शिवपुरी। सहरिया विकास परिषद, मध्य प्रदेश ने शिवपुरी जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर वन विभाग की कार्रवाई और स्थानीय दबंगों के आतंक के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। परिषद ने आरोप लगाया है कि वन विभाग के अमले ने बिना किसी पूर्व सूचना के गरीब आदिवासियों की खड़ी फसल पर बुल्डोजर चला दिया है।
क्या है पूरा मामला? ज्ञापन के अनुसार
क्या है पूरा मामला? ज्ञापन के अनुसार
मला ग्राम पंचायत ककरई के ग्राम बेहरदा का है। पीड़ित लखन आदिवासी,उम्मेद आदीवासी,करूआ आदिवासी,छानो आदिवासी,रामकिशन आदिवासी का कहना है कि वह सन 2002 से वन भूमि की जमीन पर खेती कर अपने परिवार का भरण-पोषण कर रहा था। इतने सालों में उसे कभी नहीं रोका गया। लेकिन 12 दिसंबर 2025 को अचानक वन विभाग का स्टाफ वहां पहुंचा और बिना किसी नोटिस के उसकी सरसों की लहलहाती फसल पर बुल्डोजर चला दिया।
लखन आदिवासी ने वन कर्मियों से हाथ जोड़कर विनती की कि उसे फसल कटने तक के लिए 2 महीने की मोहलत दी जाए, लेकिन आरोप है कि वन विभाग वालों ने उसे हाथ पकड़कर जमीन से बाहर कर दिया और फसल नष्ट कर दी।
डिप्टी रेंजर और स्थानीय दबंग पर गंभीर आरोप सहरिया विकास परिषद ने ज्ञापन में डिप्टी रेंजर पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि डिप्टी रेंजर साहब अपने रिश्तेदारों के माध्यम से जंगल से लकड़ी कटवाते हैं, लेकिन गरीबों को परेशान किया जा रहा है।
इसके अलावा, पोहरी के ग्राम सड़ (Sad) के निवासियों ने भी शिकायत की है। उनका आरोप है कि 'प्रताप यादव' नामक एक दबंग व्यक्ति आए दिन आदिवासियों को जान से मारने की धमकी देता है और रात के समय गांव में आतंक फैलाता है। गांव में हर साल चोरी की घटनाएं भी हो रही हैं।
आदिवासियों की मुख्य मांगें:
गरीब आदिवासियों की जमीनों को वापस दिलाया जाए ताकि वे बच्चों का पालन-पोषण कर सकें।
खड़ी फसल (सरसों) पर बुल्डोजर न चलाया जाए और फसल कटने तक का समय दिया जाए।
बिना ग्राम सभा की अनुमति और बिना पूर्व नोटिस के बुल्डोजर की कार्रवाई रोकी जाए।
प्रताप यादव नामक व्यक्ति के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए।
ज्ञापन में जिला अध्यक्ष जगराम पटेल और प्रदेशाध्यक्ष मुकेश मल्होत्रा के नेतृत्व में कई ग्रामीणों ने अपने अंगूठे और हस्ताक्षर लगाकर न्याय की गुहार लगाई है।
लखन आदिवासी ने वन कर्मियों से हाथ जोड़कर विनती की कि उसे फसल कटने तक के लिए 2 महीने की मोहलत दी जाए, लेकिन आरोप है कि वन विभाग वालों ने उसे हाथ पकड़कर जमीन से बाहर कर दिया और फसल नष्ट कर दी।
डिप्टी रेंजर और स्थानीय दबंग पर गंभीर आरोप सहरिया विकास परिषद ने ज्ञापन में डिप्टी रेंजर पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि डिप्टी रेंजर साहब अपने रिश्तेदारों के माध्यम से जंगल से लकड़ी कटवाते हैं, लेकिन गरीबों को परेशान किया जा रहा है।
इसके अलावा, पोहरी के ग्राम सड़ (Sad) के निवासियों ने भी शिकायत की है। उनका आरोप है कि 'प्रताप यादव' नामक एक दबंग व्यक्ति आए दिन आदिवासियों को जान से मारने की धमकी देता है और रात के समय गांव में आतंक फैलाता है। गांव में हर साल चोरी की घटनाएं भी हो रही हैं।
आदिवासियों की मुख्य मांगें:
गरीब आदिवासियों की जमीनों को वापस दिलाया जाए ताकि वे बच्चों का पालन-पोषण कर सकें।
खड़ी फसल (सरसों) पर बुल्डोजर न चलाया जाए और फसल कटने तक का समय दिया जाए।
बिना ग्राम सभा की अनुमति और बिना पूर्व नोटिस के बुल्डोजर की कार्रवाई रोकी जाए।
प्रताप यादव नामक व्यक्ति के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए।
ज्ञापन में जिला अध्यक्ष जगराम पटेल और प्रदेशाध्यक्ष मुकेश मल्होत्रा के नेतृत्व में कई ग्रामीणों ने अपने अंगूठे और हस्ताक्षर लगाकर न्याय की गुहार लगाई है।