एक्सरे ललित मुदगल । शिवपुरी। शिवपुरी जिले का 1500 बीघा जमीन काण्ड सुर्खियो मे है,पूर्व एसडीएम ने सीलिंग की जमीन का नामांतरण कर दिया,विधायक देवेन्द्र जैन ने इस सीलिंग की जमीन की परतें उखाड़ना शुरू की तो कलेक्टर शिवपुरी ने आनन फानन मे एसडीएम उमेश कौरव को पद से हटा दिया। राजस्व अधिकारी उमेश कौरव ने मंदिर,शमशान घाट,सरकारी तालाब,और वन विभाग की जमीन को निजी बताते हुए नामांतरण कर दिया।
विधायक ने स्वीकार किया शिवपुरी की हवा में भ्रष्टाचार
शिवपुरी विधायक देवेन्द्र जैन ने मीडिया कर्मियो के सामने स्वीकार किया की शिवपुरी की हवा में भ्रष्टाचार घुल गया है। जिले के सभी विभागो में भ्रष्टाचार अपने चरम सुख को प्राप्त कर चुका है। विधायक ने नगर पालिका सहित शिवपुरी के टीएचआर प्लांट के भ्रष्टाचार का मुद्दा भी उठाया है। यह भ्रष्टाचार कुपोषित बच्चों के पोषित आहार को छीन रहा है,लेकिन शिवपुरी के टीएचआर प्लांट की सीईओ युक्ति शर्मा के खिलाफ कलेक्टर अपनी कलम नहीं चला पा रहे है।
युक्ति से भी मुक्ति चाहता है शिवपुरी जिला
महिलाओं को सशक्त और बच्चों को पोषित आहार खिलाने की जिम्मेदारी निभाने वाला शिवपुरी का पोषण आहार संयंत्र भी पिछले दिनों सुर्खियो मे रहा है। पोषण आहार संयंत्र की सीईओ युक्ति शर्मा पर एफआईआर की तलवार लटक रही है। लेकिन भ्रष्टाचार की कुंडली इतनी सशक्त है कि युक्ति शर्मा के खिलाफ होने वाली एफआईआर को योग बार बार टल रहे है,स्वाभिक है कि रिश्वत की महायोग इतने प्रबल है कि युक्ति पर मामला दर्ज नहीं किया जा रहा है।
कंप्यूटर, इंडक्शन सहित कई सामान ले गई
शिवपुरी पोषण आहार सयंत्र की सीईओ युक्ति शर्मा जब जनपद पंचायत औबेदुल्लागंज जिला रायसेन की सीईओ के रूप में पदस्थ थी है और जब इनका शिवपुरी में ट्रांसफर हुआ था उसके बाद कार्यालय का कम्प्यूटर, प्रिंटर व उनके कार्यालय में लगा बेड, गद्दा, इंडक्शन कुकर तक शामिल था। जनपद पंचायत ने चार अक्टूबर 2024 और तीन मार्च 2025 को पत्र लिखकर सामान लौटाने को कहा तो जवाब में युक्ति शर्मा ने लिखा कि जनपद पंचायत में बेड का बिल हो तो बताएं। कर्मचारियों का कहना है कि वह बेड कुछ सचिवों ने पैसा मिलाकर खरीदा था, जिससे सीईओ छोटी बच्ची को आराम करा सके। कम्प्यूटर उपकरणों आदि पर उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। मामला जिला पंचायत सीईओ के संज्ञान में आया तो उन्होंने एफआईआर कराने के निर्देश दिए। मौजूदा सीईओ वृंदावन मीणा ने थाना प्रभारी औबेदुल्लागंज को पत्र लिखकर एफआईआर दर्ज करने को कहा है।
13 फरवरी से 27 सितंबर 2024 तक 11 लाख 80 हजार 580 रुपये का घोटाला
जनपद पंचायत औबेदुल्लागंज में मैडम युक्ति शर्मा द्वारा स्वच्छ भारत मिशन अंतर्गत दिनांक 13 फरवरी 2024 से 27 सितंबर 2024 तक पीएफएमएस पोर्टल से राशि 11,80.580/- (ग्यारह लाख अस्सी हजार पांच सी अस्सी रुपये) का भुगतान किया गया है, वह जनपद पंचायत औबेदुल्लागंज के अंतर्गत न होकर अन्य जनपद पंचायत जैसे गैरतगंज, बेगमगंज, सीहोर एवं विदिशा के आईएफएससी कोड प्रदर्शित है।
