53 साल बाद गांव में घुसा पानी, 10 मिनट के अंदर 8 फुट पानी-प्रशासन से नहीं मिली मदद

Bhopal Samachar

काजल सिकरवार@ शिवपुरी। शिवपुरी जिले के बदरवास तहसील अंतर्गत आने वाले ग्राम लालपुर में बीते मंगलवार को बाढ़ ने सब कुछ तबाह कर दिया। मात्र 10 मिनट के अंदर 8 फुट पानी घुस गया। ग्रामीणों को कहना हैं कि इन 72 घंटों में हमें प्रशासन की ओर से कोई मदद नहीं मिली,बल्कि हमने अपने आप का बचाव किया हैं हमने इन 72 घंटों में कितना संघर्ष किया हैं यह केवल हम ग्रामीण ही जानते हैं यहां तक कि लालपुर के सेक्रेटरी ने अपना फोन बंद कर लिया और सरपंच खुद गांव से मौके पर नहीं आये हमारी मदद करने।

जानकारी के अनुसार मनीष दांगी पुत्र कमल सिंह दांगी निवासी ग्राम लालपुर थाना रन्नौद तहसील बदरवास ने बताया कि बीते मंगलवार को अचानक से गांव में बाढ़ आ गई और अभी 72 घंटों के बाद भी घरों में पानी भरा हुआ हैं। वहीं मनीष दांगी के चाचा भूपत सिंह दांगी पूर्व जनपद सदस्य ने बताया कि परसों मंगलवार की बात हैं हम सभी अपने अपने कामों में व्यस्त थे, लगातार बारिश तो हो ही रही थी,लेकिन 10 मिनट के अंदर मानों ऐसा लगा कि कई तालाब फूट गये, क्योंकि गांव में 8 फीट पानी भर गया था। उस समय ग्रामीणों को समझ नहीं आया कि यह क्या हो गया, एक दम से बाढ़ कैसे आ सकती हैं।

लेकिन ग्रामीणों ने साहस दिखाते हुए अपने घर परिवार, बच्चों को टयूब व तैरकर बचाया। वहीं बता दें कि गांव में लगभग 500 लोगों की बोटिंग हैं और बाढ़ की ग्रस्त में 70 से 80 लोग फंसे हुए थे घरों 8—8 फिट पानी भर गया और सभी लोगों की फसल पूरी तरह से बर्वाद हो गई,वहीं ग्रामीणों का खाने-पीने का सामान, ट्रेक्टर—ट्रॉली, बाइक, खाद, गेहूं आदि सामग्री बाढ़ में बह गई।

भूपत सिंह दांगी पूर्व जनपद सदस्य ग्राम लालपुर ने बताया कि आज से 53 साल पहले लालपुर में ऐसी बाढ़ आई थी,और 1971 में भी लोगों को बहुत नुकसान हुआ था, वहीं एक बार फिर बीते मंगलवार को गांव में बाढ़ आने से बहुत बुरी स्थिति हो गई हैं, मेरी 125 बीघा मक्का की फसल पूरी तरह से खराब हो गई,क्योंकि पूरे 72 घंटे खेतों में पानी भरा रहा और अभी भी पानी भरा हुआ हैं, वहीं हमारे 2 ट्रैक्टर और 2 हार्वेस्टर और तीन बाईक सब खराब हो गई। इसके अलावा घर गृहस्थी का सामान 50 क्विंटल गेहूं और 50  खाद के कट्टे और घर का अन्य सामान बाढ़ में बह गया। हमें करोड़ों का नुकसान हुआ हैं। बाढ़ ने हमें सामान को बचाने का मौका तक नहीं दिया,मानों ऐसा लगा कि कोई तालाब फूट गया हो।

72 घंटों बाद तैरकर ग्रामीणों ने निकाले 7 लोग
किसान गोपाल सिंह दांगी ग्राम लालपुर ने बताया कि अचानक आई बाढ़ में हमारे घर व गाँव के 7 से 8 लोग इन 72 घंटे से फंसे हुए थे, इनकी मदद के लिए प्रशासन आगे नहीं आया और अभी 1 घंटे पहले 31 जुलाई को हम ग्रामीणों ने सभी को गांव से 600 मीटर दूर खेत से तैरकर और टयूट की मदद से निकाला हैं। अगर हम ग्रामीणों को तैरना नहीं आता तो हम तो डूब ही जाते, वहीं लालपुर में बजरंग बली के मंदिर पर 16 बच्चे फंसे हुए थे उन्हें भी ग्रामीणों ने तैरकर सुरक्षित निकाला हैं। वहीं लगदा-लालपुर के बीच में फंसे हुए एक किसान के खेत पर फंसे हुए हैं चारों तरफ पानी ही पानी हैं।

