शिवपुरी। शिवपुरी जिले के जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय पर आज ग्राम चिटोरी कला व चटोरी खुर्द के ग्रामीण शिकायत लेकर पहुंचे,ग्रामीणों ने बताया कि हमारे गांव की चरनोई और वन विभाग की भूमि पर कुछ दबंगों ने कब्जा कर लिया हैं। और जंगलों को काटकर खेत बनाकर अपने निजी उपयोग में ले रहे हैं जिससे ग्रामीण काफी परेशान हो रहे हैं,क्योंकि उनको अपने जानवरों को चराने के लिए जगह नहीं बची हैं साथ ही कब्जाधारियों ने तालाबों की भूमि पर भी कब्जा कर लिया हैं। कब्जाधारियों से कब्जा छुड़ाया जाये।
जानकारी के अनुसार ग्राम चिटोरी कला व चिटोरीखुर्द तहसील शिवपुरी के बीच वन विभाग के पुराने मुनारे आंगनवाडी चिटोरी कला से चिटारीखुर्द की तरफ गये है जिसमें वन भूमि पर कुछ दबंग व शक्तिशाली लोगों ने अवैध रूप से वन विभाग की भूमि पर कब्जा कर लिया गया है। उस पर कब्जाधारी खेती कर रहे है। जिनका कब्जा वीट प्रभारी व संबंधित रेन्जर आदि द्वारा नहीं हटाया जा रहा है। वन विभाग के कर्मचारियों द्वारा नर्सरी व प्लान्टेशन स्थापित किया जा रहा है वह कब्जाशुदा भूमि जहां पर जगह खाली पड़ी है उसको खाली करवाया जाकर उस व पुराना सर्वे से प्लॉन्टेशन नर्सरी स्थापित करवाये जाये। व ग्राम वासियों के मवेशियों को आने जाने के रास्ते बन्द कर दिये है उनको निकलवाये जाये।
इस प्रकार वन भूमि में तालाब स्थित है उनकी जमीनों पर भी कब्जा कर लिया है उसमें भी खेती की जा रही है यह सब मिलीभगत से हो रहा है। कब्जाधारियों का कहना है कि वन विभाग हमारा कुछ नहीं कर पायेगा व संबंधितों को रुपये देते है।
सीमा से अधिक जंगल काटकर-किये जा रहे हैं कब्जें
वहीं यशपाल रावत ने बताया कि चिटोरा चिटोरी के रहने वाले सभी ग्राम वासी काफी परेशान हैं इनके गांव में चरनोई और शासकीय वन भूमि हैं उसपर कुछ लोग अतिक्रमण करे हुए हैं,जानवर जंगल नहीं जा सकते। इसपर अधिकारी ध्यान नहीं देते हैं,इसको मुक्त किया जाये। वहीं अगर हम वहां पर हुए पट्टों की बात करें तो वहां पर सरकार द्वारा लोगों को वहां सीमित भूमि का पट्टा दिया गया हैं,लेकिन दबंगाई द्वारा स्थानीय लोगों ने सीमा से अधिक जंगलों को काटकर वन भूमि पर कब्जा करते जा रहे हैं। ऐसी दशा में अन्य गरीब लोगों का गांव से निकल पाना और जानवरों को चराना मुश्किल होता जा रहा हैं। जिस पर स्थानीय कर्मचारी और जिला प्रशासन आंख बंद कर कब्जा कराया जा रहा हैं।