शिवपुरी। मध्य प्रदेश शासन द्वारा गरीब कन्याओं के विवाह के लिए 51 हजार रूपए की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की गई थी। लेकिन अधिकारियों के लापरवाही एवं उपेक्षा पूर्ण रवैये के चलते पात्र नागरिक भी आर्थिक सहायता प्राप्त करने के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं। यहां तक कि ग्राम पंचायत ख्यवदा कला की एक युवती को आर्थिक सहायता प्राप्त करने के लिए जनसुनवाई में कई बार आवेदन पत्र देने के बावजूद भी उसे आज तक आर्थिक सहायता उपलब्ध नहीं हो सकी।
हितग्राही रचना पुत्री राधेलाल ओझा निवासी ख्यवदा कला द्वारा लगभग 6 माह पूर्व शादी की आर्थिक सहायता के लिए जनसुनवाई के माध्यम से शिवपुरी जनपद पंचायत में पहुंचाया गया, लेकिन इसके बाद भी आज दिनांक तक रचना के आवेदन पर किसी भी अधिकारी ने कोई कार्यवाही नहीं की। इतना ही नहीं रचना ओझा द्वारा जनसुनवाई में कई बार आवेदन पत्र दिए गए जिस पर जिलाधीश कार्यालय के निर्देशों के बावजूद जनपद पंचायत के अधिकारी द्वारा कोर्ई गौर न करते हुए उसे कूड़ेदान के हवाले कर दिया।
जबकि रचना द्वारा दिए गए आवेदन के उपरांत दो बार मुख्यमंत्री कन्यादान विवाह योजना के सम्मेलन जनपद पंचायत के माध्यम से आयोजित किए जा चुके हैं। जिसकी सूचना आवेदक रचना ओझा नहीं दी गई। जिसकी बजह से उसे आज तक मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत प्राप्त होने वाली धनराशि आज तक नहीं मिल सकी हैं। और वह आज भी प्रशासनिक अधिकारियों के समक्ष शादी के लिए दो-दो आंसू रोने को विवश होना पड़ रहा हैं। इससे साफ जाहिर होता हैं कि गरीब तबके के लिए शासन द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ गरीब तबके तक भ्रष्टाचारी अधिकारी व कर्मचारियों के बजह से नहीं पहुंच पा रहा हैं।
जनपद सीईओ पिछोर, नरवर एवं शाखा सहायक को मिला कारण बताओ नोटिस
शिवपुरी। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एच.पी.वर्मा द्वारा सीएम हेल्पलाईन में जनाधिकार अंतर्गत लंबित शिकायतें पाए जाने, सन्निष्ठा तथा कर्तव्य परायणता में लापरवाही पर जनपद पंचायत पिछोर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्यामलाल टैगोर, जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी लक्ष्मी नारायण पिप्पल एवं शाखा सहायक(पंचायत प्रकोष्ठ) विवेक लोधी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। संबंधित शासकीय सेवक प्राप्त सूचना पत्र का जवाब दो दिवस में कार्यालयीन समय में उपस्थित होकर साक्ष्य/अभिलेख के साथ प्रस्तुत करना सुनिश्चित करेंगे। नियत तिथि को उत्तर प्रस्तुत न करने अथवा उत्तर असंतोषजनक होने की दशा में आपके विरूद्ध एक पक्षीय कार्यवाही की जाएगी।
इनका कहना हैं
रचना द्वारा जनसुनवाई में शादी के लिए आवेदन दिया गया हैं। वह कर्मकार मंडल में उसका नाम नहीं हैं, लेकिन उसे राशि उपलब्ध नहीं हो पा रही हैं, यदि जनपद के माध्म से मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में उसका पंजीयन कराकर शादी की राशि उपलब्ध करवा दी जाएगी।
एचपी वर्मा, जिला पंचायत सीर्ईओ