पोहरी। शिवपुरी जिले के पोहरी का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अव्यवस्थाओं की भेंट चढ़ चुका है मरीजों की जिंदगी के साथ खिलबाड किया जा रहा है वहीं कुछ दिन पूर्व पोहरी अस्पताल में छर्च क्षेत्र की तिघरा गाँव पहुंची महिलाओं को डिलेवरी होने के बाद गाँव छोडने के लिए एंबुलेंस तक उपल्बध नहीं कराई गई।
जिसका नतीजा यह रहा कि एक महिला को छोटे बच्चे सहित मोटरसाइकिल पर बैठाकर 50 किलो मीटर दूर ले जाना पडा वही दूसरी महिला के परिवारजनों ने किराये से गाडी करके तिघरा गाँव जाने पर मजबूर होना पडा, वही एम्बुलेंस उपलब्ध न करने का मामला अभी तक ठंडा ही नहीं पड़ा तब तक मंगलवार को बड़ा बवाल हो गया। शुगर की जाँव कराने पहुँचे मरीज और लैब टेक्निशन के बीच जमकर विवाद हुआ। मरीज ने आरोप लगाया टेक्निशन ने गाली-गलौज करते हुए उसे धक्का देकर बाहर निकाल दिया और लात मारने की भी कोशिश की। इस घटनाक्रम का वीडियो मरीज ने अपने मोबाइल में कैद कर लिया, जो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो पूरे रहा है।
कटरा मोहल्ला निवासी विष्णु गुप्ता पुत्र सीताराम गुप्ता इलाज कराने पोहरी के सरकारी अस्पताल पहुँचे थे। ड्यूटि डॉक्टर ने उन्हें शुगर टेस्ट कराने के लिए लैब भेजा। जब विष्णु लैब पहुँचे और टेक्निशन पुष्पेन्द्र से जाँच कराने की बात कही, तो वह भड़क गया। मरीज का आरोप है कि बिना किसी कारण टेक्निशन ने अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया और धक्का देकर बाहर निकाल दिया। पीड़ित विष्णु गुप्ता ने बताया कि उसने पूरी घटना को वीडियो में रिकॉर्ड कर लिया है।
इसके बाद उसने मामले की लिखित शिकायत बीएमओ और पोहरी थाना पुलिस में दर्ज कराई है। विष्णु का कहना है कि स्वास्थ्य सेवाओं में आए मरीजों के साथ इस तरह का व्यवहार बेहद शर्मनाक है और इससे स्वास्थ्य व्यवस्था की गम्भीरता पर सवाल खड़े होते हैं। मामले पर बीएमओ डॉ. दीक्षान्त गुधैनियों ने कहा कि शिकायत प्राप्त हो चुकी है।
इस पूरे प्रकरण की जाँच कराई जाएगी और यदि आरोप सही पाए जाते है, तो नियमानुसार सख्त कार्यवाही की जाएगी। जब भी पोहरी पूरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर कोई भी घटना घटित होती है तो पोहरी बीएमओ मामले से पल्ला झाड़ते नजर आते हैं बस एक ही रटा रटाया जबाब दिया जाता मामले को देखवाता हू जबकि एक जिम्मेदार अधिकारी इस तरह का जबाब दे तो फिर समझ से परे हैं।
जिसका नतीजा यह रहा कि एक महिला को छोटे बच्चे सहित मोटरसाइकिल पर बैठाकर 50 किलो मीटर दूर ले जाना पडा वही दूसरी महिला के परिवारजनों ने किराये से गाडी करके तिघरा गाँव जाने पर मजबूर होना पडा, वही एम्बुलेंस उपलब्ध न करने का मामला अभी तक ठंडा ही नहीं पड़ा तब तक मंगलवार को बड़ा बवाल हो गया। शुगर की जाँव कराने पहुँचे मरीज और लैब टेक्निशन के बीच जमकर विवाद हुआ। मरीज ने आरोप लगाया टेक्निशन ने गाली-गलौज करते हुए उसे धक्का देकर बाहर निकाल दिया और लात मारने की भी कोशिश की। इस घटनाक्रम का वीडियो मरीज ने अपने मोबाइल में कैद कर लिया, जो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो पूरे रहा है।
कटरा मोहल्ला निवासी विष्णु गुप्ता पुत्र सीताराम गुप्ता इलाज कराने पोहरी के सरकारी अस्पताल पहुँचे थे। ड्यूटि डॉक्टर ने उन्हें शुगर टेस्ट कराने के लिए लैब भेजा। जब विष्णु लैब पहुँचे और टेक्निशन पुष्पेन्द्र से जाँच कराने की बात कही, तो वह भड़क गया। मरीज का आरोप है कि बिना किसी कारण टेक्निशन ने अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया और धक्का देकर बाहर निकाल दिया। पीड़ित विष्णु गुप्ता ने बताया कि उसने पूरी घटना को वीडियो में रिकॉर्ड कर लिया है।
इसके बाद उसने मामले की लिखित शिकायत बीएमओ और पोहरी थाना पुलिस में दर्ज कराई है। विष्णु का कहना है कि स्वास्थ्य सेवाओं में आए मरीजों के साथ इस तरह का व्यवहार बेहद शर्मनाक है और इससे स्वास्थ्य व्यवस्था की गम्भीरता पर सवाल खड़े होते हैं। मामले पर बीएमओ डॉ. दीक्षान्त गुधैनियों ने कहा कि शिकायत प्राप्त हो चुकी है।
इस पूरे प्रकरण की जाँच कराई जाएगी और यदि आरोप सही पाए जाते है, तो नियमानुसार सख्त कार्यवाही की जाएगी। जब भी पोहरी पूरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर कोई भी घटना घटित होती है तो पोहरी बीएमओ मामले से पल्ला झाड़ते नजर आते हैं बस एक ही रटा रटाया जबाब दिया जाता मामले को देखवाता हू जबकि एक जिम्मेदार अधिकारी इस तरह का जबाब दे तो फिर समझ से परे हैं।