नरेन्द्र जैन @ खनियाधाना, शिवपुरी: शिवपुरी जिले के खनियाधाना थाना क्षेत्र अंतर्गत रमपुरा गांव में एक आरएमपी डॉक्टर की मौत के बाद परिजनों ने उसकी पत्नी पर हत्या का आरोप लगाते हुए भिंड-भोपाल नेशनल हाईवे 346 पर चक्काजाम कर दिया। परिजनों ने मृतक की दूसरी पत्नी पर हत्या का आरोप लगाया है, लेकिन इस घटना में सबसे चौंकाने वाला पहलू पुलिस पर लगाए गए आरोप हैं। परिजनों का कहना है कि पिछोर पुलिस ने उनके साथ मारपीट की और शव को थाने में छोड़कर भागने को मजबूर किया, जिसके बाद पुलिस ने शव को टेंपो में रखकर मृतक के घर पहुंचाया।
घटनाक्रम
जानकारी के अनुसार, मृतक आरएमपी डॉक्टर कुलवंत लोधी उम्र 35 साल बीते 12 जुलाई को मृतक अपने दोस्त वीरू लोधी के साथ बाइक से पिछोर न्यायालय मे तारीख गया था। वीरू लोधी ने बताया कि वहां डॉक्टर लोधी को एक फोन आया, जिस पर उनकी काफी बहस हुई। इसके बाद वे एक बाइक शोरूम पर गए, जहां से डॉक्टर अचानक गायब हो गए। वीरू लोधी अकेले ही घर लौट आए।
पुलिस को घायल अवस्था में मिला आरएमपी डॉक्टर
बाद में, पिछोर डायल 100 को बाचरौन चौराहे पर पेट्रोल पंप के पीछे एक नाले में एक व्यक्ति के पड़े होने की सूचना मिली। मौके पर पहुंची पुलिस ने घायल व्यक्ति को पिछोर अस्पताल पहुंचाया। व्यक्ति बोलने की स्थिति में नहीं था और अपनी पहचान नहीं बता पा रहा था, जिसके कारण पिछोर थाना पुलिस ने सोशल मीडिया पर जानकारी सार्वजनिक की, तब जाकर घायल व्यक्ति की पहचान गायब हुए डॉक्टर लोधी के रूप में हुई।
जब डॉक्टर के परिजन पिछोर अस्पताल पहुंचे, तो डॉक्टरों ने कुलवंत लोधी को शिवपुरी जिला अस्पताल रेफर कर दिया। गंभीर हालत को देखते हुए परिजन उन्हें ग्वालियर ले गए, लेकिन बाद में घर वापस ले आए। तबीयत बिगड़ने पर उन्हें झांसी के एक निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई।
परिजनों के पुलिस पर गंभीर आरोप
परिजनों का आरोप है कि कुलवंत की मौत के बाद वे हत्या का मामला दर्ज कराने के लिए पिछोर थाने आए थे और दूसरी पत्नी शिवानी पर हत्या का आरोप लगा रहे थे। उनका कहना है कि थाने में पुलिस से विवाद हो गया, जिसके बाद पुलिस ने लाइट बंद कर लाठियों से मारपीट की। इससे डरकर परिजन डॉक्टर का शव थाने में ही छोड़कर भाग आए। परिजनों का दावा है कि आधी रात को पिछोर पुलिस ने डॉक्टर की लाश एक टेंपो में रखकर मृतक के घर रमपुरा छुड़वा दी।
लाश की दुर्दशा देख चक्काजाम
लाश की दुर्दशा देखकर परिजन भड़क गए और आज सुबह 8 बजे खनियाधाना थाना क्षेत्र के भिंड-भोपाल नेशनल हाईवे 346 पर चक्काजाम कर दिया। लगभग 4 घंटे तक चले इस चक्का जाम के बाद पुलिस की समझाइश पर इसे खोला गया।
पिछोर पुलिस का पक्ष
पिछोर थाना प्रभारी जितेंद्र मावई ने बताया कि कल शाम मृतक की डेड बॉडी लेकर परिजन थाने आए थे और पत्नी पर हत्या का मामला दर्ज कराने के लिए कह रहे थे। उन्होंने समझाया कि मौत झांसी में हुई है और पोस्टमार्टम भी वहीं हुआ है। जब मर्ग डायरी पिछोर थाने आएगी, तो जांच कर मामला दर्ज कर लिया जाएगा। उन्होंने मारपीट और डेड बॉडी को थाने में छोड़ने की बात को गलत बताया। थाना प्रभारी ने यह भी बताया कि जब पुलिस को मृतक मिला था, वह बेहोश था और बोलने की स्थिति में नहीं था। पिछोर के डॉक्टरों का कहना था कि गिरने से सिर में अंदरूनी चोटें आई थीं।
पहली पत्नी के आत्महत्या के उत्प्रेरक का था मामला दर्ज
बताया जा रहा है कि मृतक पर अपनी पहली पत्नी की आत्महत्या के लिए उत्प्रेरक का मामला दर्ज था, और वह 12 जुलाई को इसी मामले की तारीख पर पिछोर न्यायालय गया था। मृतक शराब के नशे का आदी था, और जिस दिन वह पुलिस को मिला था, वह अत्यधिक नशे की हालत में था। अनुमान लगाया जा रहा है कि नशे की हालत में गिरने से ही उसके सिर में अंदरूनी चोटें आई थीं, जिसके कारण वह बेहोश हो गया और पुलिस को उसकी पहचान के लिए सोशल मीडिया का सहारा लेना पड़ा।
मृतक की दूसरी शादी मामौनी सलैया की रहने वाली शिवानी लोधी से हुई थी। नशे की हालत में वह शिवानी के साथ मारपीट करता था, जिसके बाद शिवानी ने खनियाधाना थाने में मारपीट का मामला दर्ज करवाया था। करीब 6 माह पहले शिवानी अपने पति को छोड़कर चली गई थी और वर्तमान में झांसी में एक गारमेंट्स कंपनी में सिलाई का काम सीख रही है।
सीसीटीवी फुटेज में नशे में झूलते दिखा डॉक्टर
पुलिस को बाचरौन चौराहे पर लगे कैमरों की जांच में मृतक नशे में झूलता हुआ पैदल दिखाई दे रहा है। आशंका जताई जा रही है कि नशे की हालत में नाले में गिरने से ही उसके सिर में गंभीर चोटें आई होंगी।