शिवपुरी। कलेक्ट्रेट में आयोजित होने वाली जनसुनवाई का अलग ही नजारा था,शिवपुरी कलेक्टर के द्वारा के पर ग्रामीण और उनके साथ आने वाली महिलाएं पछाड़ मार मार कर रो रही थी। उनका आरोप था कि गांव के एक शिक्षक ने अपनी पत्नी से बलात्कार की झूठी एफआईआर दर्ज करा दी,इतना नहीं उनकी जमीन पर कब्जा कर लिया,अमोला थाना पुलिस ने उनकी सुनवाई नहीं की और भगा दिया।
कुछ दिन पूर्व अमोला थाना सीमा में निवास करने वाली एक शिक्षक की पत्नी का बलात्कार का मामला प्रकाश में आया था। शिक्षक की पत्नी का कहना था कि वह घर मे अकेली थी उसी समय राकेश पाल घर में घुस आया और उसका बलात्कारक कर दिया। पुलिस ने इस मामले में राकेश पाल पर बलात्कार का मामला दर्ज करते हुए राकेश पाल को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
बलात्कार के आरोपी राकेश पाल के पिता बाबूलाल पाल अपने परिजनों के साथ कलेक्टर के पास जनसुनवाई में आए थे। बाबूलाल के साथ बलात्कार के आरोपी राकेश पाल की पत्नी सहित लगभग 50 सैकड़ा महिलाए और पुरुष आए थे,यह ग्रामीण इतनी दुखी थे कि कलेक्टर कार्यालय की सीढ़ियों पर पछाड़ मार मार कर रोने लगे थे।
बाबूलाल पाल ने कलेक्टर को एक आवेदन सौंपा था इस आवेदन के अनुसार शिक्षक ने हमारी 10 बीघा जमीन पर कब्जा करने के लिए मेरे बेटे राकेश पाल पर झूठा बलात्कार का मामला दर्ज करवा दिया है।
बाबूलाल के छोटे बेटे उमेश पाल ने बताया कि बीते रोज शाम 5 बजे सिलानगर मे रहने वाले शिक्षक, इमरत लोधी, नारायण लोधी, राजेंद्र लोधी, मायाराम लोधी, खेम लोधी, बालू लोधी, दमरु लोधी, पप्पू लोधी, कमलेश लोधी, महेश लोधी, सोनू लोधी, मुकेश लोधी, दयाराम लोधी टेक्टर लेकर आए और हमारी 10 बीघा जमीन पर कब्जा कर लिया है इन सभी लोगो ने ट्रैक्टर से जुताई कराकर बीज भी डाल दिए जब हमने विरोध किया तो इन सभी लोगो ने महिलाओं सहित हमारी मारपीट शुरू कर दी।
जब इस मामले की शिकायत करने हम अमोला थाने पहुचे तो थाना प्रभारी अंशुल गुप्ता ने हमारी एक नही सुनी,उल्टे हमे ही फटकार लगाने लगे,कहा तुम लोग ज्यादा नेतागिरी करोगे तो तुम पर भी एक मामला दर्ज करवा दूंगा। बाबूलाल के साथ आए ग्रामीणों कलेक्टर मे थाना प्रभारी अंशुल गुप्ता मुर्दाबाद के नारे लगाए।