SHIVPURI NEWS- यह फोटो कुछ कहता है:धैर्य ने कहा हां कांग्रेस में आने का निमंत्रण मिला है, गोटू ने मना किया

Bhopal Samachar
शिवपुरी। चुनावी साल में शिवपुरी जिले में नेताओं की नाराजगी थमने का नाम नहीं हो रहा है। शिवपुरी जिले में दो दिग्गज नेताओं की घर वापसी हो चुकी है। कोलारस के बैजनाथ सिंह और शिवपुरी के सेठ से रोकश गुप्ता ने सिंधिया का साथ छोड कांग्रेस का हाथ थाम लिया। यह दोनों नेता मूल कांग्रेसी थे और सिंधिया के साथ भाजपा का दामन थामा था। लेकिन भाजपा की अब परीक्षा की घड़ी चल रही है,पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष और भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता पैनलिस्ट रहे धैर्यवर्धन शर्मा की भाजपा से नाराज चल रही हैं और पार्टी को त्यागने का मन बना चुके है,मानसिक मंथन चालू है,लेकिन सोशल पर वायरल फोटो ने फिर शिवपुरी की राजनीतिक फिजा में बबाल मचा दिया है। बताया जा रहा है कि धैर्यवर्धन शर्मा को कांग्रेस की ओर से पार्टी में शामिल होने का प्रस्ताव मिला है।

हादसे में शोक जताने पहुंचे थे यह फोटो में दिख रहे नेता

यह तीनो नेता लोधी दंपत्ति के निवास ग्राम कुटवारा में उनके घर सहानुभूति जताने पहुंचे थे। सबसे पहले यहां जब गोटू पहुंचे। उनके ठीक पीछे हाल ही में कांग्रेस में शामिल हुए बैजनाथ सिंह यादव के बेटे राम वीर सिंह यादव पहुंच गए और 5 मिनट के अंतराल में ही वहां भाजपा के नेता धैर्यवर्धन शर्मा आ गए। इन तीनों के बीच राजनीति पर जमकर चर्चाएं हुई और बैठक के दौरान ही रामवीर यादव ने धैर्यवर्धन शर्मा को कांग्रेस में आने का न्योता दे दिया।

धैर्य ने कहा रामवीर ने दिया कांग्रेस में आने का न्यौता

धैर्यवर्धन ने कहा यह बात सही है मुझे रामवीर यादव ने कांग्रेस में आने का प्रस्ताव दियास बोले. लंबा समय हो गया अब आप कांग्रेस ज्वाइन कर लोस मैंने कहा मेरे मन में जो बात है वह सार्वजनिक नहीं कहूंगा। पार्टी फोरम पर अपनी बात रख लूंगा। जहां तक नेताओं की बात है तो बाकड़े मंदिर के नीचे शिवपुरी विस कैसी है। यह कई नेताओं को नहीं मालूम और वह जनप्रतिनिधि बन जाते हैं, सोशल साइट पर मेरे बारे में बहुत चल रहा है, यह लोगों की भावना है। पर मैं सार्वजनिक नहीं कहूंगा, अपनी बात मौका मिलते पार्टी फोरम पर अवश्य रखूंगा।

मुझे निमंत्रण नहीं मिला: गोटू

पूर्व जिपं अध्यक्ष जितेंद्र जैन गोटू जिनके खुद भाजपा से नाराजगी के चलते कांग्रेस में आने की चर्चाएं चल रही हैं, उनका कहना है मुझे ना तो राम वीर जी ने कांग्रेस में आने का कोई प्रस्ताव दिया। न उनसे मेरी चर्चा ज्यादा हुई। इतना अवश्य है कि वह धैर्य वर्धन शर्मा जी से कह रहे थे कांग्रेस ज्वाइन कर लो। इसके बाद कुछ धार्मिक और चातुर्मास प्रासंगिक चर्चाएं भी होने लगीं।