शिवपुरी | अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा सनातन, जिला इकाई शिवपुरी की मासिक बैठक वार्ड क्रमांक 36, करौंदी कॉलोनी में हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुई। इस बैठक में समाज की कुरीतियों को दूर करने और ब्राह्मण समुदाय को संगठित करने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।
धार्मिक अनुष्ठान के साथ बैठक का शुभारंभ
कार्यक्रम का आरंभ भगवान परशुराम के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। बैठक की अध्यक्षता पंडित सुरेश कुमार शर्मा ने की, जबकि पंडित कुंज बिहारी पाराशर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। इस अवसर पर सामूहिक रूप से हनुमान चालीसा का पाठ किया गया, जिससे वातावरण भक्तिमय हो गया।
शिक्षा और आत्मनिर्भरता पर जोर
मुख्य अतिथि पंडित कुंज बिहारी पाराशर ने कहा कि संगठन का मूल लक्ष्य शिक्षा और आत्मनिर्भरता है। उन्होंने पात्र छात्रों को छात्रवृत्ति प्रदान करने और सामूहिक विवाह जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से समुदाय को सशक्त बनाने की बात कही। जिला महामंत्री पंडित कैलाश नारायण भार्गव ने चिंता जताते हुए कहा कि आज भी समाज के कई बच्चे शिक्षा से वंचित हैं, जिन्हें मुख्यधारा में लाना प्राथमिकता होनी चाहिए।
बिखरते समाज को जोड़ने की अपील
जिला महामंत्री पंडित कैलाश नारायण मुद्गल ने विवाह संबंधों पर जोर देते हुए कहा कि ब्राह्मण बच्चों की शादी ब्राह्मण परिवारों में ही होनी चाहिए। उन्होंने प्रेम विवाह के प्रति सचेत करते हुए सामुदायिक एकता को मजबूत करने की बात कही। जिला उपाध्यक्ष पंडित विशंभर दयाल दीक्षित ने कहा कि अब अमीरी के बजाय त्याग और समाज सेवा को सम्मान का पैमाना बनाना होगा।
इनकी रही गरिमामयी उपस्थिति
बैठक में जिलाध्यक्ष पंडित पुरुषोत्तम कांत शर्मा, सुरेंद्र पाठक, राजेंद्र कुमार पांडे, बालमुकुंद पुरोहित, ओम प्रकाश समाधिया, महेंद्र शर्मा, चौधरी पंकज शर्मा सहित अनेक पदाधिकारी मौजूद रहे। कार्यक्रम का कुशल संचालन वरिष्ठ उपाध्यक्ष पंडित हरगोविंद शर्मा ने किया और आभार प्रदर्शन पंडित राम प्रकाश शर्मा द्वारा किया गया।
वही ब्राह्मण महासभा के सभी पदाधिकारी ने ब्राह्मण बंधुओं से अपील की है कि सक्षम और अमीर ब्राह्मण समाज के लिए आदर्श बने कि अमीर ब्राह्मणों की महंगी शादियां मध्यम और गरीब वर्ग पर मनोवैज्ञानिक और सामाजिक दबाव बनाती हैं,इस लिए महंगी शादियो से बचे समाज के समृद्ध परिवारों को चाहिए कि वे साधारण विवाह कर एक नया आदर्श बने और समारोह में मेहमानों की संख्या सीमित रखे,दहेज रहित विवाह से बचे।
धार्मिक अनुष्ठान के साथ बैठक का शुभारंभ
कार्यक्रम का आरंभ भगवान परशुराम के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। बैठक की अध्यक्षता पंडित सुरेश कुमार शर्मा ने की, जबकि पंडित कुंज बिहारी पाराशर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। इस अवसर पर सामूहिक रूप से हनुमान चालीसा का पाठ किया गया, जिससे वातावरण भक्तिमय हो गया।
शिक्षा और आत्मनिर्भरता पर जोर
मुख्य अतिथि पंडित कुंज बिहारी पाराशर ने कहा कि संगठन का मूल लक्ष्य शिक्षा और आत्मनिर्भरता है। उन्होंने पात्र छात्रों को छात्रवृत्ति प्रदान करने और सामूहिक विवाह जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से समुदाय को सशक्त बनाने की बात कही। जिला महामंत्री पंडित कैलाश नारायण भार्गव ने चिंता जताते हुए कहा कि आज भी समाज के कई बच्चे शिक्षा से वंचित हैं, जिन्हें मुख्यधारा में लाना प्राथमिकता होनी चाहिए।
बिखरते समाज को जोड़ने की अपील
जिला महामंत्री पंडित कैलाश नारायण मुद्गल ने विवाह संबंधों पर जोर देते हुए कहा कि ब्राह्मण बच्चों की शादी ब्राह्मण परिवारों में ही होनी चाहिए। उन्होंने प्रेम विवाह के प्रति सचेत करते हुए सामुदायिक एकता को मजबूत करने की बात कही। जिला उपाध्यक्ष पंडित विशंभर दयाल दीक्षित ने कहा कि अब अमीरी के बजाय त्याग और समाज सेवा को सम्मान का पैमाना बनाना होगा।
इनकी रही गरिमामयी उपस्थिति
बैठक में जिलाध्यक्ष पंडित पुरुषोत्तम कांत शर्मा, सुरेंद्र पाठक, राजेंद्र कुमार पांडे, बालमुकुंद पुरोहित, ओम प्रकाश समाधिया, महेंद्र शर्मा, चौधरी पंकज शर्मा सहित अनेक पदाधिकारी मौजूद रहे। कार्यक्रम का कुशल संचालन वरिष्ठ उपाध्यक्ष पंडित हरगोविंद शर्मा ने किया और आभार प्रदर्शन पंडित राम प्रकाश शर्मा द्वारा किया गया।
वही ब्राह्मण महासभा के सभी पदाधिकारी ने ब्राह्मण बंधुओं से अपील की है कि सक्षम और अमीर ब्राह्मण समाज के लिए आदर्श बने कि अमीर ब्राह्मणों की महंगी शादियां मध्यम और गरीब वर्ग पर मनोवैज्ञानिक और सामाजिक दबाव बनाती हैं,इस लिए महंगी शादियो से बचे समाज के समृद्ध परिवारों को चाहिए कि वे साधारण विवाह कर एक नया आदर्श बने और समारोह में मेहमानों की संख्या सीमित रखे,दहेज रहित विवाह से बचे।