शिवपुरी। शहर में बारिश के मौसम में भी लोग पीने के पानी के लिए परेशान हैं। हालात यह है कि कभी मड़ीखेड़ा डैम पर लाइट का फाल्ट तो कभी संपवेल पर मोटर खराब होने से शहर के फिजिकल क्षेत्र के करीब 10 वार्डों में पिछले 8 दिन से पानी की सप्लाई नहीं हो पाई है। हालात यह है कि संपवेलों पर नई मोटर होने के बाद भी इनकी क्वालिटी घटिया होने के कारण जिस प्रेशर से पानी फेंकना चाहिए, उतना काम नहीं कर रही हैं। वहीं पुरानी मोटर सही होकर आती हैं तो वह 8-10 दिन में ही दोबारा से फुंक जाती हैं। ऐसे में पानी की सप्लाई न होने से लोग परेशान है और जिम्मेदार अधिकारी इस तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहे।
जानकारी के मुताबिक शुक्रवार को पानी की सप्लाई न आने की शिकायत करने के लिए कुछ लोग फिजिकल स्थित संपवेल पर आए। यहां मौजूद कर्मचारियों ने बताया कि पुरानी मोटर खराब हो गई थी जो कि सही होकर तो आ गई है, लेकिन अभी उसमें कनेन नहीं हुए है। ठेकेदार ने बोला है कि मोटर को सूख जाने दो तब इसके कनेक्शन करेंगे और उसके बाद पानी की सप्लाई होगी। बताया जा रहा है नगर पालिका में जो नई मोटर आई वह 30 एचपी की है लेकिन उनकी कार्यक्षमता कम है इस कारण प्रेशर से सप्लाई नहीं कर रही है। बाकी बीच में 3 दिन मड़ीखेड़ा स्थित इंटेकवेल पर लाइट का फाल्ट होने के कारण शहर में ही सिंध की सप्लाई नहीं आई, इस कारण से पानी समय पर नहीं पहुंच पा रहा। स्थानीय लोगों का कहना है कि बारिश के मौसम में भी पानी के लिए परेशान होना पड़ रहा है।
फिजिकल निवासी सुशीला रजक ने बताया कि हमारे घर में 8 दिन से पानी की सप्लाई नहीं आई। जबकि अभी बारिश का मौसम है। पैसों से कब तक पानी खरीदें। हमारी इतनी हैसियत भी नहीं है कि रोज पैसा देकर पानी खरीदें। संपवेल पर आओ तो एक ही जवाब मिलता है कि मोटर खराब है।
फिजिकल क्षेत्र में रहने वाले सुनील श्रीवास्तव ने बताया कि नपा का तो रोज-रोज का नाटक है। कभी फाल्ट बोलते हैं तो कभी मोटर खराब होने का बहाना देकर पानी नहीं दे रहे। पीने के पानी के लिए इधर उधर भटकना होता है। शहर में पानी की समस्या कई सालों से है और न जाने कब खत्म होगी।
450 रुपए में टैंकर या वाटर सप्लायरों से खरीदकर ले रही पानी
पानी न आने से परेशान लोगों ने बताया कि स्थिति इतनी खराब है कि जब शहर में पानी की सप्लाई बंद हो जाती है तो जो टैंकर आम दिनों में 300 रुपए में आता है, वह भी 450 रुपए से कम में नहीं आता। इतना ही नहीं टैंकर की बुकिंग आज करो तो टैंकर भी शाम को या अगले दिन आता है। इसके अलावा पीने के लिए आरओ कैंपर से जो पानी आता है, उससे वह 20 रुपए देकर एक कट्टी पानी लेने को मजबूर हुए हैं। दूसरी तरफ नियमित सप्लाई के नाम पर नगर पालिका ने हर माह जो पानी का बिल 100 रुपए आता था, उसे बढ़ाकर 150 रुपए तो कर दिया, लेकिन पानी की सप्लाई नियमित नहीं आती।
नई मोटर खरीद में भी नपा ने कर दिया घोटाला
संपवेलों पर मौजूद नगर पालिका के कर्मचारियों का कहना है कि बड़ी मुश्किल से महीनों के इंतजार के बाद जैसे-तैसे शहर के अधिकांश संपवेलों जैसे फिजिकल, करौंदी व गांधी पार्क पर नई मोटरों लाखों रुपए कीमत की आई, लेकिन जिस ठेकेदार ने इन मोटरों की सप्लाई की है, वह नगर पालिका के एक अधिकारी का रिश्तेदार व खास है। ऐसे में उसने 30 एचपी के नाम पर किसी ओसवाल नाम की कंपनी की मोटर दे दी जो कि दिखने में भी काफी छोटी है और यह पुरानी मोटरों की तुलना में काफी कम पानी फेंक पाती है।
ऐसे में यह मोटर क्षेत्र की सप्लाई के हिसाब से सही काम नहीं कर रही। इसलिए पानी की सप्लाई में काफी परेशानी आ रही है। कर्मचारियों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि वही ठेकेदार पुरानी मोटरों को सुधारने का काम भी करता है और वह उसमें भी घालमेल करता है, इस फेर में यह मोटर मरम्मत के बाद महज 8 या 10 दिन में फिर खराब हो जाती है।
यह बोले जिम्मेदार
