अनिल कुशवाह शिवपुरी। शिवपुरी जिले राजस्व अमले के लगातार भ्रष्टाचार के मामले निकलकर सामने आ रहे है। कुछ दिनों पूर्व जिले खनियाधाना तहसील का पटवारी रिश्वत लेते रंगे हाथो गिरफ्तार हुआ था,वही शिवपुरी एसडीएम उमेश कौरव पर भी भ्रष्टाचार के आरोप लगे है इसी कारण उमेश कौरव को एसडीएम पद से हटाया गया। अब एक नया मामला सामने आ रहा है कि एक पटवारी ने एक किसान की 5 बिस्वा भूमि को गायब कर दिया और पडोसी के खाते में जोड़ दिया। बताया जा रहा है कि जिस व्यक्ति के खाते में जोड़ा गया है वह भी पटवारी है।
जानकारी के अनुसार शिवपुरी तहसील में आने वाले रातौर गांव मे निवास करने वाले राजेश बिहारी दीक्षित ने कलेक्टर की जनसुनवाई में एक आवेदन के माध्यम से अपनी पीडा कलेक्टर शिवपुरी रविन्द्र कुमार चौधरी व्यक्त की है। इस आवेदन के अनुसार आवेदनकर्ता राजेश बिहारी की रातौर गांव में स्वयं की स्वामित्व की भूमि क्र 420/2 है जिसका रकबा 0.40 हैक्टेयर है। राजेश बिहारी ने उक्त भमि का सीमांकन कराने के लिए विधिवत फीस अदा कर न्यायालय तहसीलदार शिवपुरी के यहां पेश किया गया जिसका प्रकरण क्रमांक 702/अ-12/2024-25 पर दर्ज होकर पटवारी मौजा रातौर को मौके पर नक्शा के अनुसार सीमांकन बाबत आवेदन किया गया था।
किसान राजेश बिहारी ने बताया मौजे के पटवारी गिरजेश श्रीवास्तव ने मेरी इस जमीन का विधिवत और न्यायसंगत नामांकन नहीं किया और मेरी जमीन के पड़ोसी पटवारी शिवकुमार शर्मा के साथ मिलकर मेरी 5 बिस्वा जमीन को गायब कर दिया और मेरे जमीन पडौसी के खाते मर्ज कर दिया,इस प्रकार मेरी 5 बिस्वा जमीन धरातल से गायब हो गई।
फील्ड बुक तैयार नहीं की,तहसीलदार ने आदेश निरस्त किया
राजेश बिहारी का कहना है कि मौजे के पटवारी गिरजेश श्रीवास्तव ने इस सीमाकन को विधिवत नहीं किया। कोई फील्ड बुक तैयार नहीं की,इस सीमांकन के पंचनामे पर हमने हस्ताक्षर नहीं किए थे और इस सीमांकन को निरस्त करने का आवेदन तहसील शिवपुरी में लगाया,इस आवेदन की सुनवाई में इस सीमाकंन को निरस्त तहसीलदार शिवपुरी ने कर दिया।
पुन:जांच टीम बनाई जाए,सीमाकन कराए जाएं
प्रार्थी ने अपने आवेदन के माध्यम से कलेक्टर शिवपुरी से निवेदन किया है कि मेरे खेत का रकवा मौके पर नक्शा अनुसार कम होकर पड़ोसी कास्तकार पटवारी शिवकुमार शर्मा के खेत में मिला हुआ है जिसकी विधिवत नाप सीमांकन मय फील्ड बुक एवं पंचनामा सहित अधीक्षक भू-अभिलेख से कराया जाना आवश्यक है जिससे प्रार्थी अपने खेत के सम्पूर्ण रकवे पर काबिज होकर खेती कर सके प्रार्थी पुनः विधिवत शास० फीस जमा करने को तैयार है।
आवेदन कर्ता ने 181 पर शिकायत
आवेदनकर्ता राजेश बिहारी दीक्षित ने अपनी शिकायत सीएम हेल्पलाइन नंबर 181 पर की तो पटवारी गिरजेस श्रीवास्तव ने झूठी रिपोर्ट लगा दी और तहसील दार के सामने प्रस्तुत कर दी जिससे बाद पटवारी सीएम हेल्पलाइन को बंद करवाने का दबाव आवेदन करता पर बनाने लगा
पटवारी राकेश आर्य पर रिश्वत का आरोप
पूर्व में पटवारी राकेश आर्य के द्वारा सीमांकन के नाम पर ₹3000 की रिश्वत आवेदनकर्ता से ली थी इसके बावजूद भी पटवारी राकेश आर्य ने नियमानुसार सीमांकन नहीं किया और आवेदनकर्ता के पांच विश्वास भूमि को अन्य नंबर में शामिल कर कर चला गया जब आवेदन करता ने पटवारी राकेश आर्य से न्यायसंगत सीमांकन करने की बात कही तो पटवारी मैं आवेदनकर्ता से कहा गया कि मेरे द्वारा सीमांकन कर दिया गया है और अब मैं दूसरे हल्के में हूं अब मैं कुछ नहीं कर सकता आप अपने हलके के पटवारी से पुनः सीमांकन कराये।