कक्षाएं शुरू करने से पहले शिक्षकों को तैयार कर रहा हैं विभाग, मास्टर ट्रेनर दे रहे हैं ट्रेनिंग - Shivpuri News

Bhopal Samachar
शिवपुरी। कक्षा में जाने से पहले शिक्षक पढ़ाने वाले विषय की तैयारी करके जाए ताकि वह मानसिक रुप से विषय की तैयारी को लेकर बच्चों को उनकी शंकाओं का समाधान दे सकें । यदि बच्चों को समाधान नहीं मिला तो फिर पढाई का अर्थ नहीं रहेगा । महज 2 माह हैं और बोर्ड ने परीक्षा के लिए विषय के सिलेबस को भी 30 फीसदी घटा दिया हैं। 

ऐसे में शिक्षकों को अब छात्रों को छूटे गए विषय की जानकारी देने के साथ शेष विषय की बेहतर तैयारी करानी होगी। यह बात शहर के उत्कृष्ट विद्यालय में आयोजित हुई शिक्षकों की दक्षता ट्रेनिंग के दौरान अंग्रेजी विषय की मास्टर ट्रेनर स्वाति बांझल ने कही। उन्होने अंग्रेजी विषय के शिक्षकों को संबोधित कर कहा कि सिलेबस जो 30 फीसदी हटाया गया है उसे हर हाल में छात्रों को बताए ताकि वह छूटे गए विषयों की तैयारी न करें। 

अभी रिवीजन टेस्ट छात्र छात्राओं का हुआ हैं। इसमें देखें कि बच्चों की कहां कमी हैं। कुछ बच्चों ने कम लिखा है तो क्यों लिखा हैं। क्या उनकी लिखने की प्रेक्टिस छूटी हैं। हमें इस पर विशेष फोकस करना होगा। बोर्ड परीक्षाओं के निर्देश आ गए हैं और शासन को बोर्ड की परीक्षा करानी हैं। इसलिए हम प्रयास करें कि बच्चों के लिखने का अभ्यास खत्म न हो। और छात्रों से लिखित अभ्यास भी अवश्य कराएं। यदि शिक्षकों ने लिखित अभ्यास छात्रों से कराया तो फिर इसके सफल परिणाम भी उन्हें मिलेंगे ।

अनसीन पैसेज को समझाने के लिए ग्रामर के छोटे सेंटेंस बनाकर समझाएं 

अंग्रेजी की दक्षता ट्रेनिंग के दौरान मास्टर ट्रेनर शिक्षकों ने कहा कि अंग्रेजी में अनसीन पैसेज समझाने के लिए ट्रिक अपनाए इसके लिए ग्रामर के छोटे चोटें सेंटेंस बनाकर बच्चों से अभ्यास कराएं। ऐसा करने से वह बड़ा अनसीन पढ़ने में आलस नहीं करेंगे और परीक्षा में पूछे गए अनसीन पैसेज का बेहतर हल करके भी वह आ सकेंगे। 

अंग्रेजी की सप्लीमेंट्री बुक इंग्लिश के सभी लेसन हटा दिए गए हैं । इसलिए बच्चों को यह अवश्य बताएं। मेन बुक से 5-6 लेसन हटे हैं। सिलेबस कम हुआ है इसलिए बच्चों को पूरी जानकारी सिलेबस के ब्लू प्रिंट के बारे में दें। 

लिखने की आदत कम हुई , लिखित एक्सरसाइज पर ज्यादा ध्यान दें शिक्षक 

मास्टर ट्रेनर ने हिंदी , अंग्रेजी , गणित , विज्ञान और कला विषय के साथ कॉमर्स संकाय के विद्यार्थियों द्वारा दिए गए परिणाम की जानकारी देते हुए बताया कि बच्चों के लिखने की आदत कम हुई हैं। और इसका परिणाम हाल ही में आयोजित हुए रिवीजन टेस्ट में सामने आया हैं। किताब सामने होने के बाद भी यदि विद्यार्थी 100 में से 100 अंक हासिल नहीं कर पा रहा तो हमें सोचना होगा कमी कहां हैं। दरअसल छात्रों के लिखने में रुचि कम हुई है और इसी के चलते परिणाम प्रभावित होगा। इसलिए बच्चों में लिखने का अभ्यास अवश्य कराएं। 

