8 साल पूर्व हुआ था भोपाल से नोडल अधिकारी देवेन्द्र के ट्रांसफर के आदेश,अभी तक नहीं हुआ

Bhopal Samachar

शिवपुरी। शिवपुरी के एनआरएलएम (SRLM) शिवपुरी विकासखंड मे नोडल अधिकारी देवेन्द्र शर्मा के सन 20217 में भोपाल तत्कालीन अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी मप्र डे राज्य आजीविका मिशन ने पत्र क्रमांक 4664 प्रशा NRLM 17 के आधार पर हुआ था। इस आदेश में शिवपुरी विकासखंड के सतनवाडा सेक्टर में पदस्थ नोडल अधिकारी देवेन्द्र शर्मा का ट्रांसफर आदेश बदरवास किया गया था,लेकिन स्थानीय स्तर पर इस पत्र को दबा दिया गया और ट्रांसफर नहीं किया,यह मामला अब तूल इसलिए पकड़ा गया क्यों कि भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष जसवंत जाटव ने फिर देवेन्द्र शर्मा के ट्रांसफर के लिए एक पत्र कलेक्टर शिवपुरी सहित राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अधिकारियों के लिए लिखा है,लेकिन इस अध्यक्ष महोदय के पत्र को भी दबा दिया गया है। इस पत्र में महिलाओं के साथ अभद्रता का भी उल्लेख है।

ट्रांसफर नीति को चुनौती
शिवपुरी SRLM के सेक्टर नोडल अधिकारी देवेन्द्र शर्मा ने मप्र शासन की नीति को भी चुनौती दे दी है। पिछले 9 साल से एक ही एक पोस्ट पर देवेन्द्र शर्मा जमे हुए है,लेकिन स्थानीय स्तर पर अधिकारियों की कृपा से उनका ट्रांसफर नहीं हो सका है। जबकि इनके ट्रांसफर के आदेश 2017 में भोपाल स्तर पर हो चुके है।

जिला अध्यक्ष   ने लिखा पत्र,समूह की महिलाओं के साथ गलत व्यवहार
जानकारी मिल रही है कि सतनवाड़ा सेक्टर नोडल अधिकारी देवेन्द्र शर्मा को शिवपुरी से अन्यत्र ट्रांसफर करने के लिए भारतीय जनता पार्टी के शिवपुरी के जिला अध्यक्ष जसवंत जाटव ने एक पत्र कलेक्टर शिवपुरी सहित राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (NRLM) के अधिकारियों को लिखा गया है। यह पत्र 187 दिनांक 24 सितंबर को लिखा गया है इस पत्र में देवेन्द्र शर्मा के ट्रांसफर की अनुशंसा की है। इस पत्र में शीतला माता समूह सामुदायिक समिति के दलित और गरीब महिलाओं के प्रति गलत व्यवहार सहित अभद्रता का उल्लेख है।

आप पहले समझे एनआरएलएम का अर्थ
एनआरएलएम (SRLM) का अर्थ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (State Rural Livelihood Mission) है। यह एक संस्थागत मंच है जो राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (NRLM) के तहत राज्य स्तर पर ग्रामीण गरीब परिवारों की गरीबी दूर करने और उनकी आजीविका में सुधार करने का काम करता है। यह मिशन वित्तीय सेवाओं तक पहुंच प्रदान करने, ग्रामीण गरीब परिवारों को स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध कराने और उनकी सशक्त संस्थाएं बनाने में मदद करता है।

सतनवाड़ा सेक्टर में जांच हो, करोड़ों का घोटाला
SRLM का मुख्य उद्देश्य है कि गरीब महिलाओं के समूह बनाकर उन्हें सशक्त बनाकर रोजगार प्रदान करने के लिए वित्तीय सेवा प्रदान करने में मदद करता है। जानकारी मिल रही है कि सतनवाड़ा सेक्टर में लगभग 800 समूह है। इसमे से लगभग 90 प्रतिशत समूह अनऐक्टिवैट है। इन सभी समूह पर कागजों में पैसा बकाया है,इस कारण आगे इनका काम नहीं चल रहा है। सूत्रों का कहना है कि समूह का पैसा महिलाएं देती है लेकिन समूह की अध्यक्ष और सेक्टर प्रभारी जमा नहीं करते इसलिए समूह अन एक्टिवेट हो जाते है। नोडल अधिकारी वसूली भी नही करते है।

अगर इस मामले की जांच की जाए तो पूरे जिले में करोडो का घोटाला निकल कर आया है,महिलाओं के बयान मे यही आएगा हमने तो पैसा अधिकारियों को जमा किया है। शिवपुरी जिले के आठ विकासखंड मे यही हाल है। पैसा दिया है लेकिन वसूली नहीं हुई है। कुल मिलाकर महिलाओं को सशक्त और गरीबी दूर करने वाले विभाग ने महिलाओं की कागजों में गरीबी दूर की है,और गरीबों की गरीबी दूर करने की आड में करोडो रूपए का खेल कर दिया,दिया गया पैसा CLF में जमा नहीं हुआ है।