शिवपुरी। शिवपुरी जिले के पोहरी अनुविभाग के सुभाषपुरा थाना सीमा में आने वाले हिम्मगढ गांव के प्राचीन राधा कृष्ण मंदिर से बीते 1-2 जुलाई की रात राधा कृष्ण के विग्रह चोरी हो गए थे, बताया गया है कि जब मूर्ति चोरी हुई जब रात 11 बजे किसी व्यक्ति ने शंख बजाया था,उसके बाद ग्रामीण मंदिर पहुंचे तो राधा-कृष्ण का विग्रह गायब हो चुका था। पुजारी की रिपोर्ट पर सुभाषपुरा पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया था। पुलिस ने चोरी की गई पाषाण की मुर्तियो को बरामद कर लिया,मुर्तिया थाने पहुच चुकी है और कोर्ट के आदेश के बाद राधा कृष्ण का पाषण का विग्रह वापस मंदिर पहुंचेगा।
जानकारी के मुताबिक ग्राम हिम्मतगढ़ गांव के राधा कृष्ण मंदिर की सालों पुरानी पाषाण की बनीं एक-एक फीट की राधा-कृष्ण जी की श्यामवर्ण मूर्तियां 1 जुलाई की रात 11 बजे चोरी हो गई। चोरी की खबर गांव में फैल गई और ग्रामीण इकट्ठा हो गए। डायल 100 पर कॉल पहुंचते ही सुभाषपुरा थाना प्रभारी राजीव दुबे स्टाफ के साथ मौके मौके पर पहुंचे। रात में ही पुजारी राजबहादुर उम्र 60 साल पुत्र स्व. प्रभु लाल धाकड़ की सूचना पर अपराध पंजीबद्ध किया।
संदेही शराबी रघुवीर धाकड़ को उठा लिया। नशे की हालत में शराबी कुछ नहीं बता रहा था। बुधवार को नशा उतरने के बाद पुलिस ने इत्मीनान से पूछताछ की तो रघुवीर ने मूर्तियां चोरी करना बता दीं। रघुवीर ने मूर्तियां चुराकर दूसरी जगह हनुमान मंदिर के गर्भगृह में छिपा दी थीं। पुलिस ने गर्भगृह से मूर्तियां बरामद कर लीं और पुलिस थाने ले आई। अपराध पंजीबद्ध होने की वजह से पुलिस अब राधा जी और कृष्ण जी की दोनों मूर्तियां थाने ले आई। कानूनी खानापूर्ति पूरी कर कोर्ट के जरिए मूर्तियों की वापसी होगी।
नशे में धुत्त रघुवीर ने शंख बजाकर मूर्तियां चुराई
पुलिस पूछताछ में पता चला कि रात में मंदिर से शंख बजने की आवाज आई थी। उसके बाद लोग पहुंचे तो मूर्तियां गायब थीं। एक बड़ी मूर्ति मंदिर के समीप चबूतरे पर रखी मिली। पुलिस की मौजूदगी में मूर्ति को वापस मंदिर में स्थापित कर दिया। यानी नशे में धुत्त रघुवीर ने शंख बजाकर मूर्तियां चुराईं। शंख को भी बड़ी मूर्ति के पास ही रखकर छोड़ दिया था। एक-एक फीट की मूर्तियां उठाकर हनुमान मंदिर के गर्भगृह में छिपा आया। पांच-छह माह पहले भी मंदिर की तुलसी तोड़ी थी। ग्रामीणों ने भी रघुवीर पर संदेह जताया था।