SHIVPURI NEWS - फॉरेस्ट ने किया आजादी से पूर्व का रास्ता लॉक, 6 गांव के ग्रामीण परेशान-एंबुलेंस भी नहीं पहुंच रही

Bhopal Samachar

शिवपुरी। शिवपुरी शहर के वन विभाग में आज करैरा के ग्राम खैरा कोटिया के रहने वाले 250 से 300 ग्रामीण शिकायत लेकर पहुंचे कि आजादी से पहले के रास्ते को फॉरेस्ट वालों ने बंद कर दिया हैं जिससे हम 5 हजार से ज्यादा ग्रामवासी परेशान बने हुए हैं,क्योंकि वहीं एक मात्र रास्ता हैं जिससे हम ग्रामीणों बच्चों का आना जाना हैं,अब हमें सुनसान रास्ते से आना जाना पड़ रहा हैं जो कि बहुत खराब रास्ता हैं। जिस पर एंबुलेंस तक नहीं पहुंच पाती,कई बार शिकायत के बाद भी यह रास्ता नहीं खोला जा रहा हैं अगर रास्ता नहीं खोला गया तो हम ग्रामीण आंदोलन,चक्का जाम करने के लिए मजबूर होंगे।

जानकारी के अनुसार ग्राम खैरा कोटिया एवं अन्य क्षेत्रवासी विधानसभा करैरा जिला शिवपुरी के समस्त ग्रामीणों ने बताया कि हाजीनगर दुमदुमा से छिरारी तक गए रोड से दुमदुमा से लगभग 01 किमी आगे से हमारे गांव खैरा कोटिया के लिए कच्चा मिट्टी एवं मिट्टी का रोड डला हुआ था जो पुश्तैनी रास्ता एवं रोड हैं उक्त रोड हमारे गांव के लिए बहुत पुराना रोड डला हुआ था रोड हमारे पुरखों के संमय से ही डला है हमारे गांव के समस्त ग्रामवासी एवं अन्य ग्रामवासी छिरारी, खैरा कोटिया, आंदर, बांसगढ, दावर अली, छिलरी आदि उक्त रोड़ से ही आते जाते है एवं हमारे गांव के किसान एवं मजदूरी तथा मवेशी (पशु) चराने वाले भी इसी रास्ता जंगल एवं बाजार के लिए आते जाते हैं।

विधायक ने चालू करवा दिया था बंद रास्ता,लेकिन फॉरेस्ट वालों ने कर दिया बंद
लेकिन कुछ समय पूर्व में भी रास्ते को बंद करा दिया गया था यानि 06 माह पूर्व क्षेत्र के विधायक माननीय रमेश प्रसाद खटीक जी के द्वारा रास्ता चालू करा दिया गया था तो अभी तक सुचारू रूप से संचालित रहा है लेकिन 30 दिन पूर्व से ही रास्ते को अब पूर्णतः बंद कर दिया गया है हमारे द्वारा रेंजर साहब से बात की तो रेंजर साहब ने हमसे 07 दिवस के अन्दर आपकी रास्ता चालू करवा देंगे।

फॉरेस्ट एसडीओ,रेंजर साहब नहीं करा सकें रास्ता चालू
ग्रामीणों ने बताया कि आज तक रेंजर साहब एवं फॉरेस्ट एसडीओ साहब ने उक्त रास्ता आज तक चालू नहीं किया गया है अब रास्ते से मोटरसाइकिल निकालने हेतु अस्थाई रूप से चालू किया गया है जिसे स्थाई रूप से बड़े वाहन जैसे ट्रैक्टर ट्रॉली बैलगाडी आदि निकल सके पूर्व की भांति ही चालू कराया जाये। दाने बाबा से होकर जी पगडंडी रास्ता है जिसे न बनाया जाए क्योंकि वहां कम से कम 03 किमी की चक्कर है और दानेवावा से छोटे छोटे पढ़ने वाले बच्चों का हर रहता है क्योंकि पूर्व में उक्त दाने बाबा के यहां कई घटनाएं हो चुकी है जिससे अन्य कोई घटना में घटे इस कारण से उक्त रास्ता को चालू न कराई जायें।

रास्ता बंद होने के कारण नहीं पहुंच पाई एम्बुलेंस,मां ने खोया अपना बच्चा
ग्रामीणों ने बताया कि रास्ता बंद होने से सम्पूर्ण ग्रामवासी बहुत दुखित व प्रभावित है तथा परेशान एवं प्रताड़ित है रास्ता चालू न होने के कारण 30 जून 2025 को एक महिला के प्रसव हेतु एम्बुलेंस को बुलाया तो एम्बुलेंस के लिए रास्ता न होने के कारण सही समय एम्बुलेंस नहीं पहुंच पाने के कारण गर्भवती महिला को प्रसव के दौरान यदि अस्पताल पहुंच जाती तो उसके कारण प्रसव के दौरान उस महिला के गर्व से एक बच्चा की मौत हो गई है जिसकी जिम्मेदारी बच्चे की मौत नहीं होती यह प्रशासन की घोर लापरवाही है।

225 मवेशियों की हो चुकी हैं मृत्यु
ऐसे न जाने कितने मवेशियों की -225 मृत्यु ही चुकी है किसान अपने खेतों पर नहीं जा पा रहे हे अगर दूसरे जगह से जाते या नहर से निकलकर जाते है तो नहर वाला रास्ता सही न होने के कारण कई लोग गिरकर के घायल व चोटिल हो गए है कई लोगों का अस्पताल में इलाज हेतु भर्ती है। एक रास्ता दाने बाबा के की छोटी पहाड़ियों से होकर जाता है जिससे कोई ग्रामवासी गण जाने को तैयार नही है।

रास्ता चालू नहीं हुआ तो करेंगे आंदोलन
हमारे द्वारा 01 जुलाई 2025 एवं 03 जुलाई 2025 को एसडीएम महोदय के यहां ज्ञापन दिया गया था कि हमारा रास्ता चालू कराया जाए जिसमें तहसीलदार महोदय के द्वारा 05 दिन का समय दिया गया था लेकिन आज तक हमारा रास्ता चालू नहीं हुआ यदि प्रशासन के द्वारा हमारा रास्ता चालू नहीं कराया तो आन्दोलन करने को मजबूर होंगे एवं चक्का जाम करने को मजबूर होंगे। जिसमें जो भी जनहानि मानहानी राहगीरों की परेशानी होती है तो जिसकी समस्त जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।