शिवपुरी। राज्य निर्वाचन आयोग की मंशा अनुसार पंचायत चुनावो से पूर्व मप्र के सभी जिलो के लिए आदेश जारी किया गया था कि 3 साल से अधिक समय से एक ही पंचायत मे जमे पंचायत सचिवो का ट्रांसफर किया जाए। यह ट्रांसफर यू तो आंचार सहिता लगने से पहले होने थे लेकिन जिले कुछ बाहूबली सचिवो के कारण यह सूची लटकती गई और सोमवार की देर रात जिले के सभी पंचायत सचिवो के ट्रांसफरो की अधिकृत घोषणा नही हो सकी थी। लेकिन ट्रांसफर सूची सोशल पर वायरल अवश्य होने लगी।
शिवपुरी समाचार डॉट कॉम ने बीते 2 रोज पहले इस मामले में खबर का प्रकाशन भी किया था। उसके बाद कलेक्ट्रेट से सुगबुहाट आई कि जिले के पंचायत सचिवो की ट्रांसफर सूची कभी भी जारी हो सकती हैं। इसके बाद सोशल पर नरवर ओर पोहरी ब्लॉक के पंचायत सचिवो के ट्रांसफर की सूची सोमवार की देर शाम वायरल होने लगी। किन्तु अधिकृत आदेश मंगलवार की दोपहर हुए हैं।
जिले के पत्रकारो ने अब पूरे मामले को खोजने की कोशिश की तो कहानी कुछ अलग निकलकर सामने आई। बताया जा रहा है कि यह सूची जब वायरल होते होत कलेक्टर के पास पहुंची तो वह आश्चर्य में आ गए कि अभी अधिकृत रूप से यह सूची जारी नही हुई हैं फिर यह कैसे वायरल हो गई।
हालाकि इस मामले में कलेक्टर ने मीडिया को तर्क दिया कि जिला पंचायत सचिवो की ट्रांसफर सूची पर मैने हस्ताक्षर तो कर दिए थे और फिर फाइल कई दफ्तरो से होकर जाती हैं। अब बीच में से यह कहा से वायरल हो गई इसका पता करवा रहे है।
जानकारी मिल रही है कि पंचायत सचिवो की ट्रांसफर गई कलेक्टर ने उस पर दस्तख्त तो कर दिए लेकिन बंगले पर तैनात किसी कर्मचारी ने उसके फोटो अपने मोबाइल पर क्लिक कर लिए और अपने किसी परिचित या रिश्तेदार जो रोजगार सहायक है उसे सेंड कर दिए। इसके बाद यह सूची तेजी से वायरल हो गई। अब प्रशासन इस कलेक्टर बंगले से फोटो खिचने वाले और सोशल पर वायरल करने वाले रोजगार सहायक की तलाश कर रहा हैं।
इनका कहना हैं
ट्रांसफर सूची पर मैने हस्ताक्षर तो कर ही दिए थे और फिर फाइल कई दफ्तरो से होकर जाती हैं। मैने जिला पंचायत सीईयो से कहा है कि उस रोजगार सहायक का पता करावाए जहां से यह सूची आगे बढाई गई
अक्षय कुमार सिंह कलेक्टर