शिवपुरी। शिवपुरी शहर में आज कलश यात्रा में आस्था का सैलाब देखा गया। शिवपुरी शहर में सोमवार से बागेश्वर धाम के महंत संत धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की भागवत कथा का श्रीगणेश होगा,इसी क्रम आज शहर में इस भागवत कथा की कलश यात्रा निकाली गई,2100 कलश की इस कलश यात्रा में लगभग 15 हजार से अधिक महिलाओ और पुरुषो ने भाग लिया। 4 किलोमीटर दूरी की इस कलश यात्रा में कलश यात्रा की लंबाई ही 1 किलोमीटर से अधिक थी। वही इस कलश यात्रा के दौरान खबर लिखे जाने तक एक दर्जन से अधिक महिलाओं के मंगलसूत्र और चेन गायब होने की खबर मिल रही है।
पंचांग पूजन के साथ कन्या पूजन से शुरू हुई यात्रा
कलश यात्रा का शुभारंभ सुबह 9:45 बजे कलश पूजन और पंचांग पूजन के साथ शंखनाद से हुआ। इस दौरान कथा परीक्षित रामप्रकाश गुप्ता और उनके सुपुत्र कपिल गुप्ता सपरिवार मौजूद रहे। जिन्होंने मातृशक्ति के चरण छू कर और कन्या पूजन कर उनका आशीर्वाद लिया। मां राजराजेश्वरी की आज्ञा लेकर कलश यात्रा का शुभारंभ किया। यह यात्रा मंदिर प्रांगण से निकल कर जैसे ही सड़क पर पहुंची तो पूरा रास्ता जाम हो गया। दूर-दूर तक पीली साड़ियों में मातृशक्ति ही नजर आ रही थी जो सिर पर कलश रखे भजन गाते हुए आगे बढ़ रहीं थीं।
कलश यात्रा को लेकर महिलाओं और बच्चियों में इतना उत्साह था कि सुबह से राजेश्वरी मंदिर पर महिलाओं का तांता लगना शुरू हो गया। सर्वप्रथम कलश उठाने के लिए वहां होड़ लग गई। आयोजन कर्ता भी अपने कार्यकर्ताओं के साथ मंदिर पर पहुंच गए। जिन्होंने व्यवस्था बनाते हुए एक-एक कर महिलाओं को कलश वितरित किए। 2100 कलश महज कुछ ही समय में वितरित हो गए और अनेकों महिलाएं जो अपने-अपने साथ कलश लेकर यात्रा में शामिल हुई थीं वह भी इन महिलाओं में शामिल हो गईं। जिन्हें कलश मंदिर से प्राप्त हुए थे। जबकि कई महिलाएं ऐसी थीं जिन पर कलश नहीं थे वह सभी महिलाएं यात्रा में बिना कलश के ही शामिल हुई और देखते ही देखते महिलाओं का हुजूम इतना बढ़ गया कि राजेश्वरी मंदिर के पास स्थित लश्करीपुरा पार्क में महिलाओं को एकत्रित करना पड़ा और वहां से कतारबद्ध तरीके से एक-एक महिलाओं को निकाला गया। इसके साथ ही कलश यात्रा आगे बढ़ी।
कल भागवत कथा के शुभारंभ के पूर्व बनेगा विश्व रिकॉर्ड
निश्चित रूप से पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के श्री मुख से भागवत कथा का वाचन 24 नवम्बर को दोपहर 1 बजे से प्रारंभ होगा। भागवत कथा के पूर्व आयोजन स्थल पर 2500 शंखनाद का रिकॉर्ड बनाया जाएगा। अभी तक 2100 शंखों का रिकॉर्ड गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज है। इसके लिए शिवपुरी में अच्छा उत्साह देखने को मिल रहा है। धर्म क्षेत्र में शिवपुरी की यह उपलब्धि उल्लेखनीय है।
आयोजन स्थल पर चाक चौबंद सुरक्षा व्यवस्था
भागवत कथा के भव्य आयोजन के लिए पुलिस और प्रशासन द्वारा आयोजन स्थल पर चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था की गई है ताकि कोई अप्रिय घटना घटित न हो। कथा स्थल और पार्किंग में 100 से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। एक कन्ट्रोल रूम भी बनाया गया है। 23 नवम्बर से 30 नवम्बर तक 1000 से अधिक पुलिसकर्मी सुरक्षा में तैनात रहेंगे। प्रवेश द्वार पर मेटल डिटेक्टर लगाए गए हैं। कड़ी जांच के बाद ही श्रद्धालुओं को प्रवेश दिया जाएगा।
आयोजकों की अपील रही बेअसर, 1 दर्जन महिलाओं के मंगलसूत्र गायब
