सिंध के बाद सीवर में नेशनल पार्क का अडंगा:नही मिल रही हैं ब्लास्टिंग की अनुमति | Shivpuri News

Bhopal Samachar

शिवपुरी। शहर के लिए महती सीवर परियोजना के रास्ते में वन महकमा अड़ंगा बनकर खड़ा हो गया है। परियोजना पूरी करने के लिए इसकी मुख्य लाइन पूरी तरह बिछाना आवश्यक है। यह मुख्य लाइन 1.8 किमी हिस्से में बिछना शेष रह गई है। इसके लिए पीएचई के माथे पर पसीना आ रहा है, क्योंकि पथरीली जमीन पर एक साथ चार मशीनें भी ठीक से काम नहीं कर पा रहीं।

इसलिए इस हिस्से में ब्लास्ट की दरकार है। इसके लिए पीएचई महकमा कई बार वन विभाग से अनुमति मांगता रहा है, लेकिन वन विभाग अनुमति नही दे रहा। इससे योजना मई महीने तक पूरी नही हो सकेगी। पीएचई ने इसके लिए भोपाल प्रस्ताव भेजा है। उक्त लाइन करबला मोड़ से लेकर ठाकुर बाबा होते हुए कुछ दूरी तक बिछाई जाना है।

एमआईटीएस डीन से मंगवाई रिपोर्ट

पीएचई ने पथरीली चट्टानों को तोड़ने के लिए ब्लास्टिंग की आवश्यकता महसूस की, लेकिन जब वन महकमे ने परमिशन नहीं दी तो पीएचई के ईई एसएल बाथम ने ग्वालियर स्थित इंजीनियरिंग कॉलेज एमआईटीएस डीन से सर्वे के लिए बात की और उसके बाद जब इंजीनियरों ने बताया कि इस जगह को खोदने के लिए ब्लास्टिंग आवश्यक है। इसकी रिपोर्ट भी पीएचई को सौंपी तब पीएचई ने नए सिरे से अनुमति के लिए प्रस्ताव वन विभाग भोपाल भेजा है।


मशीन से अधिक आवाज

ईई बाथम ने बताया कि वर्तमान में चार मशीनें चलाई जा रही हैं, जिनमें ब्रेकर लगाकर चटटानें तोड़ना पड़ रही हैं जो खट खट की तेज आवाज करती हैं। वन महकमे के रूल के मुताबिक वन्य जीवों को आवाज से कोई परेशानी न हो इस बात का ध्यान रखा जाना चाहिए।

बाथम का कहना है कि मशीनों की अपेक्षा यदि ब्लास्टिंग होगी तो वह मामूली सी आवाज एक बार करती है। बाद में मशीनें सामान्य तरीके से चटटानों को तोड़ देंगी, जिससे वन्य जीवों को कोई परेशानी नहीं होगी।

सीवर ट्रीटमेंट प्लांट तैयार

घसारई के निकट आधुनिक सीवर ट्रीटमेंट प्लांट बनाया गया है। इसमें शहर की सीवर पहुंचने के बाद उसके पानी का उपयोग किया जा सकेगा। मल भी खाद के रूप में उपयोग में लिया जाएगा। इस तकनीक पर आधारित ट्रीटमेंट प्लांट पूरी तरह तैयार हो चुका है। यदि मुख्य लाइन बिछ जाए तो काम आगे बढ़ सकता है।

एबी रोड पर तीन जगह लाइन जोड़ने की तैयारी

शहरी क्षेत्र में डिवाइड मुख्य लाइन को जोड़ा जाना है। यह शहर से गुजरी एबी रोड पर तीन जगह पर जोड़ी जाएगी, अब जबकि फोरलेन का निर्माण शुरू हुआ है। ऐसे में पीएचई इन तीनों स्थानों पर लाइन को जोड़ने का काम शुरू करने वाली है। तीनों जगह पर हाइवे को काटकर लाइनों को जोड़ा जाना है।

इन जगह पर बिछेगी लाइन

शहर के ग्वालियर बायपास पर लाइन जोड़ी जाना है। बाबू क्वाटर के समीप भी हाइवे को क्रॉस करके लाइन जोड़ना है, जबकि ठकुरपुरा के समीप भी हाइवे को काटकर लाइन जोड़ी जाना है, जिसकी तैयारी पीएचई कर रहा है। हालांकि इस काम में नई बाधा नजर आ रही है, क्योंकि अधूरा नया बायपास निर्माण के चलते यातायात के लिए बंद होने वाला है। करीब तीन महीने शहर के दोनों हिस्सों में बने बायपास से वनवे होकर ट्रैफिक गुजारा जाना है, जिसकी तैयारियां चल रही हैं। ऐसे में यदि लाइन को जोड़ने का काम शुरू हुआ तो यातायात में बाधा आ सकती है।

यह बोले अधिकारी

पार्क क्षेत्र में 1.8 किमी हिस्से में लाइन को बिछाने के लिए ब्लास्टिंग की जाना है, जिसकी अनुमति अभी तक वन महकमे ने नहीं दी है। मशीनों से धीमी रफ्तार से काम हो रहा है। एमआईटीएस इंजीनियरिंग कॉलेज से सर्वे के बाद डीन से मिली रिपोर्ट के आधार पर प्रस्ताव बनाकर भोपाल भेज दिया है। उम्मीद है जल्द ही परमिशन मिल जाएगी। परमिशन जल्द मिले तो मई तक काम पूरा कर देंगे।
एसएल बाथम, ईई पीएचई।

पीएचई ने हमें ब्लास्टिंग को लेकर प्रस्ताव नए सिरे से बनाकर दिया था, जिसे लेकर हमने प्रस्ताव को भोपाल भेजा है। अनुमति मिलने के बाद ही परमिशन दी जाएगी। हम भी चाहते हैं योजना पूरी हो।
वायपी सिंह, सीसीएफ वन विभाग शिवपुरी।

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