SHIVPURI NEWS - ज्येष्ठ माह में गंगा दशहरा और निर्जला एकादशी, बडा मंगलवार वाला माह भी कहा जाता है

Bhopal Samachar

शिवपुरी। हिंदू कैलेंडर के हिसाब से ज्येष्ठ तीसरा माह हैं। वैशाख मास के बाद ज्येष्ठ मास की शुरुआत होती है और इस बार ये आज 13 मई से शुरू हो रहा है। इस ज्येष्ठ माह में गंगा दशहरा और निर्जला व्रत जैसे बड़े व्रत-त्योहार तो आएंगे ही, साथ ही इस बार ज्येष्ठ में कई शुभ संयोग भी बन रहे हैं। यही वजह है कि 13 से शुरू होकर 11 जून तक चलने वाला ये ज्येष्ठ माह काफी पुण्यदायी माना जा रहा है।

वैसे सनातन धर्म में ज्येष्ठ मास का विशेष महत्व है। यह माह भगवान सूर्य को समर्पित होता है। कहा जाता है कि इस महीने में सूर्य देवता बलवान होते है, इसलिए इस महीने में प्रचंड गर्मी पड़ती है। यही वजह है कि इस माह में दान पुण्य और गंगा स्नान का बड़ा महत्व है, विशेष तौर पर जेठ महीने के गर्म दिनों में शीतल जल का दान करना महा पुण्यदायी माना जाता है।

ज्येष्ठ के मंगलवार होते हैं बड़ा मंगल
ज्येष्ठ माह 2025 की शुरुआत 13 मई से हो रही है और इसका धार्मिक महत्व है. जल, अन्न, धन, वस्त्र और शीतल चीजों का दान करने से व्यक्ति को जीवन में सुख-समृद्धि और शांति मिलती है। साथ ही इस माह के मंगलवारों को 'बड़ा मंगल' के रूप में म जाता है, जो हनुमान जी की विशेष कृपा पाने का उत्तम अवसर है। इस महीने श्रीराम और हनुमान जी के मंत्रों का जप करने से सभी संकटों से मुक्ति मिलती है।

ज्येष्ठ माह का आध्यात्मिक महत्व
ज्येष्ठ माह केवल गर्मी का महीना नहीं, बल्कि आत्मशुद्धि और सेवा का अवसर है। इस माह में तप, दान और भक्ति से जीवन को एक नई दिशा मिलती है। विशेष रूप से यह महीना प्यासे को पानी पिलाने, जरूरतमंदों की मदद करने और भगवान विष्णु व हनुमान जी की आराधना के लिए सबसे उत्तम माना गया है। ज्येष्ठ माह में तपती गर्मी को देखते हुए शीतल और जीवन उपयोगी वस्तुओं का दान करना सबसे उत्तम माना गया है।

6 जून को निर्जला एकादशी व गायत्री जयंती पड़ेगी।
इस ज्येष्ठ माह की शुरुआत आज 13 मई को होगी, इस दिन नारद जयंती मनाई जाएगी। वहीं 14 मई को वृषभ संक्रांति, 16 मई को संकष्टी चतुर्थी, 20 मई को मासिक कालाष्टमी, 23 मई को अपरा एकादशी, 24 मई को शनि प्रदोष व्रत, 25 मई को मासिक शिवरात्रि, 26 मई को वट सावित्री व्रत व दर्श अमावस्या, 27 मई को शनि जयंती व ज्येष्ठ अमावस्या, 30 मई को विनायक चतुर्थी, 1 जून को स्कंद षष्ठी, 3 जून को मासिक दुर्गाष्टमी, 4 जून को महेश नवमी, 5 जून को गंगा दशहरा, 6 जून को निर्जला एकादशी व गायत्री जयंती पड़ेगी।