एक्सरे ललित मुदगल @ शिवपुरी। कोलारस के पूर्व विधायक वीरेंद्र रघुवंशी ने गुना-शिवपुरी के सांसद और भारत सरकार में कैबिनेट मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को एक वर्क रिमाइंडर पत्र लिखा है। यह पत्र वर्तमान विधायक महेन्द्र सिंह यादव को भी इंगित किया है। इस पत्र को लिखने का मुख्य उद्देश्य कोलारस विधानसभा के विकास को लेकर है।
यह पत्र पूर्व विधायक ने अपनी अधिकृत फेसबुक अकाउंट से शेयर किया है ओर इस पत्र को पोस्ट करते हुए एक विनम्र आग्रह भी किया है। इस आग्रह मे लिखा गया है कि
माननीय श्रीमान ज्योतिरादित्य सिंधिया जी सांसद गुना एवं केंद्रीय मंत्री भारत सरकार एवं श्रीमान महेंद्र सिंह यादव विधायक कोलारस जिला शिवपुरी से विनम्रता पूर्वक आग्रह है मेरे विधायक कार्यकाल के समय स्वीकृत कराई गई अनेक महत्वपूर्ण विकास योजनाएं स्वीकृत पड़ी हैं जिन पर पिछले दो वर्षों से कोई कार्य जमीनी स्तर पर प्रारंभ नहीं हुआ है पूर्व में भी मैंने स्मरण कराया था कृपया कर जनहित की योजनाओं को जमीनी स्तर पर क्रियांबन कराने का कष्ट करेंगे तो क्षेत्र के विकास के साथ-साथ क्षेत्र वासी भी अनेक विभागों की योजनाओं से लाभान्वित होंगे
यह पत्र मौजूदा विधायक महेन्द्र सिंह यादव के लिए धर्म संकट का विषय हो सकता है,यह पहले आप रिमाइंडर पत्र के काम पढ़िए उसके बाद अंतिम पैराग्राफ में महेंद्र के धर्मसंकट का विश्लेषण भी पढ़िए फिर मंथन किजिए है कि वीरेन्द्र रघुवंशी के एक पत्र ने कोलारस विधानसभा के भविष्य के लिए क्या संकेत दिए है।
यह है कोलारस में पिछले 2 साल से लंबित पड़ी है,
1- जिले के 842 ग्रामों में पेयजल आपूर्ति हेतु मडीखेडा बांध से स्वीकृत पे जलावर्धन योजना का कार्य वर्ष 2024 तक पूर्ण होना था। उक्त कार्य नियत समय अवधि के बाद भी अधूरा है जिससे ग्रीष्मकाल में ग्रामीण अंचल में पेयजल समस्या बनी रहेगी। कृपया परियोजना का शेष कार्य शीघ्र अति शीघ्र कार्य पूर्ण करावें।
2- कूनो नदी पर बांध श्रृंखला निर्माण की स्वीकृति हो चुकी कृपया सिंचाई परियोजना की निविदा आदि कार्यवाही शीघ्र पूर्ण करावें, जिससे किसानों को सिंचाई सुविधा मिल सके।
3- कोलारस में केंद्रीय विद्यालय की स्थापना हेतु कुम्हरौआ रोड पर भूमि का आवंटन कराया था। कृपया केन्द्रीय विद्यालय की स्थापना हेतु उचित कार्यवाही करने का कष्ट करें।
4- कोलारस में अनाज मंडी के अधीन फल एवं सब्जी मंडी निर्माण हेतु कार्यवाही प्रचलन में थी जिसमें फल-सब्जी मंडी हेतु भूमि आवंटित हो चुकी है। कृपया फल-सब्जी मण्डी बनायी जावे।
5- कोलारस नगर में एसडीएम कार्यालय के पास राई रोड पर पार्क निर्माण की स्वीकृति उपरांत टेंडर प्रक्रिया हो चुकी है। कृपया नगरवासियों हेतु पार्क निर्माण कराने का कष्ट करें।
6- कोलारस में हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी के निर्माण की स्वीकृति हेतु भूमि आवंटित कराई थी, अनुरोध है कि यहां आवासीय कॉलोनी का निर्माण कराया जावे।
7- कोलारस में ही खेल मैदान (स्टेडियम) निर्माण हेतु भूमि आवंटित है, कृपया खेल प्रतिभागियों की सुविधा हेतु खेल मैदान का निर्माण कराया जावे।
8- बदरवास में स्वीकृत आई.टी.आई. हेतु 08 करोड लागत राशि से नवीन भवन का निर्माण होना है, कृपया भवन निर्माण कराया जावे।
9- बदरवास में 1.50 करोड़ राशि का मांगलिक भवन निर्माण कार्य स्वीकृत है। कृपया जनता की सुविधा हेतु भवन निर्माण कार्य कराया जावे।
10- बदरवास में भी हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी के निर्माण की स्वीकृति हेतु भूमि आवंटित कराई थी, अनुरोध है कि यहां आवासीय कॉलोनी का निर्माण कराया जावे।
चूंकि ये सभी विकास कार्य मेरे समय में प्रक्रिया में थे, अतः मेरा कर्तव्य है कि ये सभी कार्य पूर्ण हों।
धर्म संकट में होंगे महेन्द्र
इसे अगर सीधे तौर पर देखे तो यह एक सामान्य सी बात दिख रही है लेकिन राजनीतिक दृष्टि से देखे तो यह मौजूद विधायक पर लेटर बंब का कार्य कर रही है। इस पत्र ने इंगित कर दिया है कि कोलारस में करोड़ों रुपए की योजनाएं विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी के स्वीकृत कराई है लेकिन 2 साल से यह पूर्ण नही हुई और कई बडी योजनाओ के भूमि पूजन हो चुके है। कई योजनाओं को जमीन स्वीकृत 2 साल पूर्व हो चुकी है लेकिन काम जस का तस है।
यह पत्र सीधे सीधे दिखाता है कि पिछले 2 साल में इन योजनाओं पर कोलारस के विधायक कोई काम नही करा सके है। अगर इन योजनाओं पर अब कोई काम शुरू हो चुका है तो महेन्द्र यादव को अब पत्र के बदले पत्र का व्यवहार करना होगा और काम का स्टेटस बताना होगा। अगर अब विधायक अब महेन्द्र यादव काम शुरू करते है तो वीरेन्द्र रघुवंशी कह सकते है काम मैने स्वीकृत कराया था और काम मेरे कहने पर शुरू हुआ,अगर काम नही होता तो एक्स विधायक छाती ठोककर कहेगे की 5 साल पूर्व यह योजनाएं स्वीकृत कराई थी लेकिन धरातल पर एक भी पूर्ण नही है कैसा है यह महेन्द्र का विकास