शिवपुरी। मध्य प्रदेश में सिर्फ शिक्षकों पर ई अटेंडेंस व्यवस्था लागू कर जो अविश्वास विभाग ने दर्शाया है उससे शिक्षक समाज में भारी नाराजगी है। ई अटेंडेंस के आदेश निरस्त करने की मांग को लेकर भारी संख्या में शिक्षक कलेक्ट्रेट पहुंचे जहां उन्होने विरोध प्रकट करते हुए मुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्री को ज्ञापन डिप्टी कलेक्टर ममता शाक्य को सामूहिक रूप से सौंपा।
शिक्षकों का कहना है कि यह व्यवस्था पूर्णतः व्यावहारिक है और सिर्फ शिक्षकों पर ही व्यवस्था को लागू करना समाज में उन्हें अपमानित करने जैसा है। शिक्षक समाज में गुरु का स्थान रखता है। 70 से 80 प्रतिशत विद्यालय दूर दराज के ग्रामीण इलाकों में हैं जहाँ मूलभूत व्यवस्थाओं को लेकर अव्यवस्थायें पूर्व से विद्यमान हैं।
ग्रामीण क्षेत्रों में नेटवर्किंग जैसी तकनीकि, प्राकृतिक एवं व्यवहारिक समस्याओं को लेकर शिक्षक, ई अटेंडेंस जैसी तकनीकी व्यवस्था पर सटीकता से कैसे चल पाएगा। पूर्णतः मोबाइल पर आधारित ई अटेंडेंस व्यवस्था मोबाइल नेटवर्क न आने, खराब हो जाने, चार्जिंग व अन्य समस्या उत्पन्न होने पर शिक्षकों को परेशानी का कारण बनेगी। शिक्षकों का यह भी कहना है कि अगर व्यवस्थाओं की कमियों में सुधार करना ही है तो पहले इस व्यवस्था को प्रदेश के सभी कार्यालयों एवं विभागों में लागू किया जाए तभी म.प्र. शासन के मंशानुसार लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है।
विरोध प्रदर्शन एवं ज्ञापन से पूर्व शिक्षकों ने अपनी मांगों के समर्थन में हनुमान मंदिर माधव चौक पर 7 बार हनुमान चालीसा का पाठ एवं अमर शहीद तात्या टोपे स्मारक पर कैंडल जलाकर विरोध प्रकट किया था। तथा ब्लॉक स्तरों पर भी ई अटेंडेंस व्यवस्था को निरस्त करने की मांग को लेकर ज्ञापन दिये गये थे।
इस विरोध प्रदर्शन के समय मुख्य रूप से राजेन्द्र पिपलौदा , कौशल गौतम, राजकुमार सरैया, गोविन्द अवस्थी,नीरज सरैया,सुनील वर्मा, अमरदीप श्रीवास्तव, वीरेन्द्र अवस्थी, अशोक कुमार असैया, मनमोहन जाटव, मनोज शर्मा वीरेन्द्र रावत, सतीश वर्मा, अवधेश श्रीवास्तव, कपिल पचौरी, प्रतिभा गंदर्भ, रिहाना सिद्दीकी, रेखा शाक्यवाल, हेमशन हिण्डोलिया, रानी सैन, ममता खरे, विनीता हिनवार, संतोशी भोलू, वंदना गुप्ता, मिथलेश अग्रवाल, नूतन जाटव, गरिमा मजेजी, ज्योति जैन, दुर्गेश्वरी, कीरत लोधी, हरिवल्लभ शर्मा, महावीर मुदगल, संजय पाराशर, दिनकर नीखरा, दीपक भागोरिया, जय प्रकाश शर्मा, नरेन्द्र महोविया, रवीन्द्र द्विवेदी, विष्णु राठौर, दीपक मांझी, मनोज भार्गव, राधे मुदगल, जितेन्द्र शर्मा, ग्यासीराम ओझा, राघवेन्द्र सोनी, संजय जैन, राजीव बाथम राठौर सर आदि उपस्थित थे।