शिवपुरी। खबर शिवपुरी पुलिस की दीपावली मानने वाली जैसी हैं कि शिवपुरी पुलिस के एक युवा एसआई मनीष सिंह जादौन ने ऐसे शातिर चोर को गिरफ्तार किया हैं जो अपना हुलिया,ठीकाना और पत्नि बदलने में माहिर है। 44 वर्षीय इस ठग की अपराधिक जिदंगी की उम्र 22 साल हैं। इस 22 साल में इसे कभी पुलिस नही पकड नही सकी उसे शिवपुरी की एक लूट के मामले में घटना स्थल से 1050 किमी दूर गिरफ्तार किया है।
शिवपुरी जिले की इस लूट में शामिल था यह शातिर नटरवर लाल
10 दिसंबर को सुबह करीब 10 बजे मगरौनी कस्बे के कटरा बाजार में सोने के पेंडल खरीदने के बहाने पहुंचा एक ठग रामभरोसे (70) पुत्र राधेलाल सोनी की कंचन ज्वैलर्स पर पेंडल दिखाने के बहाने मोलभाव करने लगा। इस बीच मौका पाकर वह दुकान से सवा लाख कीमत का सोना लेकर बुलेट बाइक से भाग निकला। मगरौनी चौकी पुलिस ने केस दर्ज कर ठग की तलाश शुरू की। सीसीटीवी फुटेज से पता चला कि ठग खाकी वर्दी व टोपी पहनकर आया था। बुलेट बाइक से वह निकला तो कस्बे के व्यापारियों ने ठग को नया दरोगा समझकर सलाम भी किया।
मगरैानी चौकी प्रभारी को मिला इस ठग का सुराग
मगरौनीर चौकी प्रभारी ने इस मामले की जांच शुरू की तो उन्है एक सुराग मिला। सीसीटीवी फुटैज के आधार पर पर हुलिया की जानकारी मिली। पुलिस को जानकारी मिली कि उक्त शातिर चोर गुना में रूका हैं। पुलिस इस शातिर चोर का पीछा करने पहुंची तो और इसकी तलाश शुरू की तो इस अपराधी की कार नंबर मिल गया लेकिन यह गुना से फरार हो चुका था। पुलिस टीम को इसकी पूरी जानकारी लेने में गुना में ही 2 दिन लग गए।
पुलिस को पता चला हैं की महाराष्ट्र के जमखेड में जमा है शातिर
पुलिस को अपनी छानबीन में जानकारी मिली की उक्त शतिर चोर महाराष्ट्र के जमखेड में जमा है और उसने वही आजकल अपना ठीकाना बना रखा हैं। मगरौनी चौकी प्रभारी मनीष सिंह जादौन,आरक्षक देवेन्द्र सिंह परिहार और एपीओ मनीष बाथम अपनी कार से इस अपराधी को पकडने गुना से 900 किमी दूर निकले,लगभग 18 घंटे के सफर करने के बाद जमखेड पहुंचे ओर इसके घर दविश देकर इस शातिर चोर को पकडा। जब पुलिस पहुंची तो यह अपनी पत्नि के साथ सुबह 6 बजे अपने घर में आराम कर रहा था। इसको भनक नही थी कि शिवपुरी पुलिस यहां तक पीछा कर आ सकती है। पुलिस को इसे पकडने में पूरे 6 दिन लगे।
अज्ञात के नाम से केस : 44 साल के इस ठग के पांच नाम सामने आ चुके हैंं
पुलिस ने जब इससे पूछताछ की तो इसकी पहचान फरमान अली उर्फ फिरोज उर्फ समीरुद्दीन उर्फ समीर अली उर्फ उड़ा राजस्थान के बारां जिले के छबड़ा का रहने वाला है। छबड़ा में भी उस पर करीब आठ प्रकरण पंजीबद्ध हैं,और सबसे पुराना मामला 1999 में दर्ज किया गया था। कुछ समय रतलाम में रहा, जहां चार अपराध दर्ज हैं। इसके बाद कानपुर रहने लगा, जहां आसपास क्षेत्र में मुकदमे दर्ज हैं। रायबरेली के लालगंज थाने मे भी लूट का अपराध दर्ज है जिसमें फरमान अली उर्फ उड़ा सहित तीन अन्य साथी शामिल हैं।
तालबेहट में साल 2018 में अपराध दर्ज है। उत्तराखंड के काशीपुर थाने में 16 सितंबर 2021, उत्तर प्रदेश के ललितपुर के तालबेहट 2 जून 2018, रायबरेली के लालगंज थाना में 19 फरवरी 2020, हाथरस थाने में 27 नवंबर 2021 व मुरादाबाद के नागफनी थाने में 24 नवंबर 2021 को केस दर्ज है। छानबीन के दौरान धीरे-धीरे अन्य ठगी के अपराधों में अज्ञात अपराधी के रूप में नाम सामने आते जा रहे हैं।
पत्नि हुलिया और ठीकाना बदलने में माहिर हैं
पूछताछ से पता चला है कि फरमान अली ठिकाने बदलने के साथ अब तक चार महिलाओं से शादी कर चुका है। आठ माह पहले चौथी शादी की थी है, जो फरमान के बेटे की उम्र के बराबर है। ठग का कहना है कि उसने लव मैरिज की है। ठग के पांच नाम सामने आ चुके, अलग-अलग राज्यों के थानों में मामले दर्ज हैं।