यह बात सही है कि दो दिन के लिए इंटेकवेल पर लाइट की समस्या होने के कारण शहर में पानी की सप्लाई नहीं हो पाई थी। अब फिजिकल पर मोटर खराब है और अभी तक सही नहीं हुई। उसे मैं दिखवा लेता हूं। बाकी अभी नई मोटर आई हैं, अगर वह सही से काम नहीं कर रही तो हम ठेकेदार से बात करते हैं। मरम्मत के मामले में तो हमने ठेकेदार को नोटिस दिया था।
सचिन चौहान, एई नपा शिवपुरी
जानकारी के मुताबिक शुक्रवार को पानी की सप्लाई न आने की शिकायत करने के लिए कुछ लोग फिजिकल स्थित संपवेल पर आए। यहां मौजूद कर्मचारियों ने बताया कि पुरानी मोटर खराब हो गई थी जो कि सही होकर तो आ गई है, लेकिन अभी उसमें कनेन नहीं हुए है। ठेकेदार ने बोला है कि मोटर को सूख जाने दो तब इसके कनेक्शन करेंगे और उसके बाद पानी की सप्लाई होगी। बताया जा रहा है नगर पालिका में जो नई मोटर आई वह 30 एचपी की है लेकिन उनकी कार्यक्षमता कम है इस कारण प्रेशर से सप्लाई नहीं कर रही है। बाकी बीच में 3 दिन मड़ीखेड़ा स्थित इंटेकवेल पर लाइट का फाल्ट होने के कारण शहर में ही सिंध की सप्लाई नहीं आई, इस कारण से पानी समय पर नहीं पहुंच पा रहा। स्थानीय लोगों का कहना है कि बारिश के मौसम में भी पानी के लिए परेशान होना पड़ रहा है।
फिजिकल निवासी सुशीला रजक ने बताया कि हमारे घर में 8 दिन से पानी की सप्लाई नहीं आई। जबकि अभी बारिश का मौसम है। पैसों से कब तक पानी खरीदें। हमारी इतनी हैसियत भी नहीं है कि रोज पैसा देकर पानी खरीदें। संपवेल पर आओ तो एक ही जवाब मिलता है कि मोटर खराब है।
फिजिकल क्षेत्र में रहने वाले सुनील श्रीवास्तव ने बताया कि नपा का तो रोज-रोज का नाटक है। कभी फाल्ट बोलते हैं तो कभी मोटर खराब होने का बहाना देकर पानी नहीं दे रहे। पीने के पानी के लिए इधर उधर भटकना होता है। शहर में पानी की समस्या कई सालों से है और न जाने कब खत्म होगी।
450 रुपए में टैंकर या वाटर सप्लायरों से खरीदकर ले रही पानी
पानी न आने से परेशान लोगों ने बताया कि स्थिति इतनी खराब है कि जब शहर में पानी की सप्लाई बंद हो जाती है तो जो टैंकर आम दिनों में 300 रुपए में आता है, वह भी 450 रुपए से कम में नहीं आता। इतना ही नहीं टैंकर की बुकिंग आज करो तो टैंकर भी शाम को या अगले दिन आता है। इसके अलावा पीने के लिए आरओ कैंपर से जो पानी आता है, उससे वह 20 रुपए देकर एक कट्टी पानी लेने को मजबूर हुए हैं। दूसरी तरफ नियमित सप्लाई के नाम पर नगर पालिका ने हर माह जो पानी का बिल 100 रुपए आता था, उसे बढ़ाकर 150 रुपए तो कर दिया, लेकिन पानी की सप्लाई नियमित नहीं आती।
नई मोटर खरीद में भी नपा ने कर दिया घोटाला
संपवेलों पर मौजूद नगर पालिका के कर्मचारियों का कहना है कि बड़ी मुश्किल से महीनों के इंतजार के बाद जैसे-तैसे शहर के अधिकांश संपवेलों जैसे फिजिकल, करौंदी व गांधी पार्क पर नई मोटरों लाखों रुपए कीमत की आई, लेकिन जिस ठेकेदार ने इन मोटरों की सप्लाई की है, वह नगर पालिका के एक अधिकारी का रिश्तेदार व खास है। ऐसे में उसने 30 एचपी के नाम पर किसी ओसवाल नाम की कंपनी की मोटर दे दी जो कि दिखने में भी काफी छोटी है और यह पुरानी मोटरों की तुलना में काफी कम पानी फेंक पाती है।
ऐसे में यह मोटर क्षेत्र की सप्लाई के हिसाब से सही काम नहीं कर रही। इसलिए पानी की सप्लाई में काफी परेशानी आ रही है। कर्मचारियों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि वही ठेकेदार पुरानी मोटरों को सुधारने का काम भी करता है और वह उसमें भी घालमेल करता है, इस फेर में यह मोटर मरम्मत के बाद महज 8 या 10 दिन में फिर खराब हो जाती है।
यह बोले जिम्मेदार
यह बात सही है कि दो दिन के लिए इंटेकवेल पर लाइट की समस्या होने के कारण शहर में पानी की सप्लाई नहीं हो पाई थी। अब फिजिकल पर मोटर खराब है और अभी तक सही नहीं हुई। उसे मैं दिखवा लेता हूं। बाकी अभी नई मोटर आई हैं, अगर वह सही से काम नहीं कर रही तो हम ठेकेदार से बात करते हैं। मरम्मत के मामले में तो हमने ठेकेदार को नोटिस दिया था।
सचिन चौहान, एई नपा शिवपुरी