शिवपुरी। शिवपुरी नगर पालिका में अध्यक्ष और पार्षदों की तनातनी में उपजी जांच में साढ़े 4 करोड़ का घोटाला सामने आया है। सूत्र बता रहे कि नगर पालिका से रोड रेस्टोरेशन और जोनल वर्क की फाइल गायब है,जांच कर रही टीम को इन फाइलो के दर्शन तक नही हुए है। साढ़े चार करोड़ रुपए का पिछले 5 साल में रोड रेस्टोरेशन के नाम पर भुगतान हुआ है वही जोनल वर्क के नाम पर बनाई गई 10 फाइल को 1 करोड़ 30 लाख का भुगतान हुआ है।
पेच वर्क पर जनता से टैक्स के रूप में वसूले गए चार करोड़ 50 लाख रुपए मिलकर अधिकारी कर्मचारी नेता और ठेकेदार खा गए। फाइलो के गायब होने के मामले में लगभग आधा दर्जन से अधिक कर्मचारियों को नोटिस जारी हो चुके है। अगर फाइल नही मिलती है तो कर्मचारियों पर मामला दर्ज हो सकता है। अब यह मामला शांत नही होने वाला है क्योंकि वर्तमान नगर पालिका अध्यक्ष गायत्री शर्मा का 3 अगस्त को कार्यकाल पूरा होगा,3 साल के कार्यकाल के बाद पार्षदों के विरोध में अधिक तीव्रता होगी।
जैसा कि विदित है कि शिवपुरी के नगर पालिका के अध्यक्ष गायत्री शर्मा के विरोध में खडे 2 दर्जन पार्षद बगीचा सरकार पर नगर सरकार का तख्ता पलट करने का शपथ समारोह कर आए थे। साथ मे वचन यह थे कि अगर नगर पालिका अध्यक्ष गायत्री शर्मा को पद से पार्टी नही हटाती है तो वह इस्तीफा दे देगें। पार्षद एक शुरू में गायत्री शर्मा के पूरी फैमिली पर भ्रष्टाचार के आरोप लगा रहे है।
तत्काल इस भ्रष्टाचार कराने के लिए घोषणा की गई और शिवपुरी एडीएम दिनेश चंद्र शुक्ला को जांच सौंपी गई। एडीएम दिनेश चंद्र शुक्ला ने यह जांच पूरी कर कलेक्टर को सौंप दी है। अब गेंद आगे कलेक्टर के पाले में है। अवश्य ही जांच का नतीजा क्षेत्रीय सांसद और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया तक जाऐगी। बताया जा रहा है कि इस जांच की नतीजे के बाद ही गायत्री शर्मा के आगामी कार्यकाल का भविष्य तय होगा फिलहाल नतीजे भविष्य की गर्त में है।
रोड रेस्टोरेशन की साढ़े 4 करोड़ की फाइल गायब
शिवपुरी नगर पालिका में पिछले 5 साल में साढ़े चार करोड़ के रोड रेस्टोरेशन (सीवर प्रोजेक्ट में खुदी सड़कों की रिपेयरिंग) के काम हुए है। वही नगर पालिका में जोनल वर्क के नाम से तीन वार्डो को मिलाकर एक वर्क आर्डर 10 से 13 लाख रुपए तक का निकाला गया था। ऐसी 10 फाइल है इन वर्क आर्डर में अति आश्वयक काम जैसे नाली बनना,रेंप का निर्माण जैसे काम थे। इस प्रकार की 10 फाइल नगर पालिका से गायब है। कुल मिलाकर सीधे शब्दों में लिखे तो 5.50 करोड़ रुपए के काम नही हुए ओर भुगतान हुए है,जब नगर पालिका में पार्षदो ने भ्रष्टाचार के नारे लगाना शुरू किए उच्च स्तर की जांच की मांग की जाने लगी तो यह फाइल नगर पालिका शिवपुरी से गायब हो गई। वही नगर पालिका में 150 फाइले एक लाख रुपए से कम की है जो शुरू से ही संदेह की स्थिति में है।
यह प्रमाणित होता है भ्रष्टाचार
इस पूरे भ्रष्टाचार का नामूना जब क्लीयर हुआ शिवपुरी नगर पालिका के वार्ड क्रमांक 17 के पार्षद राजा यादव ने इस रोड रेस्टोरशन के काम में भ्रष्टाचार की शिकायत लिखित मे की थी। इस शिकायत में उल्लेख था कि वार्ड में रोड रेस्टोरेशन के नाम पर 18 लाख का भुगतान हुआ है केवल वार्ड की 2 गलियो में रोड की लीपापोती की गई है। वाकी सडके और गली खुदी पड़ी है। यह पत्र इस साढ़े 4 करोड के भ्रष्टाचार को उजागर करता है।