72 घंटे बाद निकाले गए लोगों के नाम
मोहनी दांगी,दुर्गेश दांगी,स्नेहा दांगी,ग्रंग्स दांगी,हंस दांगी,आदि तीन दिन गांव से 600 मीटर की दूरी पर खेत हैं वहां पर फंसे हुए थे,चारों तरफ पानी ही पानी था,वहीं बाढ़ की चपेट में सभी लोग फंसे हुए थे।

चंद्र गोपाल दांगी ने दिया इंसानियत का परिचय
चंद्र गोपाल दांगी ग्राम लालपुर ने ग्रामीणों की मदद करते हुए इंसानियत का परिचय दिया। बाढ़ के समय चारों तरफ पानी ही पानी था यहां तब कि चंद्र गोपाल के घर में भी पानी भरा हुआ था ऐसे में उन्होंने अपने घर में ग्रामीणों को आश्रय दिया और उनको अपने घर में रखकर, उनके खाने-पीने की व्यवस्था की,जब बाढ़ ने थोड़ा सा अपना रुख मौड़ा,तब जाकर ग्रामीण अपने—अपने घर पहुंचे, तो देखकर वह सदमे में चले गये,क्योंकि उनके खेतों में लगी फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई, वहीं उनके घर में रखा पूरा सामान खराब हो गई। प्रशासन की ओर से कोई व्यवस्था नहीं थी, चंद्र गोपाल दांगी की दुकान परचून में 40 से 50 हजार का सामान भरा हुआ था वह सभी बाढ़ में बह गया।

दुर्गेश की बाढ़ में फंसने से हुई थी मौत,वहीं मदद के लिए नहीं पहुंची रेस्क्यू टीम
मुबारिक पुर टीम पहुंची थी और एक लालपुर का लड़का दुर्गेश दांगी को निकाला था वह खत्म हो गया। दुर्गेश का उसके ही खेत पर मकान बना हुआ था। लगभग गांव से 2 किलोमीटर दूर था। वही ग्रामीणों ने बताया कि जब हमने रेस्क्यू टीम को फोन करके अपने गांव बुलाना चाहा तो उन्होंने कहा कि इंजन खराब हो गया। वहीं दूसरी मशीन पचावली पर थी उनको ग्रामीणों ने सूचना दी कि हमारे गांव में लोग फंसे हुए है तो वह बोले कि अभी हम पचावली में फंसे लोगों को निकाल रहे हैं जैसे ही यहां से फ्री होते हैं तो आते हैं,लेकिन रेस्क्यू टीम नहीं पहुंची। वहीं हमें सरपंच बेजंती आदिवासी व सेकेट्री की ओर से कोई सहायता नहीं मिली।

लालपुर में आई बाढ़ में इन ग्रामीणों का हुआ नुकसान
भूपद सिंह दांगी, किसान गोपाल सिंह दांगी, विजय सिंह दांगी, चंद्रगोपाल, कमल सिंह, कृष्ण गोपाल दांगी, रामप्रसाद पाल, सीताराम पाल, देवेन्द्र भार्गव, राधे दांगी, धर्मवीर दांगी, भरोसा जाटव, परमाल दांगी, पीतम जाटव, कुशाल सिंह दांगी, देवी सिंह दांगी, अमर सिंह पटेल, करम सिंह दांगी,नवाब सिंह दांगी,हरवीर सिंह दांगी, जुगराज सिंह दांगी, दुर्गेश दांगी, उधम सिंह दांगी, अशोक दांगी, सियाराम परिहार, सिम्मु परिहार, लक्ष्मण जाटव, जस्सू जाटव, दशरथ सिंह दांगी, हिम्मत सिंह दांगी, जयसिंह दांगी, परसादी जाटव, दीपक परिहार, गोपाल आदिवासी, राजवीर सिंह, चंदन सिंह, सहित हरिजन बस्ती में लगभग सभी का नुकसान हुआ हैं। 70 से 80 लोग फंसे हुए थे। फसल, खाने-पीने का सामान, ट्रैक्टर-मोटरसाइकिल तक बह गई और पूरा ही सामान बह गया।

10 साल की बेटी को ग्रामीणों ने निकाला
दुर्गेश दांगी ने बताया कि गांव में आई बाढ़ के कारण हमारे बच्चे 2 से 3 दिन भूखे प्यासे बैठे रहे, प्रशासन की ओर से कोई मदद नहीं मिली, वहीं दुर्गेश ने बताया में बीते मंगलवार की सुबह 11 बजे मेरी 10 साल की बच्ची मोहिनी दांगी अपेन स्कूल से बेन से आ रही थी वह रास्ते में ही थी अचानक पानी इतना तेज हो गया कि बाढ़ आ गई और मेरी बच्ची को ग्रामीणों ने बचाते हुए चंद्रगोपाल जी के यहां छोड़ दिया जब पानी थमा तब जाकर मैंने अपनी बच्ची को वहां से निकला। मेरा भी बहुत नुकसान हो गया। 2 ट्रॉली प्याज,8 से 10 बीघा मक्का थी 3 धान थी चली गई, राशन सब चला गया।