शिवपुरी मध्य प्रदेश ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत संचालित "एक बगिया मां के नाम" योजना की प्रगति की समीक्षा एवं प्रशिक्षण सत्र जिला पंचायत सीईओ विजय राज की अध्यक्षता में सोमवार को जनपद पंचायत पिछोर एवं करैरा के सभागार में आयोजित किया गया। इस अवसर पर एडिशनल सीईओ एन.एस. नरवरिया, जिला परियोजना प्रबंधक डॉ. अरविंद भार्गव एवं मनरेगा जिला परियोजना अधिकारी विशाल प्रताप सिंह तोमर सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। बैठक में चयनित महिला स्व-सहायता समूहों की सदस्यों को तार फेंसिंग, पौधारोपण और सुरक्षा उपायों के संबंध में विस्तृत प्रशिक्षण दिया गया।
जिला पंचायत सीईओ श्री राज ने महिलाओं को एक बगिया मां के नाम के संदर्भ में प्रशिक्षण देते हुए बताया कि एक सभी हितग्राही ध्यान दें कि एक बगिया मां के नाम में सुरक्षा, पौधरोपण से पहले करनी हैं तार फेंसिंग हेतु जो ड्राइंग आप लोगों को उपलब्ध कराई गई है उसमें कुछ बातों का ध्यान रखना आवश्यक है जिसमें प्रमुख तौर पर तार फेंसिंग की लम्बाई 250 मीटर होना चाहिए।
सीमेंट का पोल 2 मीटर यानि 6 फुट से कम का न हो, ध्यान रखें पोल जमीन में 2 फुट गाडना है और हर 10 फुट पर एक पोल रहेगा और दोनों कोने पर सपोर्टिंग आड़ा पोल लगाना होगा और हर दसवीं पोल पर भी सपोर्टिंग आड़ा पोल रहेगा। सीईओ ने कहा कि कुल 85 से 90 पोल सीधे और 10 से 15 आड़े लगते हैं इसके अलावा पोल में तार बाँधने हेतु पिन लगाना है पांच आडे तार भी डलेगे जिनकी दूरी भूमि से क्रमशः पहला तार 6 इंच, दूसरा तार 8 इंच, तीसरा तार 10 इंच, चौथा तार 14 इंच, पांचवा तार 13 इंच पर रहेगा और आखिर में दो तार क्रासिंग में आएँगे।
एडिशनल सीईओ नरवरिया ने भी एक बगिया मां के नाम पर उपस्थित महिलाओं को पेड़ पौधे और खाद के संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए बहुत से सुझाव दिए। उन्होंने तार फेंसिंग तथा गड्ढों पर होने वाले व्यय के भुगतान के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी दी प्रशिक्षण तथा बैठक के दौरान छोटू सिंह यादव द्वारा साइन बोर्ड के साइज तथा उस पर लिखी जाने वाली जानकारी के संबंध में ही बताया।
ज्ञात हो कि जिले के प्रत्येक जनपद में सौ-सौ हितग्राहियों का चयन किया जाना था जिसमें खनियाधाना ने 94, बदरवास 81, करेरा 84, कोलारस ने 76, नरवर 94, पिछोर 99, पोहरी 91, शिवपुरी 96 प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त कर लिया है। इस क्रम में सीईओ जिला पंचायत में तीन दिवस के अंदर शत प्रतिशत लक्ष्य पूरा करने के निर्देश भी जारी कर दिए हैं।
जिला पंचायत सीईओ श्री राज ने महिलाओं को एक बगिया मां के नाम के संदर्भ में प्रशिक्षण देते हुए बताया कि एक सभी हितग्राही ध्यान दें कि एक बगिया मां के नाम में सुरक्षा, पौधरोपण से पहले करनी हैं तार फेंसिंग हेतु जो ड्राइंग आप लोगों को उपलब्ध कराई गई है उसमें कुछ बातों का ध्यान रखना आवश्यक है जिसमें प्रमुख तौर पर तार फेंसिंग की लम्बाई 250 मीटर होना चाहिए।
सीमेंट का पोल 2 मीटर यानि 6 फुट से कम का न हो, ध्यान रखें पोल जमीन में 2 फुट गाडना है और हर 10 फुट पर एक पोल रहेगा और दोनों कोने पर सपोर्टिंग आड़ा पोल लगाना होगा और हर दसवीं पोल पर भी सपोर्टिंग आड़ा पोल रहेगा। सीईओ ने कहा कि कुल 85 से 90 पोल सीधे और 10 से 15 आड़े लगते हैं इसके अलावा पोल में तार बाँधने हेतु पिन लगाना है पांच आडे तार भी डलेगे जिनकी दूरी भूमि से क्रमशः पहला तार 6 इंच, दूसरा तार 8 इंच, तीसरा तार 10 इंच, चौथा तार 14 इंच, पांचवा तार 13 इंच पर रहेगा और आखिर में दो तार क्रासिंग में आएँगे।
एडिशनल सीईओ नरवरिया ने भी एक बगिया मां के नाम पर उपस्थित महिलाओं को पेड़ पौधे और खाद के संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए बहुत से सुझाव दिए। उन्होंने तार फेंसिंग तथा गड्ढों पर होने वाले व्यय के भुगतान के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी दी प्रशिक्षण तथा बैठक के दौरान छोटू सिंह यादव द्वारा साइन बोर्ड के साइज तथा उस पर लिखी जाने वाली जानकारी के संबंध में ही बताया।
ज्ञात हो कि जिले के प्रत्येक जनपद में सौ-सौ हितग्राहियों का चयन किया जाना था जिसमें खनियाधाना ने 94, बदरवास 81, करेरा 84, कोलारस ने 76, नरवर 94, पिछोर 99, पोहरी 91, शिवपुरी 96 प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त कर लिया है। इस क्रम में सीईओ जिला पंचायत में तीन दिवस के अंदर शत प्रतिशत लक्ष्य पूरा करने के निर्देश भी जारी कर दिए हैं।