Shivpuri News- हवाई पट्टी वाली सड़क: सीएम के सामने मंच से बोला जनवरी में बन जाएगी, राजे ने कहा झूठ बोल रहे है

Bhopal Samachar
शिवपुरी
। शिवपुरी में झांसी तिराहे से लेकर हवाई पट्टी तक बनने वाली 2ण्4 किमी की सड़क बनाने का काम 2019 में शुरू हुआ था,अब हम 2022 को अलविदा कर दिया है,तीन साल तक 3 किमी से भी कम सड़क का निर्माण नहीं हुआ हैं। इस सड़क निर्माण का मामला सीएम तक पहुंच चुका है और 16 दिसंबर को सीएम शिवराज भी भरे मंच से हजारो लोगो के सामने पीडब्ल्यूडी ईई से पूछा था कि सडक कब तक बन जाएगी,बताया था कि जनवरी में बन जाएगी,सीएम को भी गुमराह कर दिया गया। सडक बनाने के नाम पर जो गिट्टी बिछाई गई है वह अब लोगों को अस्पताल पहुंचाने का काम कर रही है।

यह सडक बदलवा चुकी हैं सीएम का रास्ता, अब मंच से झूठा वादा करवा दिया

बीते 1 सितंबर 2021 में सीएम शिवराज सिंह 1 बजे शिवपुरी पहुंचे थे और विभिन्न कार्यक्रमो में भाग लेते हुए 3.30 बजे वापस भोपाल के लिए रवाना हुए। मिनिट टू मिनिट कार्यक्रम में सीएम का कार्यक्रम माधवराव सिंधिया खेल परिसर के पास स्थित मैदान में रखा गया था। सीएम का उड़न खटोला हवाई पट्टी पर उतरा और फिर चंद कदम की दूरी पर सीएम का काफिला कार से सीधे स्टेडियम पहुचा,शहर में प्रवेश नहीं किया। जब इस सडक पर गड्ढे थे सीएम का काफिला इस सडक ने निकले इसलिए कार्यक्रम को शहर के बहार माधवराव सिंधिया खेल परिसर मैदान में संपन्न कराया,उस समय शिवपुरी समाचार ने सड़क के गड्ढों ने बदलवा दिए सीएम के रास्ते शीर्षक से खबर का भी प्रकाशन किया था,अब इस सड़क के कारण सीएम शिवराज सिंह का वादा भी झूठा निकल गया।
झांसी तिराहे से हवाई पट्‌टी तक ग्वालियर के ठेकेदार ने करीब 2.4 किमी की फोरलेन सड़क का काम 2019 की गर्मियों में प्रारंभ किया था। करीब 6.55 करोड़ लागत की इस सड़क का काम ठेकेदार मौजूदा समय में पूरा नहीं हो पाया है,लगातार यह सडक खबरो में बनी रहती है। अब सीएम के वादे के कारण यह सडक फिर सुर्खियो में आ गई है।


अब आज की बात करते है।
2'4 किमी की सड़क विभाग नहीं बनवा पाया है जबकि हर साल नियमित अंतराल पर इसके कुछ महीनों में पूरा होने का दावा किया जाता रहा है। सड़क निर्माण को लेकर पीडब्ल्यूडी और ठेकेदार के बीच अनबन है। भुगतान को लेकर ही सड़क का काम सालों बंद रहा। जब दोबारा काम शुरू हुआ तो ठेकेदार ने सड़क से पहले नालियां बनाना शुरू कर दिया। जब सड़क का टेंडर हुआ था तब से अब तक कच्चे माल की कीमतों में दोगुना फर्क आ गया है जिससे इसकी लागत बढ़ गई है। जबकि ठेकेदार को सड़क उसी कीमत में बनाकर देना है। ऐसे में डीपीआर के अनुसार गुणवत्ता को कैसे मेंटेनेंस किया जाएगा यह भी बड़ा सवाल है।

शहर के लिए महत्वपूर्ण यह सडक, निकलते है हजारो वाहन

उल्लेखनीय है कि यह सड़क शहर के लिए बहुत महत्वपूर्ण है और शहर की एक तिहाई आबादी के लिए यह परेशानी का सबब बनी हुई है। इस सड़क से सीधेतौर पर लुहारपुरा, झांसी तिराहा, अहीर मोहल्ला, खेड़ा पति कालोनी, तुलसी नगर, दीनदयाल पुरम, तलैया मोहल्ला, पुरानी शिवपुरी, ईमामबाड़ा, लुधावली, जवाहर कालोनी, गौशाला, गोविंद नगर, रेंज कालोनी सहित दो दर्जन से ज्यादा कालोनियां सीधे तौर पर प्रभावित हैं। यहां से हर दिन औसतन 10 हजार से भी अधिक वाहन निकलते हैं। इसके अलावा यहां पर आईटीबीपी केंद्रीय विद्यालय, आईटीआई, बीटीआइ सहित कई निजी स्कूल भी मौजूद हैं जिसके हजारों छात्र हर दिन परेशान होते हैं।

मंत्री ने कहा था- झूठ बोल रहे हैं, नहीं बन पाएगी सड़क

जब मुख्यमंत्री ने पीडब्ल्यूडी के ईई को तलब किया था और उन्होंने जनवरी का समय दिया था तब मंच से ही खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने कहा था कि अभी सड़क का काफी काम बचा हुआ है। यह झूठ बोल रहे हैं और सड़क जनवरी तक पूरी नहीं हो पाएगी। आखिरकार उनकी बात सही निकली और सड़क पूरी नहीं हुई।

जनता परेशान, पढिए क्या कहा जनमानस से

आयुष शर्मा स्टूडेंट निवासी काली माता मंदिर ने कहा कि अभी जो सड़क बनाई जा रही है उसके कारण पूरे में गिट्टी फैला दी गई है जिससे आए दिन दुर्घटना हो रही है। बाइक सवार सवाल उठ रहे हैं। ठेकेदार कंपनी द्वारा कुछ जगहों पर तो पूरी तरह से लेयरिंग कर सड़क डाली गई है, लेकिन बड़े हिस्से में लेयर बिछाकर सड़क डालने के बजाए पुरानी सड़क पर ही डामर कर दिया गया है जिससे सड़क में एक रूपता नहीं बची है। कुछ हिस्से में सड़क से पहले डिवाइडर बना दिए गए हैं जिसे लेकर पूर्व में आपत्ति भी सामने आ चुकी है।

सुशील वर्मा, व्यवसायी निवासी लुधावली बालते है कि धूल-मिट्टी तो उड़ ही रही है, लेकिन साथ ही साथ व्यवसाय का भी नुकसान हो रहा है। अब तो स्थिति यह है कि यहां पर पैदल चलना भी मुश्किल लगता है। दुकान के आगे दिन में दो बार पानी छिड़कना पड़ता है।

अशोक झा, दुकानदार निवासी झांसी तिराहा ने कहा की ओर से सड़क बनाते हुए आ रहे हैं। झांसी तिराहे के पास अभी सड़क का बिल्कुल काम नहीं हुआ है। सड़क के किनारों पर गिट्टी डाल दी गई है। जिसके टुकड़े पूरे में बिखरे रहते हैं। अभी निर्माण कार्य चल रहा है, लेकिन बहुत धीमी गति से हो रहा है।