शिवपुरी। शिवपुरी शहर के कलेक्ट्रेट कार्यालय पर आज मंगलवार को हुई जनसुनवाई में कुछ ग्रामीण शिकायत लेकर पहुंचे कि हमारे गांव का सरपंच व सचिव समग्री आईडी के तक पैसे लेते हैं,वहीं गांव की रोड़ की स्थिति भी बहुत खराब पड़ी हैं, पूरी रोड़ टूटी-फूटी पड़ी हुई हैं तथा उसी रोड़ से हम अपने-अपने खेतों पर जाते हैं,लेकिन हम ग्रामीणों को वहां से निकलने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता हैं।
जब हम ग्रामीण सरपंच-सचिव से इस संबंध में शिकायत करते हैं तो हमारी कोई भी सुनवाई नहीं होती हैं यहां तक पिपरौदा गांव में बाढ़ से हुई नुकसान की भी कोई भरपाई नहीं हुई हैं,इस संबंध में गांव में पटवारी द्वारा सर्वे हुए थे,लेकिन उसमें केवल चुनिंदा लोगों के ही नाम दर्ज हुई हम 500 की संख्या में ग्रामीण गांव में मौजूद हैं।
जानकारी के अनुसार समस्त ग्रामवासी ग्राम पिपरौदा पंचायत साकनौर तहसील कोलारस जिला शिवपुरी ने बताया कि ग्राम पिपरौदा के सरपंच ऊषा देवी पत्नी संतोष लोधी व सहायक सेक्रेटरी रामप्रताप लोधी जो कि एक ही परिवार के होकर चचेरे भाई है, सरपंच व सहायक सेकेट्री द्वारा हम ग्रामीणों का कोई कार्य बिना पैसों के नही किया जा रहा है हम समस्त ग्रामीणों को कुटिर स्वीकृत नहीं करायी गयी है कुटीर के बीस हजार रुपये की मांगी जाती है तथा आई.डी. छटवाने के एक एक हजार रूपये लिये जाते जो पैसे देता है उसका कार्य किया जाता है जो नहीं देता है उसका कोई कार्य नहीं किया जाता हैं।
इसके अलावा जो भी कार्य ग्रामीण जन सरपंच व सेकेट्री से कराने जाते है तो बिना पैसे लिये कोई कार्य नही किया जाता है जिससे हम ग्रामीण जन काफी परेशान है तथा उक्त पंचायत मे जो शासकीय कार्य किया गया है उसमें भी भारी भ्रष्टाचार किया गया है कुछ तो कार्य ही नही किये और पैसा निकाल लिया गया है।
बाढ़ में बह गया मकान सहित सामान
वहीं ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम पिपरौदा में 27 जुलाई 2025 को अतिशीघ्र बारिश होने के कारण हम सभी ग्रामवासियों के गावं में बाढ़ जैसे हालत आ गये थे जिससे हम सभी ग्राम वासियों को बाढ़ आने के कारण काफी घर गृहस्ती कच्चा मकान पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गये है जिससे हम सभी ग्राम वासियों को काफी नुकसान हुआ है।
अधिक बारिश होने के कारण कच्ची सडके भी पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई है हम सभी ग्रामवासियों को निकलने में काफी परेशानी है रही है सैकेटी सरपंच द्वारा हमारी कोई सुनवाई नहीं की जा रही है और न ही रास्ते का निर्माण कार्य कराया जा रहा है।
ना रोड़ ना आवाज,ना नालियां-परेशान हैं सरपंच से
बबलेश परिहार ग्राम पिपरौदा ने बताया कि खराब रोड़ होने के कारण हम ग्रामीण परेशान हो रहे हैं,वहीं नाही हमारे गांव में नालियों का निर्माण हुआ हैं वहीं बाढ़ आने से ग्राम वासियों के नुकसान के एवज में हुए सर्वे भी चुनिंदा लोगों के हुए हैं, हम 40 से 50 ग्रामीण यहां मौजूद हैं जिनके ना ही सर्वे हुए हैं और ना ही बाढ़ से हुए नुकसान की प्रशासन द्वारा कोई भरपाई की गई।
500 ग्रामीणों में से 154 का हुआ सर्वे
धर्मेन्द्र सिंह लोधी निवासी ग्राम पिपरौदा ने बताया कि अत्यधिक बारिश से गांव में आई बाढ़ में हमारे घर की सामग्री,गेहूं, कपड़े, भुस, मकान आदि चीजें नष्ट हो चुकी हैं तथा हमें प्रशासन की ओर से कोई भी मदद नहीं मिली हैं। वहीं मुख्यमंत्री मोहन यादव जी हमारे गांव में नहीं आये हम समस्त ग्रामीण रास्ते में खड़े थे तो मुख्यमंत्री रूके तक नहीं सीधे चले गये। हम सभी बहुत ज्यादा परेशान बने हुए हैं। वहीं बता दें कि 500 लोगों की बस्ती होने के बाद भी केवल 154 लोगों का ही सर्वे हुआ हैं हम लोगों के भी मकान चले गये आदि नुकसान भी हुआ हैं हमारी सुनवाई नहीं हुई हैं।
रोजगार सहायक ने लिए समग्र ID के एवज में रिश्वत
दिलीप लोधी ग्राम पिपलौदा ने बताया कि मैंने रोजगार सहायक से समग्री आईडी में नाम बढ़ाया था तो उसके भी रोजगार सहायक ने 1 हजार रुपये ले लिये, हर चीज में सरपंच,सचिव,रोजगार सहायक पैसे लेते हैं, कुटीर के भी 20-20 हजार रुपये की मांग करते हैं।