SHIVPURI NEWS - नौहरी में 25 करोड़ की सरकारी जमीन पटवारी ने निजी कर दिया, भूमाफिया पर कार्यवाही नहीं

Bhopal Samachar

शिवपुरी। मंशापूर्ण दरबार के समीप की जमीन सरकारी से निजी कैसी हुई इसकी जांच अभी चल रही है। शिवपुरी जिले मे भू माफियाओं ने राजस्व के अधिकारी कर्मचारियों के साथ मिलकर करोडो की जमीन का घोटाला कर लिया,कुछ ऐसा ही मामला शिवपुरी नगर के समीप आया है। शिवपुरी तहसील दफ्तर से महज 800 मीटर दूरी पर शहर के नौहरी खुर्द पटवारी हल्का की 25 करोड़ की 25 बीमा सरकारी जमीन पर अवैध खेती हो की है। उस्त जमीन में तत्कालीन पटवारी ने 24 साल पहले अपनी पंजी में फर्जी एंट्री कर 6 बीघा जमीन दूसरे व्यक्ति के नाम से निजी के रूप में दर्ज कर दी थी। लेकिन तत्कालीन तहसीलदार ने 18 साल पहले संज्ञान लेकर आदेश जारी कर जमीन को फिर सरकारी दर्ज कर दिया।

लेकिन उक्त फर्जीवाड़े में जिम्मेदार पटवारी और भू-माफिया के खिलाफ अभी तक आपराधिक प्रकरण दर्ज नहीं हो सका है। चौंकाने वाली बात यह है कि उक्त जमीन पर करना अभी तक नहीं हटा है। जानकारी के मुताबिक मेडिकल कॉलेज शिवपुरी से आगे नौहरी खुर्द हल्के की सरकारी सर्वे नंबर 359 की 25 बीघा जमीन पर इन दिनों अवैध खेती हो रही है।

तत्कालीन पटवारी ने साल 2001-02 में 359 सर्वे नंबर में से 359/561 निकाल दिया और अपनी पंजी में फर्जी आदेश के हवाले से व्यवस्थापन के नाम पर राजेंद्र शर्मा पुत्र चतुर्भुज शर्मा की एंट्री कर दी। इसी फ्रोड एंट्री की आड़ में सरकारी से 1.1390 हेक्टेयर जमीन अलग से राजेंद्र शर्मा के नाम राजस्व रिकार्ड में दर्ज हो गई। लेकिन तत्कालीन तहसीलदार के संज्ञान में मामला आया और रिकॉर्ड में रिकार्ड में पंजी प्रकरण में दर्ज आदेश को खंगाला तो ऐसा कोई आदेश नहीं मिला। तहसीलदार ने 24 फरवरी 2007 में उक्त सरकारी जमीन वापस सरकारी दर्ज कर दी। आदेश के बाद संबंधितों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराना तो दूर जमीन से अभी तक कब्जा नहीं हटा है।

टाइगर रिजर्व की सीमा लगी, जंगली जानवरों का शिकार हो चुका सर्वे नंबर 359 से माधव टाइगर रिजर्व की सीमा लगी है। खेत व रिजर्व के बीच तार फेंसिंग का फासला है। यहां से चोरी छिपे वन्य प्राणियों के शिकार के मामले सामने आ चुके हैं। पार्क के तत्कालीन उप संचालक केपी भालसे ने दिसंबर 2019 में एसडीएम शिवपुरी पत्र लिखा था। क्योंकि इसी हिस्से से वन्य प्राणियों का शिकार हुआ। एक मरी हुई नीलगाय का फोटो भी सामने आया था।

मौजूदा समय में बटाई से फूलों की खेती हो रही सरकारी सर्वे नंबर 359 की मौजूदा समय में जमीन सेवा खाता के रूप में कोटवार के जीवन यापन के लिए दी गई है। लेकिन कोटवार की बजाय उक्त जमीन पर दूसरे अवैध खेती कर रहे हैं। मौजूदा समय में फूलों की अवैध खेती हो रही है। मौके पर पाटौर, बोरवेल के साथ विधिवत बिजली का उपयोग हो रहा है। मौके पर मिले पप्पू कुशवाह ने बताया कि हम 20 से 25 साल से बटाई से खेती कर रहे हैं।

फर्जी एंट्री की पंजी ही गायब
सर्वे नंबर 359 की सरकारी जमीन व्यक्ति के नाम से पटवारी ने फर्जी एंट्री की थी, यह  पंजी   भी गायब है। पंजी गायब होने के बावजूद पटवारी के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई।

जमीन से कब्जा हटाया जाएगा
सेवा खाते की सरकारी जमीन पर किन लोगों का कब्जा है, इसकी जांच कराएंगे। कार्रवाई कर जमीन से अतिक्रमण हटाया जाएगा। तत्कालीन तहसीलदार के आदेश का अभी तक पूरी तरह अमल क्यों नहीं हो इसका, इस मामले का पता लगाएंगे।
सिद्धार्थ शर्मा तहसीलदार