खोड़ हिम्मतपुर पेट्रोल पम्प के सामने एक माह से जल भराव की स्थिति निर्मित, घर धसकने का डर - Shivpuri News

Bhopal Samachar

पिछोर। शिवपुरी जिले के पिछोर अनुविभागीय क्षेत्र की ग्राम पंचायत खोड़ के मजरा हिम्मतपुर में लगातार बारिश होने के चलते पडेरिया पेट्रोल पम्प के सामने पिछोर - गौरा टीला रोड के सटीक भारी जल भराव की स्थिति निर्मित है जिसकी सुनवाई ढेर माह से अभी तक नहीं हुई है ग्रामीणों ने सीएम हेल्पलाइन से लेकर पंचायत सचिव व तहसीलदार पिछोर तक को अवगत करा चुके है इसके बाबजूद जल भराव की स्थिति जस की तस बनी हुई है।

ग्रामीण जनों की सुनवाई न होने से अब हार मानकर घर बैठ गए है
यहाँ लम्बे समय से जल भराव होने से लगभग 20 घरों में पानी रिसरिस कर मकानों में बैठ रहा है जिससे रहवासी लोगों को खाना रात को सोना भी बमुश्किल वक्त दिखता है क्योंकि लम्बा समय बीत जाने के बाद अब मकान गिरने का डर और ज्यादा उन्हें सताने लगा है पानी का भराव इतना है कि घरों के बाहरी ओर दो फिट मकान डूब में है जहाँ प्लाट खेत भी तालाब जैसा दिखाई दे रहा है जो खोड़ पिछोर मुख्य सडक तक को अपनी चपेट में लिए हुए है।

ऐसी स्थिति में यहाँ निजी प्राथमिक विद्यालय संचालित उसके बच्चों से लेकर राहगीर एवं स्थानीय लोगों को काफ़ी परेशानी है जो बारिश के समय हर बार नजर आती है यह समस्या तब से बनी है जब से एमपीआरडीसी के अधीन डीसीसी कंपनी द्वारा पिछोर से गौरा टीला मुख्य सीसी सडक का निर्माण किया है परन्तु पानी का निकास का कोई इंतजाम नहीं कराया गया है जिससे गावं में कई जगह पानी का भराव हो जाता है जो ग्रामीणों को भारी समस्या उत्पन्न करता है। लगातार बारिश होने से जल भराव इतना हुआ कि लोकेन्द्र गुप्ता के गोदाम की पिछली दीवार झर झराकर गिर गई

गेहूं के पानी मे समा गया
पंचायत अमला ने मौका स्थल पर जाकर जैसे तैसे जल निकासी का प्रयास ट्रेक्टर फंखा पंप के माध्यम से किया  परंतु उसमें भी असफलता हाथ लगी है जल निकासी कि स्थाई सुविधा नहीं होगी तब तलक यह समस्या अखरती रहेगी इसको लेकर ग्रामीणों ने सीएम हेल्पलाइन से लेकर ग्राम पंचायत सचिव सुरेंद्र शर्मा एवं तहसीलदार पिछोर को अवगत कराया वह मौका पर आये लेकिन उस समय बारिश होने के चलते कोई हल नहीं निकला है जो समस्या आज भी बनी हुई है। इस जल भराव की समस्या हेतु हम सीएम हेल्पलाइन से लेकर पंचायत सचिव तहसीलदार जिला स्तर तक शिकायत कर चुके है कोई सुनवाई नहीं हुई अब हम हार मानकर घर बैठ गए है