अमीरी तुम्हें मुबारक कमलनाथ, हमें नंगे भूखे ही रहने दो और गरीबों की सेवा करने रहने दो: शिवराज सिंह - SHIVPURI NEWS

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शिवपुरी।
कांग्रेस तो बौरा गई है, बौखला गई है। हर दिन अपनी बौखलाहट हमारे ऊपर निकाल रही है। आज कांग्रेस का नया बयान आया है। कांग्रेस के एक नेता कह रहे हैं कि कमलनाथ तो देश के नंबर दो उद्योगपति हैं और शिवराज सिंह तो नंगे-भूखे हैं। तुम्हारी अमीरी तुम्हें मुबारक हो कमलनाथ, लेकिन हम नंगे-भूखों पर ऊंगली मत उठाओ। 

हम ऐसे ही ठीक हैं, हमें नंगे-भूखे ही रहने दो ताकि हम गरीबों का दर्द महसूस कर सकें, उनकी जिंदगी भर सेवा करते रहें। यह बात मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने सोमवार को बमोरी विधानसभा के परवाह और करैरा विधानसभा के करही में मंडल सम्मेलनों को संबोधित करते हुए कही।

कभी भूख और गरीबी देखी है कमलनाथ!

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सवाल किया कि उद्योगपति कमलनाथ, तुमने कभी भूख और गरीबी देखी है? कभी बीमारी और मौत देखी है? कभी गांव देखे हैं, खेत देखे हैं, खेतों की पगडंडियां देखी हैं, कीचड़ देखी है, धूल देखी है? तुम क्या गरीबों का दर्द जानोगे? हम नंगे-भूखे हैं और गरीबों के दर्द को जानते हैं। इसीलिए उनकी सेवा में लगे रहते हैं।

हम नंगे-भूखे हैं, इसीलिए हमने गरीबों के लिए संबल योजना बनाई। हम नंगे भूखे हैं, इसलिए ये चाहते हैं कि गरीबों के बच्चे भी पलें, उनके घरों में भी जन्म की खुशियां मनाई जाएं, इसीलिए हम बेटे-बेटी के जन्म पर 16000 रुपये देते हैं। हमने गरीबी के कारण परिवारों को बिखरते देखा है।

इसलिए हम गरीब परिवार के मुखिया की दुर्घटना में मौत पर 4 लाख और सामान्य मौत पर 2 लाख की सहायता देते हैं। हम नंगे-भूखे हैं, इसीलिए ये चाहते हैं कि हर गरीब की दुनिया से विदाई सम्मान के साथ हो। इसके लिए हम गरीबों के अंतिम संस्कार के लिए पांच हजार रुपये देते हैं।

स्कूल-कॉलेज में बच्चों की फीस भरवाते हैं, उन्हें लेपटॉप देते हैं, स्मार्टफोन देते हैं, बेटियों की शादी कन्यादान योजना में करवाते हैं, बुजुर्गों को तीर्थदर्शन कराने ले जाते हैं, किसानों को शून्य प्रतिशत दर पर ऋण देते हैं। लेकिन उद्योगपति कमलनाथ ने प्रदेश के गरीबों का हक छीन लिया। उनका सहारा, संबल योजना छीन ली, गरीब परिवारों की खुशियां छीन लीं और गरीबों से उनका कफन भी छीन लिया।

नारियल नहीं, तो क्या शराब की बोतल साथ रखूं?

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अभी कुछ दिन पहले श्री कमलनाथ कह रहे थे कि मुख्यमंत्री तो हाथ में नारियल लेकर चलते हैं। हम तो नारियल भगवान को चढ़ाते हैं और मेरे लिए तो मेरी जनता ही भगवान है। उसकी सेवा ही भगवान की पूजा है। जनता कहती कि हमारा ये काम कर दो तो हम कर देते हैं। पंडितजी बोलते हैं कि नारियल चढ़ा दो तो चढ़ा देते हैं।

इससे कमलनाथ के पेट में दर्द होता है। अब नारियल लेकर न चलूं तो क्या शराब की बोतल लेकर चलूं? उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने बमोरी क्षेत्र की जनता के लिए ग्वालटोरियल डेम स्वीकृत कर दिया है। 491 करोड़ रूपए की गोपीकृष्ण समूह पेयजल योजना शुरू की है। इससे 300 गांवों को पानी मिलेगा।

कांग्रेस ने तो विकास के कार्य किए नहीं। अब हम कर रहे हैं तो इसमें भी उन्हें तकलीफ हो रही है। वे तो हमेशा ही खजाना खाली होने का रोना रोते थे, लेकिन हमारा लक्ष्य प्रदेश का और प्रदेश की जनता का विकास करना है।

जनता को कुचलना जानती है अहंकारी कांग्रेस, हम करते हैं सेवा

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मैंने अपनी जनता को घुटनों के बल बैठकर प्रणाम किया, तो राघौगढ़ वाले कह रहे हैं कि उन्होंने तो घूटने टेक दिए। कांग्रेस तो अहंकार में चूर होकर जनता को पैरों के नीचे कुचलती रही है, लेकिन मामा तो घुटना टेककर, हाथ जोड़कर अपनी जनता की सेवा करता है उसकी पूजा करता है।

उन्होंने कहा कि 23 मार्च को हमारी सरकार बनी, तब पता चला कि कमलनाथ सरकार ने फसल बीमा की प्रीमियम के 2200 सौ करोड़ रुपए ही नहीं जमा किए। हमने प्रीमियम भरी, जिसके बाद किसानों को 3100 करोड़ की राशि मिली। हमने वर्ष 2019 के रबी और खरीफ सीजन के बीमे के 4688 करोड रुपए 22 लाख किसानों के खाते में डलवाए।

कमलनाथ सरकार ने 0 प्रतिशत ब्याज पर कर्ज की योजना बंद कर दी थी, हमने 800 करोड़ रुपए उसके भरे। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के 5340 करोड़ रुपए किसानों के खाते में डलवाए। इससे भी संतोष नहीं हुआ तो हमने 4000 रुपए प्रदेश सरकार की ओर से किसान सम्मान निधि में देने का निर्णय लिया और 3564 करोड रुपए किसानों के खाते में डालेंगे।

इस तरह बीते 6 महीनों में हमारी सरकार 17500 करोड़ रुपए किसानों के लिए दे चुकी है। इसके अलावा कमलनाथ सरकार के समय सोयाबीन की फसल खराब हुई थी, जिसकी राहत राशि उन्होंने अब तक नहीं दी। इसके भी 4000 करोड़ रुपए हम किसानों के खाते में डालेंगे। इसे मिलाकर हमारी सरकार अब तक किसानों पर 21640 करोड़ रुपए खर्च कर चुकी है और आगे भी करेगी।

मंडल सम्मेलनों में गुना सांसद केपी यादव, जिलाध्यक्ष गजेंद्र सिकरवार, संयोजक ओएन शर्मा, हरीश यादव, पूर्व विधायक ममता मीना, राजेंद्र सलूजा, राधेश्याम धाकड़, हेमराज, मनु सिंह, हरिचरण नागर, हेमराज किरार, अतुल रघुवंशी, संतोष धाकड़, प्रदेश महामंत्री रणवीर सिंह रावत, केके श्रीवास्तव, जसवंत जाटव, रमेश खटिक, प्रीतम लोधी, प्रियंका भारती, रामगोपाल चैधरी, जगराम रावत सहित बड़ी संख्या में पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता मौजूद रहे।
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