शिवपुरी। शिवपुरी जिले के कोलारस अनुविभाग के रन्नौद थाना सीमा मे आने वाले अकौदा गांव में निवास करने वाली एक विवाहिता अपने दोनों बच्चों को लेकर अपने मायके राजस्थान के बारां जिले में रक्षाबंधन का त्यौहार मनाने गई थी। बताया जा रहा है कि विवाहिता अपने दोनों बच्चों के साथ रात में सो रही थी तभी अचानक सांप ने तीनो को डस लिया जिससे उनकी मौत हो गई है। जानकारी मिल रही है कि महिला के ससुराल वाले तीनो को मृत मानने को तैयार नही है खबर लिखे जाने तक वह तीनो को गुना जिले की किसी स्थान पर झाड़ फूंक कराने के लिए ले गए है।
शिवपुरी के रन्नौद थाना क्षेत्र के अकोदा गांव के चंदेल परिवार की बहू पिंकी चंदेल उम्र 30 साल पत्नी ब्रजेश,बेटा प्रिंस 7 साल बेटी नेहा 5 साल अपने मायके रक्षा बंधन का त्यौहार मनाने के लिए राजस्थान के बारां जिले में गई थी। जहां मंगलवार सुबह करीब 5 बजे तीनों को सोते समय सांप ने डस लिया। परिजन ने उनके मुंह से झाग निकलते देखा। तीनों को सांस लेने में भी दिक्कत हो रही थी। इधर, सांप कमरे में ही था, जिसे परिजन ने लाठी से हमला कर मार दिया।
इलाज में देरी बनी मौत की वजह
ग्रामीणों के मुताबिक, सांप के डसने के बाद परिजन तीनों को अस्पताल ले जाने के बजाय झाड़-फूंक कराने के लिए स्थान पर ले गए। करीब पांच घंटे बाद जब तबीयत और बिगड़ गई, तब केलवाड़ा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
परिजन राजस्थान से शव लेकर मंगलवार दोपहर 12 बजे कोलारस के रिजौदा गांव किसी झाड़ फूंक वाले के पहुंचे थे। यहां से वारई गांव पहुंचे। बाद में शव लेकर करीब साढ़े 4 बजे शिवपुरी जिले के बदरवास कस्बे के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचे थे। यहां दोबारा डॉक्टरों ने तीनों को मृत घोषित कर दिया। परिजन तीनों को मृत मानने को तैयार नहीं है। वह अस्पताल से शव लेकर गुना जिले के मोरखेरा गांव में किसी झाड़ फूंक करने वाले के यहां निकल गए हैं।
शिवपुरी के रन्नौद थाना क्षेत्र के अकोदा गांव के चंदेल परिवार की बहू पिंकी चंदेल उम्र 30 साल पत्नी ब्रजेश,बेटा प्रिंस 7 साल बेटी नेहा 5 साल अपने मायके रक्षा बंधन का त्यौहार मनाने के लिए राजस्थान के बारां जिले में गई थी। जहां मंगलवार सुबह करीब 5 बजे तीनों को सोते समय सांप ने डस लिया। परिजन ने उनके मुंह से झाग निकलते देखा। तीनों को सांस लेने में भी दिक्कत हो रही थी। इधर, सांप कमरे में ही था, जिसे परिजन ने लाठी से हमला कर मार दिया।
इलाज में देरी बनी मौत की वजह
ग्रामीणों के मुताबिक, सांप के डसने के बाद परिजन तीनों को अस्पताल ले जाने के बजाय झाड़-फूंक कराने के लिए स्थान पर ले गए। करीब पांच घंटे बाद जब तबीयत और बिगड़ गई, तब केलवाड़ा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
परिजन राजस्थान से शव लेकर मंगलवार दोपहर 12 बजे कोलारस के रिजौदा गांव किसी झाड़ फूंक वाले के पहुंचे थे। यहां से वारई गांव पहुंचे। बाद में शव लेकर करीब साढ़े 4 बजे शिवपुरी जिले के बदरवास कस्बे के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचे थे। यहां दोबारा डॉक्टरों ने तीनों को मृत घोषित कर दिया। परिजन तीनों को मृत मानने को तैयार नहीं है। वह अस्पताल से शव लेकर गुना जिले के मोरखेरा गांव में किसी झाड़ फूंक करने वाले के यहां निकल गए हैं।