बैंक शाखाओं से प्राप्त जानकारी के अनुसार हितग्राहियों के नाम व पते से 95 हितग्राही जनपद पंचायत औबेदुल्लागंज क्षेत्र से बाहर के हैं, जिसमें विदिशा-05, सीहोर-०१ रायसेन-02, गैरतगंज-73, गौहरगंज-01, बरेली-02, भोपाल-01, बैरसिया-01, ग्रा.सर्रा 06. सुल्तानपुर-02, बेगमगंज-01 के हितग्राही के पते उल्लेखित हैं,यह जांच भी सीईओ मैडम की चल रही ह।
शिवपुरी में कागजो मे लोडिंग और अनलोडिंग के आरोप
पोषण आहार संयंत्र शिवपुरी में लाखों रुपये का पोषण आहार सिर्फ कागजों में आया और गया है। इसके लिए महिला सुरक्षाकर्मियों के फर्जी हस्ताक्षर किए गए हैं। जब उक्त महिला सुरक्षाकर्मियों ने इसका विरोध किया और मामले की शिकायत कलेक्टर, एसपी सहित अन्य अधिकारियों को दर्ज कराई तो उन्हें नौकरी से हटाने की धमकी देते हुए पोषण आहार संयंत्र से बाहर का रास्ता दिखा दिया। इसकी शिकायत मुख्यमंत्री तक दर्ज कराई गई है। अब इस मामले में कलेक्टर ने जांच के लिए एक तीन सदस्यीय दल भी गठित किया है।
जानकारी के अनुसार शिवपुरी पोषण आहार केंद्र पर पदस्थ मुख्य कार्यपालन अधिकारी युक्ति शर्मा पर वहां की महिला कर्मचारियों ने आरोप लगाए हैं कि उनके फर्जी हस्ताक्षर कर पोषण आहार की गाड़ियों का आना-जाना बताया जा रहा है, जबकि वास्तविकता में ऐसा होता नहीं है। महिला कर्मियों का आरोप है कि जब उन्होंने इसका विरोध दर्ज कराया तो उन्हें न सिर्फ डांटा गया बल्कि उनकी बेइज्जती कर उन्हें धक्के मारकर प्लांट से निकाल दिया गया।
महिलाओं ने सामूहिक रूप से मामले की शिकायत न सिर्फ कलेक्टर को बल्कि एसपी सहित तमाम अधिकारियों व सीएम हेल्पलाइन पर दर्ज करवाई है। कलेक्टर ने पूरे मामले की जांच के लिए डिप्टी कलेक्टर अनुपम शमां सहित महिला बाल विकास के डीपीओ देवेंद्र सुंदरियाल, एसआरएलएम के अरविंद भार्गव की एक तीन सदस्यीय टीम बनाई थी लेकिन अभी तक इस जांच का नही पता है।
युक्ति शर्मा ने THR प्लांट की अध्यक्ष लक्ष्मी शर्मा को अवैधानिक रूप से उनके पद से हटा दिया है। यह बात कलेक्टर शिवपुरी ने अपनी जांच में स्वीकार की है। कुल मिलाकर नन्हे बीमार और कुपोषित बच्चों के हक पर टीएचआर प्लांट की सीईओ युक्ति शर्मा डाका डाल रही है। शिवपुरी के विधायक ने अपनी प्रेस वार्ता ने स्पष्ट स्वीकार किया कि मेडम युक्ति शर्मा भ्रष्ट अधिकारी है। अब सवाल यह उठता है कि मंच से माफियाओं के खिलाफ हुंकार भरने वाले केंद्रीय मंत्री और सांसद सिंधिया ऐसे भ्रष्ट आचरण वाले अधिकारियों को शिवपुरी को चारागाह क्यों बनने दे रहे है,सीईओ युक्ति शर्मा की शिकायत भी माननीय सिंधिया जी को भी की गई थी,लेकिन अभी तक सीईओ युक्ति शर्मा पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है यह सवाल अभी भी सबके समक्ष खडा है।