनूप श्रीवास्तव, एसडीओपी संजय मिश्रा, टीआई गब्बर सिंह गुर्जर, तहसीलदार सचिन भार्गव व लुकवासा चौकी प्रभारी बैजनाथ मिश्रा मौके पर पहुंचे और समझाइश देकर बमुश्किल प्रदर्शनकारी किसानों को शांत कराकर जाम खुलवाया।
किसानों का आरोप है कि व्यापारियों द्वारा संगठित तरीके से फसलों का कम भाव लगाकर शोषण किया जा रहा है। किसानों को दो-तीन दिनों तक अपनी मक्का की फसल विक्रय करने के लिए इंतजार करना पड रहा है। मंडी के व्यापारी अपनी खरीदी हुई मक्का के ढेर मंडी प्रांगण में ही कई दिनों तक रखे हुए हैं। जिसके चलते फसल विक्रय करने मंडी पहुंच रहे किसानों के ट्रैक्टरों को जगह नहीं मिल पा रही है। कृषि उपज मंडी लुकवासा में अव्यवस्थाएं चरम सीमा पर होने के कारण किसान परेशान हो रहे हैं।
जानकारी के अनुसार मंगलवार को जब व्यापारियों द्वारा किसानों की मक्का का भाव 800 से 1200 रुपये तक दिया तो किसान भड़क गए और फोरलेन हाईवे जाम कर दिया। जाम में मौजूद किसान आक्रोशित होकर व्यापारियों पर मनमाने दामों पर मक्का क्रय करने के आरोप खुलकर लगाते हुए देखे गए।
किसानों द्वारा फोरलेन हाइवे जाम किए जाने का मामला जब पुलिस और प्रशासन के संज्ञान में आया तो एसडीएम अनूप श्रीवास्तव, एसडीओपी संजय मिश्रा, टीआई गब्बर सिंह गुर्जर, तहसीलदार सचिन भार्गव, लुकवासा चौकी प्रभारी बैजनाथ मिश्रा मौका स्थल पर पहुंचे और प्रदर्शनकारी किसानों को समझाइश देकर जाम खुलवाया।
प्रशासनिक अधिकारियों ने किसानों को आश्वासन दिया की शीघ्र ही वो मंडी प्रबंधन और व्यापारियों की बैठक आयोजित कर किसानों को मक्का का उचित भाव मुहैया कराएगें। बता दें कि फसल के उचित भाव को लेकर 3 नवंबर को भी किसानों ने लुकवासा फोरलेन हाईवे जाम किया था। किसान दुर्गेन्द्र लोधी ग्राम सजाई ने मका के उचित मूल्य को लेकर व्यापारियों पर किसानों का आर्थिक शोषण करने का आरोप लगाया। किसान के मुताबिक पडोसी जिले गुना की मंडी में किसानों को मक्का का भाव 2 हजार से अधिक दिया जा रहा है।
किंतु लुकवासा मंडी में व्यापारियों की मनमानी के कारण मक्का का भाव 800 से लेकर 1200 तक दिया जा रहा है, जो अन्नदाता के साथ छलावा है। किसान क्रष्णभान यादव ग्राम इमलौदा ने कहा कि लुकवासा मंडी में जो मक्का के दाम दिए जा रहे हैं उससे फसलों की लागत भी नहीं निकल पा रही है। यही स्थिति रही तो किसानों को खेती करना छोड़ना पडेगा। एसडीएम अनूप श्रीवास्तव, एसडीओपी संजय मिश्रा, टीआई गब्बर सिंह गुर्जर, तहसीलदार सचिन भार्गव व लुकवासा चौकी प्रभारी बैजनाथ मिश्रा मौके पर पहुंचे और समझाइश देकर बमुश्किल प्रदर्शनकारी किसानों को शांत कराकर जाम खुलवाया।