शिवपुरी में SNA का इन्फेक्शन: बजट रूपी ऑक्सीजन रूका, भूखे पेट कर्मचारी, मरीजों के खाने पर संकट

Bhopal Samachar

शिवपुरी। शिवपुरी जिले में स्वास्थ्य सेवाएं वेंटिलेटर पर पहुंच चुकी है,बजट रूपी ऑक्सीजन की कमी होने के कारण कई जनहितैषी योजनाओं की अब सांस फूलने लगी है,कर्मचारियों को पिछले 3 माह से वेतन नहीं मिलने से राशन सहित ईएमआई ड्रॉप होने लगी,कर्मचारियों के क्रेडिट स्कोर पर इंफेक्शन होने लगा हैं। बजट के अभाव होने के कारण सीएमएचओ कार्यालय शिवपुरी में 800 फाइलें पेंडिंग हो चुकी है,यह सब हो रहा है कि केवल नया पोर्टल एसएनए स्पर्श के कारण।

कर्मचारियों को वेतन नहीं,राशन सहित कई मामलों में परेशानी
बताया जा रहा है कि शिवपुरी जिले के स्वास्थ्य विभाग के एनएचएम के स्थायी, अस्थायी और आशा कार्यकर्ताओं से सहित करीब डेढ़ हजार कर्मचारियों को पिछले तीन-तीन महीनों से वेतन नहीं मिला है,कर्मचारियों को वेतन नहीं मिलने के कारण किचिन ने भूख हड़ताल शुरू कर दी है। बैंक की ईएमआई ड्यू होने के कारण वहां न सिर्फ पेनल्टी लग रही है बल्कि क्रेडिट भी खराब हो रही है। जो कर्मचारी किराए के मकानों में रहकर नौकरी कर रहे हैं, उनके मकान मालिक भी अब रोज टोकने लगे हैं। कर्मचारियों का कहना है कि जिस रफ्तार से योजनाएं चलना चाहिए, उस रफ्तार से नहीं चल पा रही हैं। बहुत सी एजेंसियों का भुगतान न होने के कारण अब वह भी काम करने में हीलाहवाली कर रही हैं।

मरीजों के खाने पर भी संकट के बादल मंडराने लगे हैं
बजट का अभाव होने के कारण जननी सुरक्षा योजनाओं, अस्पतालों में वितरित हो रहे खाना, वाहनों का भुगतान, आशा कार्यकर्ताओं, आउटसोर्सिंग एजेंसियों का भुगतान पूरी तरह से प्रभावित हो रहा है। प्रसूताओं को कई महीनों से भुगतान नहीं हो पा रहा है। अगर सूत्रों की मानें तो वेंडर चाहे जब धमकी दे रहे हैं कि अगर उन्हें भुगतान नहीं किया गया तो वह खाने की सप्लाई बंद कर देंगे। ऐसे में अब मरीजों के खाने पर भी संकट के बादल मंडराने लगे हैं।

व्यवस्था बदलने के कारण आ रही परेशानी
इस पूरे मामले में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. संजय ऋषिश्वर का कहना है कि पूर्व में एनएचएम के भुगतान ई-वित्त पोर्टल से होते थे, परंतु केंद्र सरकार ने जुलाई महीने से एक नया पोर्टल एसएनए स्पर्श चालू किया है। यह पोर्टल अभी ट्रायल बेस पर काम कर रहा है। ऐसे में पोर्टल के उपयोग के दौरान जो-जो खामियां सामने आती जा रही हैं, उन खामियों को दूर किया जा रहा है। यही कारण है कि वेतन सहित तमाम तरह के भुगतानों में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसके अलावा वर्तमान में पोर्टल में एनएचएम के सभी भुगतान के लिए सीएमएचओ को ही डीओ पावर प्रदान किए गए हैं। इस वजह से भी परेशानी आ रही है।

पूर्व में ब्लाक के भुगतान ब्लाक स्तर से होते थे
और जिला स्तर से हो जाते थे। वर्तमान में सभी भुगतान जिला स्तर से ही हो रहे हैं। इसके अलावा पोर्टल में एक अन्य खामी यह है कि सीएमएचओ की आईडी पर भुगतान शो होने के बाद कर्मचारी के खाते में वेतन पहुंचने में 15 दिन का। समय लग जाता है। ऐसे ही कई कारणों से परेशानी आ रही है। उनके अनुसार अभी यह कह पाना संभव नहीं है कि भुगतान कब तक हो पाएंगे।

800 फाइल अटकी
विभाग के विश्वसनीय सूत्रों की मानें तो भुगतान न आने के कारण जिले भर में हजारों प्रसूताओं, आशाओं के भुगतान पेंडिंग पड़े हैं। इसके अलावा विभिन्न योजनाओं, वेंडरों सहित अन्य भुगतानों और खरीदी जाने वाली दवाओं के भुगतान सहित लगभग आठ सौ से अधिक फाइलें पेंडिंग पड़ी हुई है।