शिवपुरी। शिवपुरी शहर के कलेक्ट्रेट कार्यालय में आज एक 83 वर्षीय बुजुर्ग महिला अपने बेटे के साथ शिकायत लेकर पहुंची,बुजुर्ग ने बताया कि मेरे छोटे बेटे व बहू मुझे मकान का तीसरा हिस्से के लिए मुझको प्रताड़ित कर रहे हैं जबकि यह बंटवारे के समय यह हिस्सा मेरे व मेरे पति के नाम हुआ था लेकिन अब मेरे पति नहीं रहे उनको 23 साल पहले ही स्वर्गवास हो चुका हैं और अब मैं अपने बड़े बेटे के साथ रह रही हूं और उनको मैंने अपना हिस्सा दे दिया जिससे वह मुझको बहुत प्रताड़ित कर रहें हैं।
जानकारी के अनुसार कमला देवी गुप्ता पत्नी स्व.बाला प्रसाद गुप्ता निवासी ग्राम मनपुरा परगना पिछोर थाना भौती जिला शिवपुरी की निवासी होकर 83 वर्षीय बृद्ध महिला हूँ,मेरे बेटे दीपक कुमार गुप्ता, पुत्रवधु रंजना गुप्ता द्वारा मैंने व मेरे बड़े बेटे ओम प्रकाश गुप्ता व बडी बहू सुखदेवी गुप्ता को दोनों लड़कों को पारिवारिक बंटवारा मेरे हिस्सा दे दिया गया हैं। यह कि मैंने अपने पैतृक मकान के एवज में अपनी बहू सुखदेवी ने अपना प्लॉट छोटे देवर को दे दिया गया है।
प्रॉपर्टी के लिए छोटे बेटे-बहू कर रहे हैं मां को परेशान
इसके एवज में उक्त मकान मेरे हिस्से में पूर्ण रूप से माना गया है। लेकिन अब दीपक कुमार गुप्ता व उसकी पत्नी द्वारा मुझको व मेरे बडे लडके एवं बहू को आये दिन मानसिक रूप से परेशान प्रताड़ित किया जा रहा है एवं ये लोग लडाई झगडा करने पर उतारू रहते हे और धमकी दी जाती है कि तुम सबको झूठे केस में फंसा कर बर्बाद कर देंगे जिससे मेरे व मेरे साथ रहने वाले बडे लडके एवं बहू काफी परेशान व भयभीत बने हुए हे।
23 साल पहले पति का हो गया स्वर्गवास,अब बेटे बहू कर रहे हैं प्रताड़ित
मेरे पति का स्वर्गवास 23 साल पहले हो चुका है तब से मैं अपने बडे लडके एवं बहु के साथ निवास कर रही हूँ मेरा इनके द्वारा संपूर्ण भरण पोषण व दुख बीमारी सब कुछ सेवा की जा रही है। यह कि इस प्रकार इनके द्वारा परेशान, प्रताड़ित किये जाने से हम काफी परेशान बने हुये है इसलिये इनके विरूद्ध कानूनी कार्यवाही किया जाना व हमारी जान माल की रक्षा किया जाना आवश्यक है।
मैंने एवं मेरे बडे लडके एवं बहू से हमने समस्त पारिवारिक संबंध तोड दिये है इनके साथ कोई घटना या अन्य कोई बाद विवाद होता है तो इनको ही जिम्मेदार समझा जावे। व हमारे साथ कोई घटना होती है तो इनको जिम्मेदार समझा जायेगा। छोटे लडके दीपक कुमार गुप्ता व बहू रंजना गुप्ता के विरूद्ध उचित कानूनी कार्यवाही की जाए। इनके द्वारा जो हमारे हिस्से के खाली कमरे में ताला लगा रखा है उसे निकलवाया जाकर हमें सुपुर्द करवाया जावे। अगर इनके द्वारा भविष्य में थाना या अन्य जगह कोई शिकायत/रिपोर्ट की जाती है तो उसकी निष्पक्ष जांच की जावे जिससे हम झूठे प्रकरण से बच सके।