श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन के तैयारी के शुरुआत से लगातार मीडिया के माध्यम से अपील की जा रही थी कि कोई भी महिला कीमती आभूषण पहनकर न तो कलश यात्रा में पहुंचे और न ही भागवत कथा में। लेकिन उनकी इस अपील का किसी ने भी ध्यान नहीं दिया और कलश यात्रा में शामिल एक दर्जन महिलाओं के मंगलसूत्र और चैन कोई अज्ञात चोर चुराकर ले गया।
पंचांग पूजन के साथ कन्या पूजन से शुरू हुई यात्रा
कलश यात्रा का शुभारंभ सुबह 9:45 बजे कलश पूजन और पंचांग पूजन के साथ शंखनाद से हुआ। इस दौरान कथा परीक्षित रामप्रकाश गुप्ता और उनके सुपुत्र कपिल गुप्ता सपरिवार मौजूद रहे। जिन्होंने मातृशक्ति के चरण छू कर और कन्या पूजन कर उनका आशीर्वाद लिया। मां राजराजेश्वरी की आज्ञा लेकर कलश यात्रा का शुभारंभ किया। यह यात्रा मंदिर प्रांगण से निकल कर जैसे ही सड़क पर पहुंची तो पूरा रास्ता जाम हो गया। दूर-दूर तक पीली साड़ियों में मातृशक्ति ही नजर आ रही थी जो सिर पर कलश रखे भजन गाते हुए आगे बढ़ रहीं थीं।
कलश यात्रा को लेकर महिलाओं और बच्चियों में इतना उत्साह था कि सुबह से राजेश्वरी मंदिर पर महिलाओं का तांता लगना शुरू हो गया। सर्वप्रथम कलश उठाने के लिए वहां होड़ लग गई। आयोजन कर्ता भी अपने कार्यकर्ताओं के साथ मंदिर पर पहुंच गए। जिन्होंने व्यवस्था बनाते हुए एक-एक कर महिलाओं को कलश वितरित किए। 2100 कलश महज कुछ ही समय में वितरित हो गए और अनेकों महिलाएं जो अपने-अपने साथ कलश लेकर यात्रा में शामिल हुई थीं वह भी इन महिलाओं में शामिल हो गईं। जिन्हें कलश मंदिर से प्राप्त हुए थे। जबकि कई महिलाएं ऐसी थीं जिन पर कलश नहीं थे वह सभी महिलाएं यात्रा में बिना कलश के ही शामिल हुई और देखते ही देखते महिलाओं का हुजूम इतना बढ़ गया कि राजेश्वरी मंदिर के पास स्थित लश्करीपुरा पार्क में महिलाओं को एकत्रित करना पड़ा और वहां से कतारबद्ध तरीके से एक-एक महिलाओं को निकाला गया। इसके साथ ही कलश यात्रा आगे बढ़ी।
कल भागवत कथा के शुभारंभ के पूर्व बनेगा विश्व रिकॉर्ड
निश्चित रूप से पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के श्री मुख से भागवत कथा का वाचन 24 नवम्बर को दोपहर 1 बजे से प्रारंभ होगा। भागवत कथा के पूर्व आयोजन स्थल पर 2500 शंखनाद का रिकॉर्ड बनाया जाएगा। अभी तक 2100 शंखों का रिकॉर्ड गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज है। इसके लिए शिवपुरी में अच्छा उत्साह देखने को मिल रहा है। धर्म क्षेत्र में शिवपुरी की यह उपलब्धि उल्लेखनीय है।
आयोजन स्थल पर चाक चौबंद सुरक्षा व्यवस्था
भागवत कथा के भव्य आयोजन के लिए पुलिस और प्रशासन द्वारा आयोजन स्थल पर चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था की गई है ताकि कोई अप्रिय घटना घटित न हो। कथा स्थल और पार्किंग में 100 से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। एक कन्ट्रोल रूम भी बनाया गया है। 23 नवम्बर से 30 नवम्बर तक 1000 से अधिक पुलिसकर्मी सुरक्षा में तैनात रहेंगे। प्रवेश द्वार पर मेटल डिटेक्टर लगाए गए हैं। कड़ी जांच के बाद ही श्रद्धालुओं को प्रवेश दिया जाएगा।
आयोजकों की अपील रही बेअसर, 1 दर्जन महिलाओं के मंगलसूत्र गायब
श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन के तैयारी के शुरुआत से लगातार मीडिया के माध्यम से अपील की जा रही थी कि कोई भी महिला कीमती आभूषण पहनकर न तो कलश यात्रा में पहुंचे और न ही भागवत कथा में। लेकिन उनकी इस अपील का किसी ने भी ध्यान नहीं दिया और कलश यात्रा में शामिल एक दर्जन महिलाओं के मंगलसूत्र और चैन कोई अज्ञात चोर चुराकर ले गया।