हिंदी के मास्टर ट्रेनर बोले - 

विषय को टाइम लिमिट में पूरा कराएं हिंदी के मास्टर ट्रेनर राजाबाबू आर्य ने बताया कि शिक्षकों को पहले तो जो 30 फीसदी सिलेबस कम हुआ है । इसको विद्यार्थियों को अच्छी तरह से समझा दें । जिन बच्चों का परिणाम ई ग्रुप में आया है । उन छात्र - छात्राओं के लिए विशेष रुप से तैयारी कराएं । टाइम लिमिट तय करेंगे तो इससे शिक्षकों को भी आसानी होगी और छात्र भी बेहतर पढ़ सकेंगे । 

9-14 दिसंबर तक प्रशिक्षण आयोजित होगा , जिसमें मास्टर ट्रेनर देंगे प्रशिक्षण 

9-14 दिसंबर तक मास्टर ट्रेनर द्वारा प्रशिक्षण आयोजित किए जाएंगे।जिसमें मास्टर ट्रेनर प्रशिक्षण देंगे। राज्य शिक्षा केंद्र के प्रमुख एम यू शरीफ ने बताया कि अब कक्षाएं शुरु हो रही हैं इसलिए शिक्षकों को विशेष फोकस कक्षाओं के संचालन पर करना चाहिए। अलग अलग विषयों का प्रशिक्षण मास्टर ट्रेनर द्वारा जिले में अध्यापन कार्य कराने वाले शिक्षकों को दिया जाएगा। 

जिले के यह 39 मास्टर ट्रेनर देंगे प्रशिक्षण - 

हिंदी - मुन्नालाल शर्मा , राजाबाबू आर्य , अशोक शर्मा , इंदू पाराशर, 

अंग्रेजी- एन के जैन, आर आर धाकड़, दिलीप सक्सेना, स्वाति बांझल, राजेंद्र टेमक, केशव शर्मा, साफिया खान • 

गणित- अशोक कनकने , सुदर्शन गुप्ता , के पी सिंह , अचल कुशवाह , भगवत ओझा , एम के शर्मा विज्ञान , भौतिक , रसायन , 

जीव विज्ञान- केसी जाटव , राकेश आचार्य , दुर्गेश चौबे , हेमंत जैमिनी , नमिता जुनेजा , जी पी शर्मा , एम के शर्मा • 

सामाजिक विज्ञान , इतिहास , भूगोल , राजनीति शास्त्र , अर्थशास्त्र - केसी खटीक , अतर सिंह , दिलीप विश्वकर्मा , मुन्नालाल शर्मा , रागिनी गुर्जर - 

संस्कृत - अरुण तिवारी , दीपेंद्र शर्मा , सोनू जैन , राजेंद्र शुक्ला , शक्ति अवस्थी • 
वाणिज्य संकाय- राकेश लोधी , संजय जैन , धीरेंद्र शाक्य , कीर्ति शर्मा , नीलू खटीक । 

इनका कहना है 
कक्षा 9-12 तक की कक्षाएं संचालित होना है । और बोर्ड परीक्षाएं भी आने वाली है । इसलिए ऑनलाइन कक्षाओं के साथ स्कूल में भी कक्षाएं संचालित होंगी । इसकी तैयारी के लिए और बोर्ड द्वारा कम किए गए सिलेबस के लिए शिक्षकों का यह प्रशिक्षण आयोजित था । 
दीपक पांडेय , जिला शिक्षा अधिकारी शिवपुरी